कवर्धा: ज्योतिष पीठ बद्रीनाथ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने गौमाता को राष्ट्रीय माता के दर्जा देने की मांग की है. उन्होंने अपनी इस मांग को लेकर आज 10 मार्च से देशभर में अभियान शुरु किया है. जिसका असर छत्तीसगढ़ के कई जिले में देखने को मिला है. कबीरधाम जिले के सभी क्षेत्रों में सुबह 10 बजे 10 मिनट के लिए दुकानें बंद कर अभियान चलाया.
जिले की सभी ब्लॉक में दिखा असर: कबीरधाम जिले के पंडरिया, लोहारा, बोड़ला और कवर्धा ब्लॉक में इस बंद का असर देखने को मिला है. इस अभियान के समर्थन में सभी ब्लॉक की बाजार में दुकानें सुबह 10 बजे 10 मिनट के लिए बंद रही. कवर्धा के सिग्नल चौक और पंडरिया ब्लॉक के दामापुर बजार में गौ सेवकों ने सड़क पर उतर कर शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती की मांग का समर्थन किया. साथ ही शासन से गौ हत्या बंद करने और गौमाता को राष्ट्रीय माता का दर्जा देने की मांग की है.
गौ सेवक अश्वनी यदू ने बताया, "स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी महाराज के आव्हान पर गौहत्या बंद करने और गौ माता को राष्ट्रीय माता का दर्जा दिलाने आज पंडरिया ब्लॉक के सभी दुकान को 10 मिनट के लिए बंद किया गया. सभी दुकानदारों ने अपनी अपनी दुकानें बंद कि और 100 फीसदी पूरा समर्थन दिया."
दरअसल, हिंदू धर्म में गाय को माता का दर्जा दिया गया है. अब देश के शंकराचार्यों ने गाय को राष्ट्रीय माता का दर्जा देने की मांग रखते हुए सरकार को अल्टीमेटम दिया है. उन्होंने गाय के पक्ष में 10 मार्च केवल 10 मिनट के लिए भारत बंद बुलाया है. साथ ही कहा गया है कि अगर मांग पूरी नहीं की गई तो सभी साधु-संत चार दिन बाद 14 मार्च को संसद तक पैदल मार्च करेंगे. दरअसल, छत्तीसगढ़ में इस समय राजिम कुंभ कल्प 2024 चल रहा है. जिसमें देशभर के साधु-संत और शंकराचार्य पहुंचे हुए हैं.