ETV Bharat / state

कीचड़ से सना कांवरिया पथ! ऐसे में कांवरिया कैसे पहुंचेंगे बाबा धाम? - Baba Dham kanwaria path

author img

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Jul 5, 2024, 1:53 PM IST

Baba Dham kanwaria path. देवघर के बाबा धाम में श्रावणी मेले को लेकर प्रशासन का कहना है कि पूरी तैयारी कर ली गई है. लेकिन सुल्तानगंज से आने वाले कांवरियों के लिए बनाया गया कांवरिया पथ कीचड़ से सना हुआ है. यह पथ जानवरों के भी चलने लायक नहीं हैं. ऐसे में कांवरिया बाबा धाम कैसे पहुंचे, उनके सामने बड़ी समस्या है.

Baba Dham kanwaria path
ईटीवी भारत ग्राफिक्स इमेज (ईटीवी भारत)

देवघर : बाबा बैद्यनाथ की नगरी में 22 जुलाई से लगने वाले विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेले की तैयारी प्रशासन ने शुरू कर दी है, लेकिन प्रशासन की यह तैयारी फिलहाल कांवरिया पथ पर नजर नहीं आ रही है. यह हम नहीं कह रहे बल्कि सावन से पहले बाबा धाम पहुंच रहे कांवरिया कह रहे हैं. सावन शुरू होने से पहले ही कई कांवरिया बाबा धाम पहुंच रहे हैं, जिन्हें कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. जिस पथ से कांवरिया बाबा के मंदिर पहुंच रहे वह कांवरियां पथ कम कीचड़ पथ ज्यादा लग रहा है.

कांवरिया पथ से जानकारी देते संवाददाता हितेश कुमार चौधरी (ईटीवी भारत)

दरअसल, सावन मेले में अधिकतर श्रद्धालु सुल्तानगंज के गंगा घाट से जल भरकर देवघर पहुंचते हैं और फिर देवघर में जलाभिषेक कर भगवान भोलेनाथ की पूजा करते हैं. सुल्तानगंज से जल भरकर आने वाले कांवरियों के लिए बनाए गए खिजुरिया पथ की हालत ऐसी है कि इस पथ पर इंसानों के साथ-साथ जानवरों का चलना भी मुश्किल हो गया है. सावन शुरू होने के बाद लाखों की संख्या में कांवरिया इसी पथ से आएंगे लेकिन अभी तक इस पथ पर कीचड़ है.

इस पथ से आने वाले कांवरियों ने बताया कि करीब 5 से 7 किलोमीटर तक यह पथ ऐसा ही है, जिसके कारण कई बार कांवरिया अपने कांवर के साथ दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं. सुल्तानगंज से आने वाले कुछ कांवरियों ने बताया कि जब वे अपने साथ वजन लेकर इस पथ से आ रहे थे, तो उनका पैर फिसलने लगा. सुल्तानगंज से आते समय जैसे ही वे देवघर सीमा पार कर दुम्मा गेट में प्रवेश करते हैं, तो पैरों में पत्थर और कीचड़ होने के कारण वे फिसलने लगते हैं.

ईटीवी भारत ने जब खिजुरिया पथ के पास स्थिति का जायजा लिया, तो लोगों ने अपनी समस्याएं साझा करते हुए कहा कि जिला प्रशासन को इस ओर गंभीर होने की जरूरत है. देवघर ऐसी जगह है, जहां सावन से कुछ दिन पहले ही कांवरिया बाबा के दर्शन के लिए पहुंचने लगते हैं. ऐसे में जिला प्रशासन और सरकार को एक महीने पहले से ही व्यवस्था दुरुस्त कर लेनी चाहिए, ताकि एक भी श्रद्धालु को परेशानी का सामना न करना पड़े.

देवघर जिले के जेएमएम जिला अध्यक्ष नंद किशोर दास से जब हमने कीचड़ से सने कांवरिया पथ के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि कांवरियों की सुविधा के लिए जल्द ही पथ की मरम्मत की जाएगी. इस मामले में जिला प्रशासन के लोगों को लिखित और मौखिक जानकारी दी गई है. जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि जल्द ही इस पथ पर मिट्टी भरकर इसे दुरुस्त किया जाएगा.

