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जेपी नड्डा को पीएम मोदी ने सौंपी इस मंत्रालय की जिम्मेदारी, दूसरी बार बने कैबिनेट मंत्री - JP Nadda become health minister

JP Nadda become health minister: सोमवार को मोदी सरकार 3.0 में मंत्रियों के विभागों का बंटवारा कर दिया गया है. अधिकतर मंत्रियों को पुराने मंत्रालयों की ही जिम्मेदारी दी गई है. अमित शाह, निर्मला सीतारमण के मंत्रालयों में कोई फेरबदल नहीं किया गया है. वहीं, जेपी नड्डा को स्वास्थ्य मंत्री बनाया गया है.

Jp nadda, health minister
जेपी नड्डा, स्वास्थ्य मंत्री (सोशल मीडिया)
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Jun 10, 2024, 7:49 PM IST

शिमला: पीएम मोदी ने रविवार को अपने कैबिनेट मंत्रियों के साथ प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी. सोमवार को मोदी सरकार 3.0 में मंत्रियों के विभागों का बंटवारा कर दिया गया है. अधिकतर मंत्रियों को पुराने मंत्रालयों की ही जिम्मेदारी दी गई है. अमित शाह, निर्मला सीतारमण के मंत्रालयों में कोई फेरबदल नहीं किया गया है. वहीं, जेपी नड्डा को स्वास्थ्य मंत्री बनाया गया है. इससे पहले भी नड्डा 2014 से 2019 में मोदी सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रह चुके हैं. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद उन्हें सरकार में शामिल नहीं किया गया था. इसी महीने उनका अध्यक्ष पद पर कार्यकाल समाप्त हो रहा है. 2024 में मोदी सरकार में उनकी एक बार फिर वापसी हुई है. चार लोकसभा क्षेत्रों वाले हिमाचल से जेपी नड्डा अकेले कैबिनेट मंत्री हैं.

जेपी नड्डा हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले से हैं. 30 जून को नड्डा का भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में कार्यकाल खत्म हो रहा है. नड्डा इस पद पर फिलहाल एक्सटेंशन पर चल रहे हैं. अनुराग ठाकुर और नड्डा हमीरपुर लोकसभा क्षेत्र से आते हैं. ऐसे में सांसद अनुराग ठाकुर को मंत्री पद नहीं मिल पाया.

जगत प्रकाश नड्डा का राजनीतिक सफर:

जेपी नड्डा हिमाचल प्रदेश से विधानसभा चुनाव लड़े और तीन बार साल 1993, 1998 और 2007 में जीते. इस दौरान वो हिमाचल में मंत्री भी बने. नड्डा वन, पर्यावरण, विज्ञान और प्रौद्योगिकी जैसे मंत्रालयों को भी संभाल चुके हैं. साल 2010 के पहले तक नड्डा हिमाचल प्रदेश की राजनीति तक सीमित थे, तब वह प्रेम कुमार धूमल सरकार में वन मंत्री थे. कुछ वजहों से पूर्व सीएम धूमल के साथ मतभेद बढ़ने पर 2010 में उन्हें वन मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा. हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह के साथ जेपी नड्डा के अच्छे संबंध थे.

दरअसल, नरेंद्र मोदी जब हिमाचल प्रदेश के प्रभारी हुआ करते थे उस वक्‍त नड्डा की हिमाचल प्रदेश में लोकप्रियता से बेहद प्रभावित थे. साल 2010 में तत्कालीन भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी ने उन्हें अपने नेतृत्व में पार्टी का राष्ट्रीय महासचिव बनाया तब से नड्डा ने राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. भाजपा की राष्ट्रीय राजनीति के स्तर पर पद मिलने के तुरंत बाद नड्डा अप्रैल, 2012 में राज्यसभा के सदस्य बने.

