पटना : बिहार विधानसभा में 12 फरवरी को फ्लोर टेस्ट हैं. इसको लेकर राजनीति अपने ऊफान पर है. एनडीए से लेकर महागठबंधन के अपने-अपने दावे हैं. इन सबके बीच सबकी नजर हम प्रमुख जीतन राम मांझी पर है. हालांकि उन्होंने अपना स्टैंट फिर से क्लीयर किया है.
जीतन राम मांझी का ट्वीट : सोशल नेटवर्किंग साइट एक्स पर जीतन राम मांझी ने लिखा, ''मेरे लिए कोई सत्ता की कुर्सी मायने नहीं रखती. बस गरीबों, मजलूमों, दबे-कुचलों के हक और हकूक की आवाज उठती रहे. उनका काम हो यही काफी है. मैं गरीब जरूर हूं पर कुर्सी के लालच में किसी को धोखा नहीं दे सकता. HAM मोदी जी के साथ थे, HAM मोदी जी के साथ हैं, HAM मोदी जी के साथ रहेंगे.''
दो मंत्री पद की रखी मांग : मांझी ने साफ-साफ कहा है कि वह पीएम मोदी के साथ हैं और रहेंगे. मतलब एनडीए के साथ उनका अटूट गठबंधन है. दरअसल 4 विधायकों वाली पार्टी 'हम' को लेकर कयासबाजियों का दौर चल रहा है. इसको बल तब और मिल गया, जब मांझी ने 'दो रोटी' की मांग कर दी. उन्होंने कहा कि एक रोटी से पेट नहीं भरता है. उनके कहने का मतलब था कि मंत्रिमडल में हम पार्टी के दो प्रतिनिधियों की भागीदारी हो.
मांझी के ट्वीट ने शंकाओं को किया दूर : कुल मिलाकर, इस समय में मांझी का ट्वीट एनडीए गठबंधन के लिए बहुत बड़ा जान फूंकने का काम किया है. जो लोग एनडीए गठबंधन के भी थे, उनके मन में भी जीतन राम मांझी के बयान के बाद तरह-तरह की शंकाएं थी. जो शायद अब खत्म हो जाए.
सभी पार्टी है चौकन्नी : दरअसल, 12 फरवरी को होने वाले फ्लोर टेस्ट को लेकर सभी पार्टियों ने तैयारी कर ली है. कांग्रेस अपने विधायकों को हैदराबाद शिफ्ट कर चुकी है. वहीं बीजेपी गया में कैंप की तैयारी कर रही है. जेडीयू ने सभी को पटना बुलाया है. ऐसे में कहीं कोई गड़बड़ी ना हो इसको लेकर सब लगे हुए हैं.
राजनीति का 'खेला' : बता दें कि, बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा था कि 'खेला' होकर रहेगा. उनकी पार्टी के नेता लगातार इस बात को दोहरा रहे हैं. हालांकि जेडीयू और बीजेपी के नेता फ्लोर टेस्ट को लेकर आश्वस्त नजर आ रहे हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी कहा है कि, 'टेंशन मत लीजिए, सब ठीक है.'
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