कानपुर : इटावा में केंद्रीय कारागार, नैनी में नई जेल बनकर तैयार हो गई है. श्रावस्ती समेत कई और जिलों में जेल बन रही हैं. बहुत जल्द ही सूबे की जेलों में कैदियों को लेकर ओवर क्राउडेड की समस्या खत्म हो जाएगी. यह बातें शनिवार को डीजी जेल एसएन साबत ने मीडिया से बातचीत करते हुए कही.
किदवई नगर थाना क्षेत्र के डाॅ. वीरेंद्र स्वरूप प्रोफेशनल स्टडीज में डाॅ. वीेरेंद्र स्वरूप एजूकेशनल फाउंडेशन द्वारा आयोजित वार्षिकोत्सव सृजन 2024 कार्यक्रम में शामिल होने के बाद डीजी जेल एसएन साबत ने कहा कि एक दौर था जब जेलों में ओवर क्राउडिंग समस्या से प्रशासन और कैदी जूझ रहे थे. मगर, अब इटावा में केंद्रीय कारागार और नैनी में नई जेल बनने से यह समस्या खत्म हो जाएगी. इसके अलावा कैदियों को प्रोडक्टिव सिटीजन बनाने पर जोर दिया जा रहा है. इस दिशा में कौशल विकास मिशन के तहत उन्हें ट्रेंड किया जा रहा है. अब यूपी की जेलों में कौशल विकास मिशन से जुड़े कार्य शुरू होंगे. इसके ट्रेनिंग प्रोग्राम हम करा रहे हैं.
डीजी जेल ने कहा कि हमारा मकसद है कि कैदियों को हुनरमंद बनाया जाए. जिससे जेल से रिहा होने वाले कैदी किसी रोजगार से जुड़ सकें और समाज की मुख्यधारा में शामिल हो सकें. ऐसे में सभी जेलों को सुधार गृह के रूप में बदलना है. इस मौके पर डाॅ. वीरेंद्र स्वरूप इंस्टीट्यूट ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज के सचिव गौरवेंद्र स्वरूप ने बताया कि पिता डाॅ. नागेंद्र स्वरूप की स्मृति में सृजन 2024 कार्यक्रम आयोजित किया गया. जिसमें तीन तकनीकी संस्थानों के 500 छात्र-छात्राओं ने 17 अलग-अलग प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग किया. कार्यक्रम में अनंता स्वरूप, जेल अधीक्षक डाॅ. बीडी पांडेय, निदेशक डाॅ. अर्पित अवस्थी आदि मौजूद रहे.
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