साल 2014 में केंद्र में मोदी की सरकार बनी तो नड्डा को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री भी बनाया गया. बीजेपी ने नड्डा को जनवरी, 2019 में उत्तर प्रदेश का प्रभारी बनाकर भेजा और नड्डा के नेतृत्व में यहां बीजेपी ने बेहतर प्रदर्शन किया. साल 2019 में नड्डा को मोदी कैबिनेट में जगह नहीं मिली मगर 2019 में उन्हें भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया और 20 जनवरी 2020 में उन्हें पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया.

ये भी पढ़ें: हिमाचल में उपचुनाव की तारीखों का ऐलान, इन तीन सीटों पर 10 जुलाई को होगा मतदान

शिमला: पीएम मोदी ने रविवार को अपने कैबिनेट मंत्रियों के साथ प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी. सोमवार को मोदी सरकार 3.0 में मंत्रियों के विभागों का बंटवारा कर दिया गया है. अधिकतर मंत्रियों को पुराने मंत्रालयों की ही जिम्मेदारी दी गई है. अमित शाह, निर्मला सीतारमण के मंत्रालयों में कोई फेरबदल नहीं किया गया है. वहीं, जेपी नड्डा को स्वास्थ्य मंत्री बनाया गया है. इससे पहले भी नड्डा 2014 से 2019 में मोदी सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रह चुके हैं. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद उन्हें सरकार में शामिल नहीं किया गया था. इसी महीने उनका अध्यक्ष पद पर कार्यकाल समाप्त हो रहा है. 2024 में मोदी सरकार में उनकी एक बार फिर वापसी हुई है. चार लोकसभा क्षेत्रों वाले हिमाचल से जेपी नड्डा अकेले कैबिनेट मंत्री हैं.

जेपी नड्डा हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले से हैं. 30 जून को नड्डा का भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में कार्यकाल खत्म हो रहा है. नड्डा इस पद पर फिलहाल एक्सटेंशन पर चल रहे हैं. अनुराग ठाकुर और नड्डा हमीरपुर लोकसभा क्षेत्र से आते हैं. ऐसे में सांसद अनुराग ठाकुर को मंत्री पद नहीं मिल पाया.

जगत प्रकाश नड्डा का राजनीतिक सफर:

जेपी नड्डा हिमाचल प्रदेश से विधानसभा चुनाव लड़े और तीन बार साल 1993, 1998 और 2007 में जीते. इस दौरान वो हिमाचल में मंत्री भी बने. नड्डा वन, पर्यावरण, विज्ञान और प्रौद्योगिकी जैसे मंत्रालयों को भी संभाल चुके हैं. साल 2010 के पहले तक नड्डा हिमाचल प्रदेश की राजनीति तक सीमित थे, तब वह प्रेम कुमार धूमल सरकार में वन मंत्री थे. कुछ वजहों से पूर्व सीएम धूमल के साथ मतभेद बढ़ने पर 2010 में उन्हें वन मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा. हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह के साथ जेपी नड्डा के अच्छे संबंध थे.

दरअसल, नरेंद्र मोदी जब हिमाचल प्रदेश के प्रभारी हुआ करते थे उस वक्‍त नड्डा की हिमाचल प्रदेश में लोकप्रियता से बेहद प्रभावित थे. साल 2010 में तत्कालीन भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी ने उन्हें अपने नेतृत्व में पार्टी का राष्ट्रीय महासचिव बनाया तब से नड्डा ने राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. भाजपा की राष्ट्रीय राजनीति के स्तर पर पद मिलने के तुरंत बाद नड्डा अप्रैल, 2012 में राज्यसभा के सदस्य बने.

साल 2014 में केंद्र में मोदी की सरकार बनी तो नड्डा को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री भी बनाया गया. बीजेपी ने नड्डा को जनवरी, 2019 में उत्तर प्रदेश का प्रभारी बनाकर भेजा और नड्डा के नेतृत्व में यहां बीजेपी ने बेहतर प्रदर्शन किया. साल 2019 में नड्डा को मोदी कैबिनेट में जगह नहीं मिली मगर 2019 में उन्हें भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया और 20 जनवरी 2020 में उन्हें पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया.

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