वाराणसी : कबीर मठ मूलगादी के वर्तमान उत्तराधिकारी महंत प्रमोद दास ने खुद की जान को खतरा बताते हुए भूमाफिया से कबीर मठ को खतरे की बात कही है. आरोप है कि आचार्य प्रमोद दास को सिद्ध पीठ कबीर चौरा मठ के वर्तमान महंत आचार्य विवेक दास के द्वारा उन्हें 2022 में उत्तराधिकारी नियुक्त किया था. हाल ही में आचार्य विवेक दास को एक पुराने मामले में 14 दिन की न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया और उसके बाद प्रमोद दास को लगातार परेशान किया जा रहा है और जान से मारने की धमकी भी दी जा रही है. प्रमोद दास ने बताया कि षड्यंत्र के तहत यह सारी चीज करवाई जा रही हैं और जबरदस्ती मठ में अवैध रूप से घुसकर कब्जा करने का प्रयास किया जा रहा है.
आचार्य प्रमोद दास का आरोप है कि मंगलवार सुबह वह वाराणसी पहुंचे थे. इस दौरान मठ में कुछ बाहरी और दबंग प्रवृत्ति के लोग घुस आए और मठ की घेराबंदी करके जबरदस्ती मठ पर कब्जा करने की कोशिश करने लगे. इस पर उन्होंने स्थानीय पुलिस को दी. पुलिस मौके पर पहुंची और कार्रवाई करते हुए तत्काल दोनों पक्षों को अपर पुलिस आयुक्त कमिश्नरेट के पास ले जाया गया. दोनों पक्षों ने अपनी अपनी बातें रखीं और दस्तावेजों को भी पुलिस के सामने रखा.
जांच के बाद एसीपी ने आचार्य महंत विवेक दास को ही कबीर मठ मूलगादी का वास्तविक महंत बताया और मठ में यथा स्थिति बनाए रखने के निर्देश भी दिए और सुनिश्चित करने के लिए कहा कि मठ में रह रहे साधु संत जो पूर्व से यहां रह रहे हैं उन लोगों की सुरक्षा भी की जाए. एडीसीपी चंद्रकांत मीणा का कहना है कि दोनों पक्षों को बुलाकर उनसे बातचीत की गई है मामला न्यायालय में है. इसलिए यथा स्थिति बनाए रखने के लिए कहा गया है. कोई भी किसी तरह से कानून व्यवस्था को हाथ में लेने की कोशिश करेगा तो उसके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी.
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