रांची: राजधानी रांची सहित राज्य के अन्य शहरों में ट्रैफिक व्यवस्था सुदृढ़ करने के उदेश्य से फ्लाईओवर और रिंगरोड निर्माण की प्रगति की समीक्षा मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने की. झारखंड मंत्रालय में हुई इस समीक्षा बैठक में पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव सुनील कुमार ने पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से रांची में चल रहे फ्लाईओवर निर्माण के कार्य प्रगति की जानकारी दी.
इस दौरान रांची में विभाग के द्वारा बन रहे 52 किलोमीटर इंटरनल रिंग रोड के प्रस्ताव पर कार्य को लेकर अवगत कराया गया. यह रिंगरोड 11 खंडों में तैयार होगा जिसमें तीन खंड पहले से निर्मित है. बाकी निर्माण कार्य के लिए डीपीआर बनाने की प्रक्रिया जारी है और तीन विभागों से प्रशासनिक स्वीकृति भी मिल चुकी है.
12 फ्लाईओवर बनाने की तैयारी
राज्य में 12 फ्लाईओवर निर्माण बनाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है जिसमें सरायकेला में दो और दुमका में एक फ्लाईओवर बनाया जाएगा. वहीं शेष 9 फ्लाईओवर रांची में बनाए जाएंगे. समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री के समक्ष पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव सुनील कुमार ने कहा कि राज्य के दुमका, डाल्टनगंज, चाईबासा, गिरिडीह और जमशेदपुर में पथ निर्माण विभाग द्वारा जहां बाईपास सड़क निर्माण का डीपीआर तैयार किया जा रहा है वहीं रांची के करमटोली से रिम्स होते हुए बूटी मोड़ तक और हिनू से बिरसा चौक होते हुए डीपीएस स्कूल तक फ्लाईओवर निर्माण किए जाने का डीपीआर बनाया गया है.
सितंबर तक सिरमटोली-मेकॉन फ्लाईओवर निर्माण पूरा करने का निर्देश
समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने इस साल सितंबर तक सिरमटोली मेकॉन फ्लाईओवर निर्माण कार्य पूर्ण करने का निर्देश देते हुए कहा कि सिरमटोली फ्लाईओवर रांची शहर की ट्रैफिक समस्या को नियंत्रित करने का एक बेहतर विकल्प है. इस फ्लाईओवर निर्माण कार्य में किसी प्रकार से विलंब नहीं होना चाहिए. हमारी सरकार चाहती है कि रांची शहर वासियों को जल्द से जल्द ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात दिलाई जाए.
उन्होंने कहा कि राज्य में यातायात नियंत्रण हमारी सरकार की प्राथमिकता है. इस मौके पर विभागीय प्रधान सचिव ने कहा कि श्रीराम टोली से मैं कौन तक बन रहे फ्लाईओवर निर्माण कार्य में दो स्थान पर केवल स्टे पूल बनाना है. इसको लेकर रेलवे से सहयोग मांगा गया है. केवल स्टे पूल बनने वाले दो स्थानों को छोड़कर लगभग सभी कार्य पूर्ण किए जा चुके हैं. केवल स्टे पूल निर्माण कार्य शीघ्र प्रारंभ हो सके इसके लिए रांची रेल मंडल के डीआरएम ने पूर्ण रूप से सहयोग देने की बात कही है. रेलवे से निर्देश मिलते ही अतिरिक्त मानव बल लगाकर केवल स्टे पूल निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा.
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