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केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का बयान, कहा- पिछड़ा नहीं है झारखंड - Nirmala Sitharaman statement - NIRMALA SITHARAMAN STATEMENT

Union Finance Minister Nirmala Sitharaman in Ranchi. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि झारखंड पिछड़ा नहीं है. अपने एकदिवसीय दौरे में महिला सशक्तिकरण पर आयोजित संवाद कार्यक्रम के दौरान ये बातें वित्त मंत्री ने कहीं हैं.

Jharkhand is not backward said Union Finance Minister Nirmala Sitharaman statement in Ranchi
रांची में सशक्तिकरण पर संवाद कार्यक्रम में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : May 9, 2024, 10:47 PM IST

झारखंड को लेकर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का बयान (ETV Bharat)

रांचीः केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण झारखंड को पिछड़ा नहीं मानती. एक दिवसीय दौरे पर रांची दौरे पर आईं केंद्रीय वित्त मंत्री ने यह बात राजधानी के एक बैक्वेट हॉल में महिला सशक्तिकरण पर आयोजित संवाद कार्यक्रम के दौरान मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए कहीं.

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि यहां के लोग अच्छे हैं. झारखंड के लोग अपनी पहचान और योग्यता के बल पर समता के साथ पूरे देशभर में हैं और उनका योगदान महत्वपूर्ण है. मैं चाहती हूं कि केंद्र और राज्य सरकार के समन्वय से यहां रोजगार के अवसर अधिक से अधिक मिले. जिससे युवा अपने पैरेंट्स के साथ रह सकें. अगर अवसर उन्हें यहीं मिलेगा तो पलायन भी नहीं होगा.

रोजगार पर विपक्ष द्वारा उठाए जा रहे सवाल पर वित्त मंत्री ने दी सफाई

केंद्रीय वित्त मंत्री ने रोजगार के मुद्दे पर विपक्ष द्वारा उठाए जा रहे सवाल पर सफाई देते हुए कहा कि आंकड़ा बताना मुश्किल जरूर है मगर पिछले 12 महीनों में पीएम ने रोजगार मेला के जरिए 10 लाख युवाओं के बीच नियुक्ति पत्र नहीं बांटे हैं. उन्होंने कहा कि मुद्रा लोन के जरिए युवाओं को स्वरोजगार करने के क्या अवसर नहीं मिले हैं. स्टार्टअप में एक लाख से अधिक रजिस्टर्ड हैं जिनके माध्यम से बड़े पैमाने पर रोजगार सृजित नहीं होंगे क्या. इसी तरह सीडबी से रोजगार के अवसर क्या नहीं पैदा हुए. सोलर पार्क देश में हर जगह बनाए जा रहे हैं क्या उनसे रोजगार नहीं पैदा हो रहे हैं.

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सवाल पूछते हुए कहा कि स्टार्ट अप के जरिए बैंकों से मिलने वाले एससी-एसटी लोगों को रोजगार के लिए लोन से देश में इम्प्लाइमेंट नहीं बढ़ रहा है क्या. कंस्ट्रक्शन क्षेत्र में बड़े शहर से लेकर छोटे शहर तक में बन रहे अपार्टमेंट और घर में रोजगार के अवसर पैदा हो रहे हैं, क्या इससे लोगों को रोजगार नहीं मिल रहा है. महिला सशक्तिकरण विषय पर आयोजित संवाद कार्यक्रम में केंद्रीय वित्त मंत्री ने मोदी सरकार के 10 वर्षों के कार्यकाल के दौरान महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए चलाए गए योजनाओं पर विस्तार से चर्चा की.

केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि जिस समय जीरो बैलेंस पर बैंकों में जनधन खाता खोलने की बात सामने आई तो उस समय बैंकों की परेशानी जोर शोर से उठाया गया. मगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे लागू करने की बात कही और आज की तारीख में जनधन योजना के तहत बैंक में 3 लाख करोड़ से अधिक की राशि जमा है. जिससे महिलाएं अपनी छोटी छोटी बचत को बैंक खाते में रख रही हैं.

