मिर्जापुरः इस समय उत्तर प्रदेश में रेलवे ट्रैक पर पत्थर, गैस सिलिंडर और लोहे के पिलर सहित अन्य वस्तुएं की घटनाएं सामने आ रही हैं. इसी कड़ी में मिर्जापुर में दिल्ली हावड़ा रूट की पटरियों पर अग्निमश्मन यंत्र और पत्थर रखने का मामला सामने आया है. जीवनाथपुर रेलवे स्टेशन के पास डाउन लाइन पर अग्निशमन यंत्र रखकर ट्रेन पलटाने की साजिश की आशंका देखते हुए रेलवे विभाग में हड़कंप मच गया.
दरअसल, शनिवार के सुबह 5:00 बजे जीवनाथपुर रेलवे स्टेशन के अप और डाउन लाइन से मालगाड़ी गुजर रही थी. अप लाइन के मालगाड़ी जब जीवनाथपुर से आगे निकली तो गार्ड ने डाउन लाइन के ट्रैक पर एक अग्निशमन यंत्र पड़ा देखा और इसकी सूचना जीवनाथपुर रेलवे स्टेशन के सहायक स्टेशन मास्टर संतोष को दी. सहायक स्टेशन मास्टर ने वॉकी टॉकी से डाउन लाइन के मालगाड़ी के लोको पायलट को सूचना दी. लोको पायलट ने सूचना मिलते ही तत्काल आपात ब्रेक लगाकर ट्रेन को अग्निशमन यंत्र के पहले ही रोक लिया. इसके बाद आरपीएफ चुनार के प्रभारी निरीक्षक मोहम्मद सालिक फोर्स लेकर जीआरपी के साथ मौके पर पहुंचे. आरपीएफ और जीआरपी ने डाउन लाइन ट्रैक पर रखे अग्निशमन यंत्र को हटाकर मालगाड़ी को गुजारा. आरपीएफ ने अग्निशमन यंत्र को कब्जे में लेकर जांच में जुट गई है.
आरपीएफ चुनार के प्रभारी निरीक्षक मोहम्मद सालिक ने बताया कि प्रयागराज से पीडीडीयू नगर जंक्शन की तरफ मालगाड़ी जेजे 109 जा रही थी. इस डाउन ट्रैक पर अग्निशमन यंत्र पड़ा हुआ था. अप लाइन के मालगाड़ी के लोको पायलट ने इसकी सूचना सहायक स्टेशन मास्टर को दी थी.सहायक स्टेशन मास्टर के सूचना पर टीम पहुंचकर अग्निशमन यंत्र को हटा दिया और ट्रेन को आगे रवाना कर अग्निशमन को कब्जे में लेकर जांच की जा रही है. आशंका है कि किसी ट्रेन का अग्निशमन यंत्र होगा जो गिर गया होगा. अग्निशमन यंत्र करीब 4 किलोग्राम का है उसे पर 10/ 24 डीआर लिखा हुआ है. फिर भी पूरे मामले की जांच की जा रही है.
दिल्ली हावड़ा रूट के ट्रैक पर बार-बार नाबालिग रख रहा था पत्थर
वहीं, रेलवे पटरियों पर पत्थर रखकर पत्थर को चूर होना एक नाबालिग देखना चाह रहा था. जिसको लेकर बार-बार दिल्ली हावड़ा रूट के रेलवे पटरियों पर पत्थर रख रहा था. गनीमत थी की ट्रेन आने के पहले रेलवे फाटक के गेटमैन नितेश कुमार प्रजापति पटरियों पर रखे पत्थर को हटा देता था. समय से रहते पत्थर न हटाता तो ट्रेन डिरेल भी हो सकती थी. तीन बार पत्थर रखने से परेशान होकर गेटमैन ने इसकी सूचना आरपीएफ को दी. सूचना पर आरपीएफ निरीक्षक दिनेश कुमार सहायक उप निरीक्षक अशोक कुमार कांस्टेबल राजन पांडे जीआरपी स्टाफ के साथ गेटमैन के पास पहुंचकर पत्थर को कब्जे में ले लिया. इसके बाद तलाश किया तो पत्थर रखने वाला नाबालिग निकला. नाबालिग को पकड़ कर उसके पिता के सामने पूछताछ की तो अपराध कबूल कर लिया. आरपीएफ ने मुकदमा दर्ज कर किशोर न्यायालय भेज दिया.
आरपीएफ ने नाबालिग को पकड़ा
आरपीएफ निरीक्षक दिनेश कुमार ने बताया कि एक नाबालिग 14 वर्षीय बालक को पकड़ा गया है, जो बार-बार रेलवे पटरियों पर पत्थर रखा करता था. उस पत्थर को गेटमैन बार-बार हटा देता था. नाबालिग ने बताया कि यूट्यूब पर देखा था कि पटरी पर पत्थर रखने से पत्थर चूर हो जाता था. इसलिए वह पत्थर को चूर होना देखना चाह रहा था. जब वह पत्थर रखता था तो गेट में हरी झंडी बाहर दिखाने आता तो हटा देता था. जब पुलिस पहुंची से चुपचाप घर निकल आया.