कन्नौज: जिले में चर्चित नाबालिक रेप कांड में साक्ष्य मिटाने की कोशिश करने के आरोपी नीलू यादव की जेल से रिहाई के समय गैंगस्टर मामले में गिरफ्तारी में लापरवाही बरतने वाले जेल चौकी इंचार्ज सहित तीन पुलिस कर्मियों को कन्नौज पुलिस अधीक्षक अमित कुमार आनंद ने सस्पेंड कर दिया. रविवार को एसपी अमित कुमार आनंद ने चौकी इंचार्ज किशनवीर और अभियोजन दफ्तर में तैनात सिपाही अवधेश और अनिल को सस्पेंड कर दिया.
मीडिया सेल प्रभारी दिनेश कुमार ने बताया कि अनौगी चौकी इंचार्ज और अभियोजन दफ्तर के 2 सिपाहियों को सस्पेंड किया गया। इन तीनों को काम में लापरवाही बरतने के कारण सस्पेंड किया गया. बताया जा रहा है कि रेप कांड में नीलू यादव को जमानत मिल गई थी. नीलू यादव जेल से बाहर न आ सके इसके लिए पुलिस ने रिहाई के दिन नीलू यादव पर गैंगस्टर एक्ट लगा दिया था. पुलिस गैंगस्टर एक्ट में नीलू यादव को गिरफ्तार करना चाहती थी. नीलू यादव जेल से रिहा होते ही फरार हो गया.
45 घंटे से ज्यादा का समय बीत जाने के बाद भी नीलू यादव का कहीं पता नहीं चला. मामले में चौकी इंचार्ज कृष्ण वीर सिंह जिला अदालत के अभियोजन कार्यालय में तैनात हेड कांस्टेबल अवधेश और कांस्टेबल अनिल की भूमिका भी संदिग्ध पाई गई. रविवार को कन्नौज एसपी अमित कुमार आनंद ने चौकी इंचार्ज जेल अभियोजन कोर्ट में तैनात दोनों कांस्टेबल को निलंबित कर दिया.
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