हजारीबाग: जहां कभी नक्सलियों की हुकूमत चलती थी अब वहां मतदाताओं ने बुलेट का जवाब बैलेट से दिया है. इन क्षेत्रों में जमकर मतदान हो रहा है. हजारीबाग के विष्णुगढ़ और टाटीझरिया के मतदाताओं में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है. यह क्षेत्र कभी घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र माने जाते थे. हजारीबाग के टाटीझरिया प्रखंड में कई ऐसे गांव हैं जो कभी घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र माने जाते थे. धीरे-धीरे यह समस्या क्षेत्र से दूर होती चली गयी. अब यह क्षेत्र नक्सल मुक्त घोषित किया जा चुका है. इन क्षेत्रों में मतदाताओं का उत्साह भी अपने चरम पर है.
मतदाता घर से बाहर निकल कर मतदान कर रहे हैं
मतदान प्रतिशत की अगर बात करें तो 3 बजे तक टाटीझरिया के कालूह गांव में लगभग 61.47% मतदान हो चुका था. मतदाता सुबह से ही मतदान केंद्र में वोट देने के लिए पहुंचे. यहां के स्थानीय भी बताते हैं कि इन क्षेत्रों में नक्सलियों की धमक थी. मतदान के दिन लोग घर में कैद रहा करते थे. सरकारी योजना और निर्वाचन आयोग के सकारात्मक पहल के कारण बंपर वोटिंग हुई है. लोगों ने बुलेट का जवाब बैलेट से दिया है. मतदाताओं का भी कहना है कि वैसे उम्मीदवार जो क्षेत्र में विकास योजना को धरातल पर लाएंगे, रोजगार का सृजन करेंगे उन्हें सदन भेजा जाएगा.
वहीं महिला बीएलओ भी बताती हैं कि पहले और अब में काफी अंतर आया है. मतदाताओं में उत्साह भी है और वह मतदान करने के लिए पहुंच रहे हैं. पहले मतदान करना चुनौती भरा काम था. अब वह चुनौती खत्म हो चुकी है. मतदाता खुद से मतदान केंद्र में पहुंचते हैं. बीएलओ महिला का कहना है कि मतदान के दिन नक्सली जंगल में ही रहा करते थे. इस कारण लोग डर से बाहर नहीं निकलते थे. अब मतदाता विकास एवं अन्य मुद्दों को लेकर मतदान करने के लिए मतदान केंद्र में पहुंच रहे हैं और वोट डाल रहे हैं.
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