दुमका: दुमका लोकसभा सीट से झारखंड मुक्ति मोर्चा ने नलिन सोरेन को अपना प्रत्याशी बनाया है. टिकट की घोषणा के बाद नलिन सोरेन ने ईटीवी भारत से फोन पर बातचीत में कहा कि मेरी जीत पक्की है. जनता ने मुझे लगातार सात बार विधायक बनाया है. ऐसे में इस बार जब मुझे लोकसभा का उम्मीदवार बनाया गया है तो इस बार भी जनता मुझे अपना आशीर्वाद देगी. जहां तक भाजपा प्रत्याशी सीता सोरेन का सवाल है वह अपने घर को छोड़कर गईं हैं. ऐसे में उसके प्रति लोगों का विश्वास नहीं रह गया है.
विकास के वादे के साथ हेमंत सोरेन का जेल जाना होगा मुख्य मुद्दा
नलिन सोरेन ने कहा कि इस लोकसभा चुनाव में हमारा मुख्य मुद्दा विकास होगा. इसमें पिछले पांच वर्षों में महागठबंधन सरकार के द्वारा किए गए विकास कार्यों को लेकर मैं जानता तक जाऊंगा. साथ ही साथ लोगों को यह विश्वास दिलाऊंगा की केंद्र सरकार की जो भी योजना होगी उसे अक्षरशः दुमका लोकसभा की धरती पर भी उतरा जाएगा.
नलिन सोरेन ने कहा कि पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को जिस तरह जेल भेजा गया उससे जनता में काफी आक्रोश है. वह जानती है कि षड्यंत्र के तहत उन्हें जेल भेजा गया है. इससे लोगों की भावना हम लोगों के साथ जुड़ी हुई है. इस लोकसभा चुनाव में यह भी हमारा मुख्य मुद्दा होगा. उन्होंने कहा कि भले ही हेमंत सोरेन अभी जेल में हैं और संभावना यह है कि वह हमारे इलेक्शन कैंपेनिंग में नहीं आएंगे पर जनता उनकी अनुपस्थिति की वजह जानती है और यह सब मेरी जीत का प्लस पॉइंट होगा.
पूरे लोकसभा क्षेत्र के झामुमो कमिटी जीत करेगी सुनिश्चित
नलिन सोरेन ने कहा कि दुमका लोकसभा क्षेत्र में तीन जिले के छह विधानसभा आते हैं. जिसमें दुमका जामताड़ा और देवघर जिला है. इन सभी तीन जिला के झामुमो कमेटी मेहनत कर इस चुनाव को जीतने का काम करेंगे.
नलिन सोरेन का संक्षिप्त परिचय
दुमका लोकसभा के प्रत्याशी नलिन सोरेन का संक्षिप्त परिचय इस प्रकार है. वे दुमका जिले के काठीकुंड प्रखंड के मुख्य बाजार के रहने वाले हैं. जहां तक राजनीतिक पृष्ठभूमि की बात है तो वे शिकारीपाड़ा विधानसभा क्षेत्र से झामुमो के टिकट पर लगातार सात बार से विधायक बन रहे हैं. मधु कोड़ा मंत्रिमंडल में वह कृषि मंत्री रह चुके हैं. नलिन एक बार भी चुनाव नहीं हारे हैं. उनकी पत्नी जॉयस बेसरा दुमका की जिला परिषद अध्यक्ष हैं.
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