रांची: झारखंड विधानसभा का बजट सत्र आज यानी 23 फरवरी से शुरू हो गया है. पहले दिन सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले झारखंड कर्मचारी चयन आयोग द्वारा आयोजित सीजीएल परीक्षा पेपर लीक का मामला गरमाया रहा. पेपर लीक मामले में विपक्ष की ओर से सीबीआई जांच की मांग पर पलटवार करते हुए सत्ता पक्ष के विधायक-मंत्री ने एसआईटी जांच की सराहना की.
'पहले से चल रही सीबीआई जांच अब तक नहीं हुई पूरी'
माले विधायक विनोद कुमार सिंह ने विपक्ष की मांग पर आपत्ति जताते हुए कहा कि जेपीएससी मेधा घोटाला मामले में पहले से ही सीबीआई जांच कर रही है, लेकिन अभी तक कोई नतीजा नहीं निकला है. विधानसभा में नियुक्ति के मामले की जांच एक विशेष न्यायाधिकरण कर रहा है, लेकिन लंबे समय से कोई नतीजा नहीं निकला है. ऐसे में जिस तरह से जेएसएससी पेपर लीक मामले में गठित एसआईटी ने कम समय में तेजी से जांच की है और तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. ऐसा लग रहा है कि सरकार इस मुद्दे पर गंभीर है.
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि वे नाटक और नौटंकी कर सदन का समय बर्बाद करते हैं. अगर मुख्यमंत्री सीजीएल पेपर लीक की एसआईटी जांच से संतुष्ट नहीं हुए तो आगे का फैसला लेंगे. फिलहाल, इस मामले में जांच चल रही है. उसे आगे बढ़ने की जरूरत है.
मंत्री नहीं बनने का मलाल नहीं- बैद्यनाथ राम
आखिरी वक्त में मंत्री बनने से चूके लातेहार के जेएमएम विधायक बैद्यनाथ राम ने विधानसभा पहुंचकर अपनी नाराजगी से इनकार किया और कहा कि उन्हें मंत्री नहीं बनने का कोई मलाल नहीं है. उन्होंने कहा कि मेरे साथ जिस तरह से हुआ उस पर मैंने नाराजगी जताई थी, लेकिन अब सब ठीक है. उन्होंने कहा कि मुझसे दिल्ली के बारे में चर्चा न करें. बजट सत्र के दौरान मैं सदन के अंदर अपनी बात प्रमुखता से उठाऊंगा और पिछले दिनों जो कुछ हुआ वह बाहर की बात थी. नाराजगी अपनी जगह है लेकिन सदन की बात अलग है.
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