लखनऊ: देश के प्रतिष्ठित इंजीनियरिगं संस्थान आईआईटी में प्रवेश के लिए आयोजित प्रवेश परीक्षा जेईई (एडवांस) में फिटजी लखनऊ के छात्र अंशुमान मिश्रा ने ऑल इण्डिया रैंक 371 हासिल कर पूरे लखनऊ में टॉप किया है. वही, शहर में युग शर्मा ऑल इण्डिया रैंक 606, आरोह राय ऑल इण्डिया रैंक 868, ऋषित राय ऑल इण्डिया रैंक 925, श्रेयांश चतुर्वेदी ऑल इण्डिया रैंक 1103, अतुल देव ऑल इण्डिया रैंक 1249, सानवी पुरवार ऑल इण्डिया रैंक 1605, शाश्वत बाजपेयी ऑल इण्डिया रैंक 1879, समर सिंह यादव ऑल इण्डिया रैंक 1881, अग्रीम सिंह ऑल इण्डिया रैंक 1985 रैकं रही.
लखनऊ के छात्रों द्वारा प्रतियोगी परीक्षा जेईई (मेंस) और जेईई (एडवांस) में हर वर्ष उत्कृष्ट प्रदर्शन रहा है. परिणाम के तहत राजधानी में 15000 के अंदर 90 छात्रों का चयन हुआ है. जेईई एक्सपर्ट एनके दुबे ने बताया, कि इस वर्ष आईआईटी में प्रवेश के लिए प्रवेश परीक्षा भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास द्वारा आयोजित की गयी. उन्होंने बताया कि जोसा की बेबसाइट पर काउंसिलिंग की प्रक्रिया 10 जून से शुरू होगी.
अंशुमान मिश्रा करना चाहते हैं इंजीनियरिंग: जेईई एडवांस की परीक्षा परिणाम में ऑल इंडिया रैंक 371 अर्जित करने वाले अंशुमान मिश्रा ने बताया, कि उनके बहन-भाइयों से प्रेरित होकर इंजीनियरिंग करना चाहते हैं. उन्होंने सीबीएसई बोर्ड से 10वीं की परीक्षा डीपीएस इंदिरा नगर से 96 प्रतिशत और 12वीं की परीक्षा डीपीएस गोमती नगर से 98 प्रतिशत अंक हासिल किए थे. उन्होंने बताया, कि साइंस में इंट्रेस्ट होने के कारण उन्होंने इंजीनियरिंग करने का लक्ष्य तय किया था. उन्होंने कभी घंटों में तय करके पढ़ाई नहीं की. बल्कि लक्ष्य तय करके ही पढ़ाई की है. इनके पिता रवि शंकर मिश्रा असिस्टेंट ऑडिट ऑफिसर हैं और मां सुषमा मिश्रा गृहिणी है.
सानवी पुरवार को है मैथ्स में इंट्रेस्ट: जेईई एडवांस की परीक्षा परिणाम में ऑल इंडिया रैंक 1605 हासिल करने वाली सानवी पुरवार ने बताया, कि मैथ्स में इंट्रेस्ट होने के कारण वह इंजीनियरिंग करना चाहती है. सानवी ने लार्माटिनियर गर्ल्स कॉलेज से आईसीएसई में 99.4 प्रतिशत अंक हासिल किये थे. इसके बाद सेंट जेवियर्स कान्वेंट कॉलेज से आईएससी की परीक्षा में 97.25 प्रतिशत अंक हासिल किये है. उन्होंने बताया कि वह प्रतिदिन करीब आठ घंटे की पढ़ाई करती है. इनके पिता डॉ. अनुपम पुरवार आंख के डॉक्टर है और मां डॉ. सारिका अग्रवाल स्त्री रोग विशेषज्ञ हैं.
