जयपुर. करोली जिले के हिंडौन में पिछले दिनों दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई. दरिंदों ने मूक बधिर नाबालिग बच्ची के साथ दुष्कर्म किया और उसके बाद उसे जिंदा जला दिया. घायल अवस्था मे जयपुर लाई गई बच्ची का 10 दिन इलाज चला लेकिन उसके बाद मौत हो गई. पीड़िता की मौत के बाद प्रदेश की भजन लाल सरकार पर महिला सुरक्षा को लेकर सवाल उठ रहे हैं और मूक बधिर बच्ची की न्याय की मांग ने भी सोशल मीडिया पर जोर पकड़ लिया है. घटना की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करने के लिए SIT गठित कर दी है.
SIT करेगी मामले की जांच : बता दें कि पिछले 10 दिन पहले करौली जिले हिंडौन सिटी में मूक बधिर नाबालिग बच्ची घर के पास रास्ते में झुलसी अवस्था में मिली थी. परिवार वालों का आरोप था कि दरिंदों ने मासूम के साथ दुष्कर्म किया और फिर जिंदा जला दिया. पीड़िता की दस दिन जयपुर में इलाज चलने के बाद मौत हो गई. इस घटना पर मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने दुःख व्यक्त करते हुए सोशल मीडिया पर लिखा कि करौली के हिंडौन सिटी में बेटी के साथ हुए घटनाक्रम से मन अत्यंत दुखी है. दुख की इस घड़ी में मैं शोक संतप्त परिवार को आश्वस्त करना चाहता हूं की हमारी सरकार उनके साथ खड़ी है. इस प्रकरण में निष्पक्ष जांच भी होगी और न्याय भी सुनिश्चित किया जाएगा. प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए SIT गठित की गई है और इस मामले की त्वरित गति से जांच के आदेश दिए हैं.
पीड़िता को न्याय के लिए सोशल मीडिया पर कैंपेन : इधर, पीड़िता को न्याय देने के लिए सोशल मीडिया पर भी कैंपेन चलाया जा रहा है. यूजर्स ने पूछा कि हिंडौन सिटी में मूक बधिर आदिवासी नाबालिग बेटी का दरिंदों ने रेप कर शरीर को जला दिया, जिसकी अस्पताल में मौत हो गई. इस घटना पर सरकार और पुलिस प्रशासन मौन क्यों है ?