धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़े एयरपोर्ट में शुमार कांगड़ा एयरपोर्ट की पैसेंजर ग्रोथ बढ़ रही है. पिछले साल करीब ढाई से तीन लाख पैसेंजर फ्लाइट से कांगड़ा पहुंचे हैं. वहीं, पैसेंजर्स का यह आंकड़ा साल-दर-साल बढ़ रहा है. यही वजह है कि अब कांगड़ा एयरपोर्ट का टर्मिनल छोटा पड़ने लगा है और पट्टी भी कम पड़ने लगी है. ये जानकारी कांगड़ा एयरपोर्ट के डायरेक्टर धीरेंद्र सिंह ने दी है.
एयरपोर्ट अथॉरिटी ने लिया संज्ञान
धीरेंद्र सिंह ने बताया कि बढ़ती फ्लाइट्स और लगातार बढ़ती पैसेंजर्स की संख्या के कारण एयरपोर्ट टर्मिनल की बिल्डिंग छोटी पड़ने लगी है. इसके साथ ही पट्टी (वे) भी कम पड़ने लगे हैं. उन्होंने बताया कि मामले में एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने संज्ञान ले लिया है. जिसके चलते अब टर्मिनल बिल्डिंग का विस्तार किया जा रहा है और साथ ही एक और पट्टी को बनाया जा रहा है. जिससे की कांगड़ा एयरपोर्ट पर लोगों को ज्यादा से ज्यादा हवाई सेवाएं दी जा सके.
लैंडिंग, वॉउ एंड क्लिक
डायरेक्टर धीरेंद्र सिंह ने बताया कि कांगड़ा एयरपोर्ट की खास बात ये है कि फ्लाइट से उतरते ही यात्रियों को सामने धौलाधार रेंज नजर आती है और यहां का मौसम भी बेहतरीन रहता है. ऐसे में हर साल हवाई यात्रियों की संख्या में इजाफा हो रहा है. एयरपोर्ट पर लैंड होते ही धौलाधार को देखकर पैसेंजर्स पहाड़ियों के मुरीद हो जाते हैं. फ्लाइट से उतरते हुए ही पैसेंजर्स के मुंह से बरबस ही वॉउ निकल जाता है. इसके बाद तो पैसेंजर्स धौलाधार की पहाड़ियों की फोटो अपने कैमरे में कैद करने के बाद ही बाहर आते हैं. मोबाइल से फोटो क्लिक करने के बाद ही बाहर आते हैं.
'कांगड़ा एयरपोर्ट में पैसेंजर ग्रोथ लगातार बढ़ रही है. फ्लाइट्स और पैसेंजर्स बढ़ने के चलते टर्मिनल बिलिंग का विस्तार करने के साथ एक और वे बनाया जा रहा है. जिससे कि अधिक से अधिक फ्लाइट्स यहां आ सकें. धौलाधार रेंज, एयरपोर्ट की खूूबसूरती को बढ़ाती है.' - धीरेंद्र सिंह डायरेक्टर कांगड़ा एयरपोर्ट