युग शर्मा करना चाहते हैं इंजीनियरिंग: जेईई एडवांस की परीक्षा परिणाम में आल इंंडिया रैंक 606 अर्जित करने वाले युग शर्मा ने बताया, कि वह भविष्य में इंजीनियरिंग करना चाहते हैं. स्कूल के अलावा कोचिंग करने के साथ वह करीब 6 घंटे की स्वयं से पढ़ाई करते है. इन्होंने हाईस्कूल स्टेलामेरी स्कूल से सीबीएससी बोर्ड से 98 प्रतिशत अंकों के साथ पास किया था और एमजी कान्वेंट से सीबीएससी बोर्ड से 12वीं की परीक्षा में 98.2 प्रतिशत अंक अर्जित किये हैं. इनके पिता राजकुमार शर्मा बिजनेस मैन है और मां पूजा शर्मा गृहिणी है.
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टॉप फाइव में दाखिला चाहते हैं ऋषित राय: जेईई एडवांस परीक्षा परिणाम में ऑल इंडिया रैंक 925 अर्जित करने वाले ऋषित राय ने बताया, कि इस परीक्षा परिणाम से वह बेहद खुश हैं. वह करीब 8 घंटे की पढ़ाई करते है. वह टॉप फाइव आईआईटी में दाखिला लेना चाहते हैं. इन्होंने सीएमएस से आईसीएसई बोर्ड से 98.6 प्रतिशत अंक हासिल किये है और बाराबंकी के एसबी कॉलेज से सीबीएससी बोर्ड से 12वीं की परीक्षा 96.4 प्रतिशत अंक अर्जित किये है. इनके पिता राकेश कुमार पीडब्ल्यूडी में इंजीनियर है और मां बिन्दु राय गृहिणी है.
कम्प्यूटर साइंस से इंजीनियरिंग करना चाहते हैं आरोह राय: जेईई एडवांस में आरोह राय ने ऑल इण्डिया रैंक 868 हासिल की है. उन्होंने बताया कि वह करीब पांच से छह घंटे प्रतिदिन पढ़ाई करते है और परीक्षा के समय पढ़ाई का समय बढ़ा देते हैं. इन्होंने सीबीएसई बोर्ड से वाराणसी के सनबीम स्कूल से 10वीं की परीक्षा में 98 प्रतिशत और इंटर लखनऊ में डीपीएस गोमती नगर से 93 प्रतिशत अंकों से पास किया है. उन्होंने बताया कि वह कम्प्यूटर साइंस से इंजीनियरिंग करना चाहते हैं. इनके पिता शैलेन्द्र कुमार बीएसएनएल में इलेक्ट्रानिक इंजीनियर है और मां संगीता राय गृहिणी है.
माता-पिता के आशीर्वाद और कड़ी मेहनत मिली सफलता: राजधानी के ईशान कृष्ण अग्रवाल ने देश की प्रतिष्ठित जेईई एडवांस परीक्षा में 346वीं रैंक हासिल की है. आईआईटी की इस प्रवेश परीक्षा में शीर्ष 500 में स्थान हासिल करना ईशान की असाधारण योग्यता और दृढ़ता का प्रमाण है. मूल रूप से गोरखपुर के रहने वाले ईशान की प्रारंभिक शिक्षा-दीक्षा अयोध्या में हुई. उनके पिता एमपी अग्रवाल आईएएस हैं और वर्तमान में प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा के पद पर कार्यरत हैं. वह अयोध्या के जिलाधकारी व मंडलायुक्त भी रहे हैं. ईशान अपनी शैक्षणिक यात्रा में हासिल इस महत्वपूर्ण उपलब्धि का श्रेय अपने पिता एमपी अग्रवाल और मां अर्चा अग्रवाल को देते हैं, जिन्होंने उन्हें उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए आवश्यक प्रोत्साहन और संसाधन प्रदान किया. वह कहते हैं कि ईश्वर की कृपा और माता-पिता के आशीर्वाद से उन्हें कड़ी मेहनत के लिए ताकत मिलती रही. ईशान के बड़े भाई अमोघ विक्रम अग्रवाल ने भी जेईई एडवांस परीक्षा 2020 में देश में 468वीं रैंक हासिल की थी. अमोघ ने आईआईटी दिल्ली से इस साल स्नातक किया है.
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