देहरादून: कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कांग्रेस भवन में प्रेस वार्ता की है. इस दौरान उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस पार्टी सत्ता में आती है, तो जाति जनगणना कराई जाएगी, ताकि सुविधाओं से वंचित लोगों को उनके अधिकार मिल सकें. करन माहरा ने भाजपा को समाज को बांटने और अभिव्यक्ति की आजादी पर प्रहार करने वाली संकीर्ण और तानाशाही मानसिकता वाली पार्टी का परिचायक बताया है.
करन माहरा बोले भाजपा ने नहीं स्वीकारा संविधान: करन माहरा ने कहा कि भाजपा और आरएसएस ने पूरी तरह से संविधान को अभी तक स्वीकार नहीं किया है, क्योंकि भाजपा के सांसद ही इस बात को कह रहे हैं कि चुनाव में चार सौ की संख्या पार करते ही हम बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के संविधान को बदल देंगे. ऐसे में भाजपा ने बाबा साहब के संविधान को बदलने का लक्ष्य निर्धारित किया है और यह बड़ी चिंता का विषय है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी और राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक नई लड़ाई की शुरुआत कर दी है. जिसमें जाति जनगणना के आधार पर जिसकी ज्यादा भागीदारी होगी, उनकी उतनी ही हिस्सेदारी होगी. 99.50 फीसदी से अधिक लोग इस भागीदारी में पीछे हैं.
कांग्रेस की सत्ता आने पर होगी जाति जनगणना: करन माहरा ने कहा कि आजाद भारत में सबसे ज्यादा जरूरत जाति जनगणना ही है. आर्थिक रूप से देखा जाए तो देश के मात्र 23 से 24 लोगों के16 लाख करोड़ रुपए के कर्ज भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने माफ किए हैं, जबकि आजीविका का साधन जुटाने वाले मनरेगा में 1 साल में 65 हजार करोड़ रुपए ही खर्च किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि आर्थिक मैपिंग और समान अधिकार के तहत लोगों को संख्या के आधार पर स्थान मिलना चाहिए.
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