रांची: लोकसभा में गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे की तीन राज्यों के कुछेक हिस्सों को मिलाकर केंद्र शासित प्रदेश बनाने की मांग के बयान खिलाफ राजनीतिक पारा चढ़ गया है. झामुमो के केंद्रीय समिति के निर्देश पर शनिवार को राज्य के तीन जिला पलामू, चतरा और लातेहार को छोड़ पूरे प्रदेश के जिला मुख्यालयों में भाजपा सांसद को झारखंड विरोधी बताते हुए उनका पुतला फूंका गया. रांची में जिला झामुमो के अध्यक्ष मुश्ताक आलम के नेतृत्व में बड़ी संख्या में जेएमएम कार्यकर्त्ताओं ने निशिकांत दुबे के विरोध में नारेबाजी की और अल्बर्ट एक्का चौक पर भाजपा सांसद का पुतला फूंका.
'झारखंड विरोधी हैं निशिकांत'
झामुमो के रांची जिलाध्यक्ष मुस्ताक आलम ने कहा कि वर्तमान लोकसभा सभा सत्र के दौरान सांसद निशिकांत दूबे द्वारा झारखंड और आदिवासियों के विरुद्ध दिए गए बयान से राज्य की जनता आक्रोशित है. उसी आक्रोश का प्रदर्शन झामुमो प्रदेश भर में आज भाजपा सांसद का पुतला दहन कर कर रहा है. गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे पर लोकसभा सत्र के दौरान भ्रामक और विवादित बयान देने का आरोप लगाते हुए मुस्ताक आलम ने कहा कि संथाल परगना, बिहार और बंगाल के कुछ हिस्सों को मिलकर केंद्र शासित प्रदेश बनाने की किसी भी कोशिश को राज्य की जनता स्वीकार नहीं करेगी.
झामुमो नेता ने मुश्ताक आलम में कहा कि निशिकांत दुबे का लोकसभा में कहीं बात घोर निंदनीय है. जब भाजपा के आंतरिक सर्वे में यह बात पता चल गया है कि आगामी विधानसभा चुनाव में इनकी स्थिति ठीक नहीं रहने वाली है तो ये तरह तरह के हथकंडे और प्रोपोगेंडा कर रहे हैं. इस पुतला दहन कार्यक्रम में केंद्रीय सदस्य समनूर मंसूरी, उपाध्यक्ष अश्विनी शर्मा, कलाम आजाद, सचिव डॉ. हेमलाल कुमार मेहता, रामशरण विश्वकर्मा, आफताब आलम, अरुण वर्मा, चिंतामणी सांगा, कैथरीना तिर्की, जीत गुप्ता, महादेव मुंडा, जिला संयुक्त सचिव सुजीत उपाध्याय, महिला मोर्चा जिला अध्यक्ष नयनतारा उरांव, सचिव शांति तिर्की सहित बड़ी संख्या में नेता कार्यकर्ता शामिल हुए.
वहीं पूर्व मंत्री और भाजपा के रांची से विधायक सीपी सिंह का पुतला यूथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने फूंका. यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव राजेश सिन्हा "सन्नी" ने कहा कि रांची की भोली-भाली जनता कई बार से सीपी सिंह को राजधानी के रांची का विधायक बनाया. लेकिन बदले में उन्हें गंदगी, खुली नालियां,जलजमाव और परेशानी मिली है. सन्नी ने आगे कहा कि अब राजधानी की जनता हिसाब करने के लिए तैयार है.
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