हैदराबाद: दो फरवरी को रांची से हैदराबाद पहुंचे झामुमो और कांग्रेस के विधायक रांची के लिए रवाना हो गये हैं. इन सभी विधायकों को हैदराबाद में रखा गया था. माना जा रहा था कि उनके रांची में रहने के दौरान पार्टी में टूट हो सकती है या कुछ विधायक पार्टी छोड़ सकते हैं. इसे देखते हुए 2 फरवरी को सभी विधायकों को चार्टर्ड प्लेन से हैदराबाद भेजा गया और सभी को हैदराबाद के लियोनिया रिजॉर्ट में रखा गया. अब इन सभी लोगों को फिर से चार्टर्ड प्लेन से हैदराबाद से रांची वापस भेजा गया है.
हैदराबाद एयरपोर्ट पर कांग्रेस नेता प्रणव झा ने बताया कि बीजेपी ने उनके विधायकों को तोड़ने की कोशिश की थी इसलिए सभी विधायकों को हैदराबाद लाया गया था. उन्होंने कहा 'सीएम को वोट देने की इजाजत दे दी गई है. हमारे पास पर्याप्त संख्या है, वास्तव में बहुमत से कहीं अधिक. हम इसलिए आए क्योंकि बीजेपी अभी भी हमें तोड़ने की कोशिश कर रही थी...ईडी, सीबीआई, आईटी का खतरा था. वे हर विपक्षी राज्य को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं'
आपको बता दें कि हेमंत सोरेन के इस्तीफे के बाद चंपई सोरेन ने झारखंड के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. इसके बाद राज्यपाल ने उन्हें 10 दिन के भीतर बहुमत साबित करने का समय दिया. इसके तहत चंपई सोरेन 5 फरवरी को रांची विधानसभा में अपनी सरकार का बहुमत साबित करेंगे. इस बहुमत परीक्षण में भाग लेने के लिए सभी विधायकों को हैदराबाद से रांची भेजा गया है.
सभी विधायकों को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच हैदराबाद के लियोनिया रिजॉर्ट में रखा गया और अब वहां से उन्हें कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच हैदराबाद एयरपोर्ट भेजा गया है. जहां से सभी रांची के लिए रवाना हो गए. कुल मिला करके झारखंड की चंपई सोरेन सरकार को बहुमत साबित करने के लिए विधायकों को एकजुट रखने के लिए जिस रिजॉर्ट पॉलिटिक्स की शुरुआत की गई थी अब उसका समापन हो गया है.
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