झुंझुनू: शहीद हवलदार विनोद सिंह की पार्थिह देह मंगलवार सुबह सूरजगढ़ पहुंची. इसके बाद शहीद के सम्मान में विशाल तिरंगा यात्रा निकाली गई. घरडू चौराहे से शहीद के पैतृक गांव काजड़ा तक तिरंगा यात्रा निकाली गयी. शहीद की दोनों बेटियों और पुत्र ने अपने पिता को सलामी दी और मुखाग्नि दी. उनकी बेटी ने कहा, मुझे अपने पिता की शहादत पर गर्व है और मैं उन्हें हंसते-हंसते विदा कर रही हूं.
40 साल के शेखावत मणिपुर में म्यांमार बॉर्डर पर तैनात थे. झुंझुनू के काजडा गांव निवासी सेना में हवलदार विनोद सिंह शेखावत रविवार को शहीद हो गए थे. पोस्टिंग के बीच अचानक उनकी तबीयत खराब हो गई थी, जिसके बाद उनको इम्फाल लाया गया था. सेना ने इस क्षति को बेटल कैजुअल्टी बताया है. हवलदार शेखावत की पार्थिव देह सोमवार शाम 7 बजकर 40 मिनट पर जयपुर पहुंची और आज सुबह सैन्य सम्मान के साथ इसे झुंझुनू लाया गया. मंगलवार को काजड़ा चुंगी से अंत्येष्टि स्थल तक बाइकों से तिरंगा यात्रा निकालकर शहीद विनोद सिंह शेखावत का राजकीय सम्मान के साथ अंत्येष्टि की गई.
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काजडा गांव हुआ गमगीन: शहीद हवलदार विनोद सिंह शेखावत का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. इस मौके पर शहीद की बेटी ने कहा कि मुझे अपने पिता की शहादत पर गर्व है, मैं उन्हें हंसते-हंसते विदा कर रही हूं. शहीद की दोनों बेटियों और पुत्र ने पिता को सलामी देते हुए मुखाग्नि दी. इस मौके पर कलेक्टर रामावतार मीणा ने मुख्यमंत्री की ओर से पुष्पचक्र श्रद्धांजलि अर्पित की. इस अवसर पर SP शरद चौधरी, सूरजगढ़ विधायक श्रवण कुमार, पूर्व सांसद संतोष अहलावत और जिला प्रमुख हर्षिनी कुल्हरी सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे.
मणिपुर में कर्तव्य निर्वहन के दौरान शहीद हुए झुंझुनूं (काजड़ा) के वीर सपूत विनोद सिंह शेखावत जी को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।
— Govind Singh Dotasra (@GovindDotasra) November 26, 2024
इस मुश्किल समय में मेरी गहरी संवेदनाएं शहीद के परिवार के साथ है। ईश्वर शहीद की आत्मा को शांति एवं परिवारजनों को संबल प्रदान करें।
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यादों में हवलदार विनोद सिंह: हवलदार विनोद सिंह शेखावत के शहादत की खबर के बाद झुंझुनूं के काजड़ा गांव में माहौल गमगीन हो गया. काजड़ा गांव के सरपंच प्रतिनिधि मनजीत सिंह ने बताया कि विनोद सिंह 2004 में सेना में भर्ती हुए थे. उनकी पत्नी और बच्चे जयपुर में रहते हैं. उनके दो बेटी और एक बेटा है. शहीद हवलदार विनोद सिंह ने साल 2004 में आर्मी ज्वाइन की थी. विनोद 5 भाइयों और 1 बहन के परिवार में सबसे छोटे भाई थे.शहीद विनोद सिंह शेखावत गांव में अपनी सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में भी पहचान रखते थे. शेखावत मर्दूभाषी मिलनसार व्यक्ति थे. वे गांव में होने वाले सामाजिक कार्यों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते थे.
PCC चीफ ने जाताई संवेदना: कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने एक्स पर लिखा कि मणिपुर में कर्तव्य निर्वहन के दौरान शहीद हुए झुंझुनू (काजड़ा) के वीर सपूत विनोद सिंह शेखावत जी को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं. उन्होंने कहा की इस मुश्किल समय में मेरी गहरी संवेदनाएं शहीद के परिवार के साथ हैं, ईश्वर शहीद की आत्मा को शांति और परिवारजनों को संबल प्रदान करें.