धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश में मानसून ने दस्तक दे दी है. ऐसे में बारिश के दौरान बरसाती नालों और खड्डों में बानी का तेज बहाव आने से अचानक से बाढ़ जैसी स्थिति बन जाती है. जिसको देखते हुए कांगड़ा पुलिस ने पर्यटकों और स्थानीय लोगों को बरसात के दौरान खड्डों और नालों में जाने से मना किया है. अगर कोई इस नियम का उल्लंघन करता है तो पुलिस उसका चालान काटेगी.
जिला कांगड़ा में बरसात के दौरान खड्डों और नालों में जाकर अठखेलियां करना अब पर्यटकों को महंगा पड़ेगा. नियमों की धज्जियां उड़ाकर खड्डों और नालों में नहाने वाले पर्यटकों सहित स्थानीय लोगों के खिलाफ पुलिस अब चालान काटेगी. ताकि नियमों की धज्जियां उड़ाने वाले लोगों को सबक सिखाया जा सके.
कांगड़ा पुलिस प्रशासन पर्यटकों को पहले ही आगाह कर रहा है कि बरसात के दौरान पर्यटक खड्डों और नालों की तरफ जाने से परहेज करें. ताकि किसी भी तरह की कोई अनहोनी ना हो. लेकिन बावजूद इसके पर्यटक सबक नहीं ले रहे, यही वजह है कि अब जिला पुलिस खड्डों व नालों में जाकर मस्ती करने वाले पर्यटकों और स्थानीय लोगों को सबक सिखाने के लिए उनके चालान काटेगी. बता दें कि बरसात के दौरान बाहरी राज्यों से पहाड़ों की तरफ घूमने आये पर्यटक अक्सर खड्डों में नहाने के लिए उतर जाते हैं. ऐसे में कब खड्डों का जलस्तर बढ़ जाए, इसकी जानकारी न होने से पर्यटक अपनी जान से हाथ धो बैठते हैं.
एसपी कांगड़ा शालिनी अग्निहोत्री ने कहा कि पुलिस के बार-बार हिदायत देने पर भी पर्यटक खड्डों में नहाने उतर जाते हैं, जिसकी वजह से कई बार पर्यटकों को समय पर रेस्क्यू करना भी मुश्किल हो जाता है. हालांकि, कई बार खड्डों में जलस्तर बढ़ने के चलते पर्यटकों की जान भी चली जाती है. उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं कांगड़ा जिले में ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश में भी देखने को मिल रही है. यही कारण है कि पुलिस पर्यटकों सहित स्थानीय लोगों के साथ ऐसा न हो उसके लिए अब पुलिस बिगड़ैल पर्यटकों के चालान काटने जा रही है.
जिला मुख्यालय धर्मशाला में दोपहर बाद मूसलाधार बारिश का सिलसिला शुरू हो गया. बीते कई दिनों से आसमान में काले बादल मंडरा रहे थे, लेकिन मूसलाधार बारिश नहीं हो रही थी. मंगलवार को सुबह से ही आसमान में काले बादल मंडरा रहे थे और दोपहर होने तक धर्मशाला में झमाझम बारिश का सिलसिला शुरू हो गया.
जिला कांगड़ा के उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा बरसात के मौसम को लेकर उन्होंने पहले ही सभी विभागों के साथ बैठक कर ली है. सभी विभागों को निर्देश जारी किए गए हैं कि सभी विभाग किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार रहे हैं. लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को भी अपनी मशीनरी के साथ तैयार रहने के निर्देश जारी किए गए हैं. ताकि बरसात के दौरान कहीं भूस्खलन होता है तो समय रहते उस रास्ते को साफ किया जा सके.
कांगड़ा उपायुक्त ने लोगों से अपील किया कि बरसात के मौसम में पहाड़ों पर अचानक बारिश हो जाती है, जिस कारण नदी नालों का जलस्तर बढ़ जाता है. ऐसे में सभी लोग नदी और नालों से दूर रहे. जो लोग अपने पालतू जानवरों को नदी नालों के करीब ले जाते हैं, उन्हें नदी नालों से दूर रहने की भी सलाह दी. उन्होंने कहा कि नदी और नालों के करीब चेतावनी बोर्ड भी लगाने का कार्य जिला प्रशासन की ओर से किया जा रहा है.
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