पटना: मसौढ़ी स्थित तरेगना कुम्हरटोली के प्राचीन देवी मंदिर में माता रानी की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है. इसको लेकर सात दिवसीय श्री शतचंडी हवनात्मक महायज्ञ का आयोजन किया जाएगा. महायज्ञ से पहले मंदिर से कलश यात्रा का आयोजन किया गया. इस दौरान सैकड़ों की संख्या में महिला श्रद्धालुओं ने सिर पर कलश रखकर नगर भ्रमण किया.
मसौढ़ी में कलश यात्रा: नवनिर्मित प्राचीन देवी मंदिर और मां भगवती मातारानी की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर मंदिर से कलश यात्रा की शुरुआत हुई, जो स्टेशन रोड, मेन रोड होते हुए मणीचक धाम पहुंची और वहां से जल भरकर नगर भ्रमण करते हुए फिर महायज्ञ स्थल पर पहुंची. यज्ञ स्थल पर पहुंचने के बाद सात दिवसीय महायज्ञ का अनुष्ठान प्रारंभ किया गया.
7 दिवसीय यज्ञ कार्यक्रम: कलश यात्रा में हर मोहल्ले से महिलाएं शामिल हुई. इसको लेकर यज्ञ कमेटी के संयोजक धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि मातारानी भगवती के प्राण प्रतिष्ठा को लेकर और नवनिर्मित मंदिर को लेकर कलश यात्रा निकाली गई है. यह 7 दिवसीय कार्यक्रम 9 अप्रैल से 15 अप्रैल तक आयोजित है, जिसमें 11 अप्रैल को कलश यात्रा निकाली जानी थी. वहीं 16 अप्रैल को यज्ञ की पूर्णाहुति की जाएगी. इसके अलावा बनारस और अयोध्या से आए हुए ब्राह्मणों के द्वारा प्रवचन कीर्तन कार्यक्रम किया जाना है.
"सात दिवसीय श्री शत चंडी हवनात्मक महायज्ञ को लेकर तारेगना कुमाहरटोली प्राचीन देवी मंदिर से कलश यात्रा निकाली गयी है. उसके बाद महायज्ञ की शुरुआत की गई. यज्ञ में अयोध्या और बनारस से आए हुए महंत प्रवचन देंगे, जिसमें भक्त शामिल होंगे."- धर्मेंद्र कुमार सिंह, संयोजक, यज्ञ कमेटी
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