यह भी पढ़ें:

श्रद्धालुओं के लिए बाबा धाम में भगवान भोलेनाथ का दर्शन करना होगा महंगा, शीघ्र दर्शनम कूपन की दर में होगी बढ़ोतरी - Shravani Mela 2024

Deoghar News: देवघर श्रावणी मेला में मिस्ट कूलिंग सिस्टम और इंद्र वर्षा की व्यवस्था, श्रद्धालुओं को गर्मी से मिलेगी राहत

बाबा धाम के कांवरिया पथ में आखिर क्यों छाया है सन्नाटा, मंदिर का आंगन भी सूना, कब पहुंचेगी कांवरियों की भीड़

देवघर : बाबा बैद्यनाथ की नगरी में 22 जुलाई से लगने वाले विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेले की तैयारी प्रशासन ने शुरू कर दी है, लेकिन प्रशासन की यह तैयारी फिलहाल कांवरिया पथ पर नजर नहीं आ रही है. यह हम नहीं कह रहे बल्कि सावन से पहले बाबा धाम पहुंच रहे कांवरिया कह रहे हैं. सावन शुरू होने से पहले ही कई कांवरिया बाबा धाम पहुंच रहे हैं, जिन्हें कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. जिस पथ से कांवरिया बाबा के मंदिर पहुंच रहे वह कांवरियां पथ कम कीचड़ पथ ज्यादा लग रहा है.

कांवरिया पथ से जानकारी देते संवाददाता हितेश कुमार चौधरी (ईटीवी भारत)

दरअसल, सावन मेले में अधिकतर श्रद्धालु सुल्तानगंज के गंगा घाट से जल भरकर देवघर पहुंचते हैं और फिर देवघर में जलाभिषेक कर भगवान भोलेनाथ की पूजा करते हैं. सुल्तानगंज से जल भरकर आने वाले कांवरियों के लिए बनाए गए खिजुरिया पथ की हालत ऐसी है कि इस पथ पर इंसानों के साथ-साथ जानवरों का चलना भी मुश्किल हो गया है. सावन शुरू होने के बाद लाखों की संख्या में कांवरिया इसी पथ से आएंगे लेकिन अभी तक इस पथ पर कीचड़ है.

इस पथ से आने वाले कांवरियों ने बताया कि करीब 5 से 7 किलोमीटर तक यह पथ ऐसा ही है, जिसके कारण कई बार कांवरिया अपने कांवर के साथ दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं. सुल्तानगंज से आने वाले कुछ कांवरियों ने बताया कि जब वे अपने साथ वजन लेकर इस पथ से आ रहे थे, तो उनका पैर फिसलने लगा. सुल्तानगंज से आते समय जैसे ही वे देवघर सीमा पार कर दुम्मा गेट में प्रवेश करते हैं, तो पैरों में पत्थर और कीचड़ होने के कारण वे फिसलने लगते हैं.

ईटीवी भारत ने जब खिजुरिया पथ के पास स्थिति का जायजा लिया, तो लोगों ने अपनी समस्याएं साझा करते हुए कहा कि जिला प्रशासन को इस ओर गंभीर होने की जरूरत है. देवघर ऐसी जगह है, जहां सावन से कुछ दिन पहले ही कांवरिया बाबा के दर्शन के लिए पहुंचने लगते हैं. ऐसे में जिला प्रशासन और सरकार को एक महीने पहले से ही व्यवस्था दुरुस्त कर लेनी चाहिए, ताकि एक भी श्रद्धालु को परेशानी का सामना न करना पड़े.

देवघर जिले के जेएमएम जिला अध्यक्ष नंद किशोर दास से जब हमने कीचड़ से सने कांवरिया पथ के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि कांवरियों की सुविधा के लिए जल्द ही पथ की मरम्मत की जाएगी. इस मामले में जिला प्रशासन के लोगों को लिखित और मौखिक जानकारी दी गई है. जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि जल्द ही इस पथ पर मिट्टी भरकर इसे दुरुस्त किया जाएगा.

यह भी पढ़ें:

श्रद्धालुओं के लिए बाबा धाम में भगवान भोलेनाथ का दर्शन करना होगा महंगा, शीघ्र दर्शनम कूपन की दर में होगी बढ़ोतरी - Shravani Mela 2024

Deoghar News: देवघर श्रावणी मेला में मिस्ट कूलिंग सिस्टम और इंद्र वर्षा की व्यवस्था, श्रद्धालुओं को गर्मी से मिलेगी राहत

बाबा धाम के कांवरिया पथ में आखिर क्यों छाया है सन्नाटा, मंदिर का आंगन भी सूना, कब पहुंचेगी कांवरियों की भीड़

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.