इसे भी पढ़ें- रांची में उद्यमियों से रू-ब-रू हुईं केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, कहा- झारखंड में एक नया जंगलराज, दीवार से पाताल तक मिल रहा कैश - Nirmala Sitharaman

इसे भी पढ़ें- वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ लैंड स्कैम के आरोपी विष्णु अग्रवाल की तस्वीर वायरल, झामुमो ने बाबूलाल मरांडी पर ली चुटकी, भाजपा ने दी सफाई - Nirmala Seetharaman

झारखंड को लेकर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का बयान (ETV Bharat)

रांचीः केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण झारखंड को पिछड़ा नहीं मानती. एक दिवसीय दौरे पर रांची दौरे पर आईं केंद्रीय वित्त मंत्री ने यह बात राजधानी के एक बैक्वेट हॉल में महिला सशक्तिकरण पर आयोजित संवाद कार्यक्रम के दौरान मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए कहीं.

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि यहां के लोग अच्छे हैं. झारखंड के लोग अपनी पहचान और योग्यता के बल पर समता के साथ पूरे देशभर में हैं और उनका योगदान महत्वपूर्ण है. मैं चाहती हूं कि केंद्र और राज्य सरकार के समन्वय से यहां रोजगार के अवसर अधिक से अधिक मिले. जिससे युवा अपने पैरेंट्स के साथ रह सकें. अगर अवसर उन्हें यहीं मिलेगा तो पलायन भी नहीं होगा.

रोजगार पर विपक्ष द्वारा उठाए जा रहे सवाल पर वित्त मंत्री ने दी सफाई

केंद्रीय वित्त मंत्री ने रोजगार के मुद्दे पर विपक्ष द्वारा उठाए जा रहे सवाल पर सफाई देते हुए कहा कि आंकड़ा बताना मुश्किल जरूर है मगर पिछले 12 महीनों में पीएम ने रोजगार मेला के जरिए 10 लाख युवाओं के बीच नियुक्ति पत्र नहीं बांटे हैं. उन्होंने कहा कि मुद्रा लोन के जरिए युवाओं को स्वरोजगार करने के क्या अवसर नहीं मिले हैं. स्टार्टअप में एक लाख से अधिक रजिस्टर्ड हैं जिनके माध्यम से बड़े पैमाने पर रोजगार सृजित नहीं होंगे क्या. इसी तरह सीडबी से रोजगार के अवसर क्या नहीं पैदा हुए. सोलर पार्क देश में हर जगह बनाए जा रहे हैं क्या उनसे रोजगार नहीं पैदा हो रहे हैं.

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सवाल पूछते हुए कहा कि स्टार्ट अप के जरिए बैंकों से मिलने वाले एससी-एसटी लोगों को रोजगार के लिए लोन से देश में इम्प्लाइमेंट नहीं बढ़ रहा है क्या. कंस्ट्रक्शन क्षेत्र में बड़े शहर से लेकर छोटे शहर तक में बन रहे अपार्टमेंट और घर में रोजगार के अवसर पैदा हो रहे हैं, क्या इससे लोगों को रोजगार नहीं मिल रहा है. महिला सशक्तिकरण विषय पर आयोजित संवाद कार्यक्रम में केंद्रीय वित्त मंत्री ने मोदी सरकार के 10 वर्षों के कार्यकाल के दौरान महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए चलाए गए योजनाओं पर विस्तार से चर्चा की.

केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि जिस समय जीरो बैलेंस पर बैंकों में जनधन खाता खोलने की बात सामने आई तो उस समय बैंकों की परेशानी जोर शोर से उठाया गया. मगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे लागू करने की बात कही और आज की तारीख में जनधन योजना के तहत बैंक में 3 लाख करोड़ से अधिक की राशि जमा है. जिससे महिलाएं अपनी छोटी छोटी बचत को बैंक खाते में रख रही हैं.

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