रांची: गंगानगर, रोहतक, आगरा, रांची, बालासोर होते हुए पूर्वी मध्य बंगाल की खाड़ी तक बने मानसून टर्फलाइन और पश्चिम झारखंड के ऊपर बने साइक्लोनिक सर्कुलेशन के प्रभाव से आज राज्य के लगभग सभी स्थानों पर हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश होने की प्रबल संभावना मौसम केंद्र रांची ने जताया है. इस दौरान राज्य में कहीं -कहीं पर मेघगर्जन और वज्रपात का येलो अलर्ट जारी किया है. मौसम केंद्र, रांची ने वज्रपात की संभावना को देखते हुए खराब मौसम होने पर किसानों को खेतों में नहीं जाने की सलाह दी है. खराब मौसम या वज्रपात की स्थिति में सुरक्षित स्थान पर पनाह लेने की भी सलाह दी गई है.
इन जिलों के लिए वज्रपात की तात्कालिक चेतावनी जारी
मौसम केंद्र रांची ने रडार से मिले चित्रों को विश्लेषित करने के बाद अगले 3 घंटे में राज्य के देवघर, दुमका और सिमडेगा जिले के कुछ भागों में हल्के दर्जे की मेघगर्जन के साथ वज्रपात का येलो अलर्ट जारी किया है. केंद्री ने इन जिलों के लोगों से मौसम साफ होने तक सजग और सावधान रहने का आग्रह किया है.
सामान्य मानसूनी वर्षा वाले राज्य में झारखंड, सामान्य से सिर्फ 14% कम हुई है बारिश
अगस्त महीने के प्रारंभ में हुई जबरदस्त वर्षा की वजह से झारखंड में इस वर्ष मानसून की सामान्य वर्षा 08 अगस्त तक हो चुकी है. राज्य में 01 जून से 08 अगस्त तक सामान्यतः औसतन 590.8 MM वर्षा की जगह 505.8 मिमी वर्षा अभी तक हुई है. यह औसत सामान्य वर्षा से सिर्फ 14 प्रतिशत कम है, जो सामान्य वर्षापात के रेंज में आता है.
इन 07 जिलों में अभी भी सामान्य से कम हुई है वर्षा
8 अगस्त तक के आंकड़ों के अनुसार राज्य में चतरा (-40%), देवघर(-39%), पूर्वी सिंहभूम(-33%), हजारीबाग(-22%), लोहरदगा(-41%), पाकुड़(-52%) और पश्चिम सिंहभूम(-30%) ऐसे सात जिले हैं जहां मानसूनी वर्षापात औसत से कम है. जबकि धनबाद, गढ़वा, पलामू और सिमडेगा ऐसे चार जिले हैं जहां मानसूनी वर्षापात सामान्य से अधिक हुई है. धनबाद में सामान्य से 13% अधिक बारिश अभी तक हुई है तो गढ़वा में भी सामान्य से 12 % अधिक वर्षा हो चुकी है. इसी तरह पलामू में अबतक सामान्य से 6% और सिमडेगा में सामान्य से 3% अधिक वर्षा हुई है.
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