कोटा: देश की सबसे बड़ी इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जॉइंट एंट्रेंस एग्जाम मेन 2025 (JEE MAIN) का आयोजन 22 से 31 जनवरी और 1 से 8 अप्रैल के बीच होना है. हालांकि, परीक्षा किस-किस दिन और कितनी पारियों में होगी या घोषणा नहीं की गई है. बीते साल भी इस तरह से शेड्यूल जारी किया गया था, लेकिन बाद में जब एग्जाम की डेट जारी की गई, जिसमें सामने आया था कि 5 दिनों में 10 पारियों में यह परीक्षा हुई थी. पहले भी ऐसा ही होता रहा है.
एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा का कहना है कि इसी तरह से साल 2025 में भी दोनों सेशन की परीक्षाएं 5 दिन में आयोजित की जा सकती है. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने जनवरी सेशन में 22 से 31 जनवरी, 10 दिन का समय दिया है. इसी तरह से 1 से 8 अप्रैल तक 8 दिन का समय दिया गया है. एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि इस समय सीमा को देखते हुए सेंट्रल व स्टेट-बोर्ड्स को 12वीं-बोर्ड गणित संकाय के कैंडिडेट की बोर्ड परीक्षाएं मार्च के तीसरे सप्ताह तक समाप्त करनी होगी, ताकि जेईई मेन में भाग लेने वाले कैंडिडेट को जेईई मेन अप्रैल सेशन की परीक्षा में शामिल होने से पहले कम से कम एक सप्ताह का समय मिले. देव शर्मा ने बताया कि भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय को इस विषय को संज्ञान में लेते हुए सेंट्रल व स्टेट बोर्ड्स को आवश्यक कदम उठाने दिशा निर्देश जारी करने होंगे.
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एडिशनल की जगह कंपनसेटरी टाइम उपयोग करने के निर्देश : देव शर्मा ने बताया कि दिव्यांग कैंडिडेट के उपयोग में ली जाने वाले शब्दावली को लेकर भारत सरकार संवेदनशील है. एनटीएन इनफॉरमेशन बुलेटिन में साफ लिखा गया है कि एडिशनल-टाइम शब्द का उपयोग नहीं किया जाए. जबकि इसके स्थान पर कंपनसेटरी टाइम शब्द का उपयोग किया जाए. परीक्षा के दौरान दिव्यांग कैंडिडेट के लिए 20 मिनट प्रति घंटे का कंपनसेटरी टाइम तय किया गया है.
इस हिसाब से जेईई मेन 2025 में शामिल होने वाले दिव्यांग कैंडिडेट को 1 घंटे का 'कंपनसेटरी-टाइम' मिलेगा. इसमें दिव्यांग कैंडिडेट चाहे स्क्राईब का उपयोग करें या नहीं करें उन्हें, कंपनसेटरी टाइम जरूर मिलेगा.