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जदयू राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठकः केंद्र से विशेष राज्य के दर्जे की मांग करेगी पार्टी, विधानसभा चुनाव का ब्लूप्रिंट तैयार - JDU National Executive Meeting

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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Jun 29, 2024, 3:18 PM IST

Updated : Jun 29, 2024, 8:51 PM IST

Nitish Kumar जनता दल यूनाइटेड ने भविष्य की राजनीति की पटकथा लिख दी. राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पार्टी ने राजनीतिक प्रस्ताव पारित किये हैं. एक ओर जहां राज्यसभा सांसद संजय झा को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया, वहीं विधानसभा चुनाव को लेकर भी स्थिति स्पष्ट कर दी गई. पढ़ें, विस्तार से.

जदयू राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक.
जदयू राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक. (ETV Bharat)

पटना: देश की राजधानी दिल्ली में जनता दल यूनाइटेड की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक शनिवार 29 जून को हुई. राष्ट्रीय कार्यकारिणी में राजनीतिक प्रस्ताव पर मुहर लगी. नीतीश कुमार ने संजय झा को कार्यकारी अध्यक्ष बनाकर भविष्य की सियासत की दिशा तय कर दी. संजय झा को कार्यकारी अध्यक्ष बनने के साथ ही है स्पष्ट हो गया कि नीतीश कुमार भविष्य के राजनीति एनडीए के साथ करेंगे.

विशेष राज्य पर चर्चाः जदयू राष्ट्रीय कार्यकारिणी के राजनीतिक प्रस्ताव में कहा गया कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की हमारी पुरानी मांग है. आज की स्थिति में बिहार को विशेष राज्य का दर्जा अथवा विशेष पैकेज की आवश्यकता है, जिससे बिहार के करोड़ों लोगों के विकास और कल्याण के लिए ज्यादा मजबूती से काम किया जा सके. विशेष दर्जा या पैकेज मिलने पर बिहार के विकास की रफ्तार और तेज हो सकेगी. बिहार की प्रगति एवं खुशहाली के लिए जरूरत है कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा या विशेष पैकेज मिले.

जदयू कार्यकारिणी की बैठक.
जदयू कार्यकारिणी की बैठक. (ETV Bharat)

"संजय झा के कार्यकारी अध्यक्ष बनने से पार्टी के कार्यकर्ता और नेता और मजबूती से कार्य करेंगे. हम सबकी इच्छा है कि हमारी पार्टी जेडीयू एक राष्ट्रीय पार्टी बने, उसमें सहायक होगा, कई राज्यों में आने वाले चुनाव है, उन चुनाव में कैसे हम मजबूत होकर चुनाव लड़ें, इसके लिए संजय झा काम कर सकेंगे. विशेष राज्य का दर्जा या विशेष पैकेज की हमारी पुरानी मांग है. हमारे नेता आने वाले दिनों में प्रधानमंत्री से मिलेंगे और अपनी बात को हम मजबूती से रखेंगे."- अशोक चौधरी, मंत्री

नीतीश के नेतृत्व में विधानसभा चुनावः 2025 विधानसभा चुनाव को लेकर भी जेडीयू ने प्रस्ताव पारित किया है. पार्टी की ओर से कहा गया है कि 2025 का विधानसभा चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ा जाएगा. भाजपा को भी संकेत दे दिया गया कि 2025 विधानसभा चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ा जाएगा.

नौवीं अनुसूची में आरक्षण प्रस्तावः राजनीतिक प्रस्ताव में आरक्षण का जिक्र भी किया गया है. बिहार में आरक्षण के दायरे को बढ़ाकर 75% किया गया था लेकिन पटना उच्च न्यायालय ने सरकार के फैसले को पलट दिया है और आरक्षण के दायरे को लेकर असमंजस की स्थिति है. पार्टी आरक्षण के मसले को नौवीं अनुसूची में शामिल करना चाहेगी.

झारखंड में चुनाव लड़ने की तैयारी: बिहार के पड़ोसी राज्य झारखंड में दिसंबर महीने में विधानसभा चुनाव होने हैं और विधानसभा चुनाव में जदयू भी दो-दो हाथ के लिए तैयार है. पार्टी की ओर से कहा गया है कि झारखंड विधानसभा चुनाव में भी जदयू की ओर से उम्मीदवार खड़े किए जाएंगे. संभव है कि जदयू झारखंड में सहयोगी दलों पर गठबंधन के लिए दबाव बनाएगी.

अनुशासित सिपाही है जदयू कार्यकर्ताः जनता दल यूनाइटेड के कार्यकर्ता अनुशासित सिपाही की तरह काम करते हैं. लोकसभा चुनाव में बिहार में संगठन के सभी स्तरों पर पार्टी पदाधिकारी के साथ तालमेल और कार्यकर्ताओं के साथ निरंतर संवाद ने सफलता का मार्ग प्रशस्त किया. इस रणनीति का प्रयोग हमें 2025 के विधानसभा चुनाव में भी करना है.

संपूर्ण क्रांति की सीखः राजनीतिक प्रस्ताव में कहा गया कि हमारे लिए राजनीतिक सत्ता सेवा के लिए है, भोग के लिए नहीं. हमारे नेतृत्व की यही सोच है. इस राजनीतिक सत्ता का उपयोग सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक और सांस्कृतिक बदलाव एवं विकास के लिए होना चाहिए. ताकि बेहतर समाज बन सके. बिहार में पिछले 19 वर्षों में नीतीश कुमार ने सत्ता व्यवस्था परिवर्तन की कोशिश की है. जेपी की संपूर्ण क्रांति की यही सीख है.

करीब 100 सदस्य हुए शामिल: राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में राजनीतिक प्रस्ताव से जदयू ने अपनी मंशा साफ कर दी है. विशेष राज और विशेष पैकेज की मांग प्रमुखता से केंद्र के समक्ष उठाया जाएग.2025 का चुनाव बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा. राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक नीतीश कुमार की अध्यक्षता में आयोजित की गई. केंद्रीय मंत्री ललन सिंह पार्टी के मुख्य सलाहकार और राष्ट्रीय प्रवक्ता केसी त्यागी, वरिष्ठ मंत्री बिजेंद्र यादव, वरिष्ठ मंत्री विजय कुमार चौधरी सहित 100 के करीब सदस्य इस बैठक में शामिल हुए.

जानें JDU की बैठक में किन प्रस्तावों पर लगी मुहर

  1. संजय झा को कार्यवाहक अध्यक्ष बनाया गया
  2. नीतीश के नेतृत्व में 2025 का चुनाव लड़ने का ऐलान
  3. झारखंड चुनाव में भी अपने उम्मीदवार उतारेगी जेडीयू
  4. बिहार के लिए विशेष दर्जा या स्पेशल पैकेज की मांग
  5. आरक्षण से जुड़े फैसले का भी जिक्र, पार्टी SC जाएगी
  6. जेडीयू सदैव NDA गठबंधन का हिस्सा रहेगी
  7. राज्य पदाधिकारी और जिला पार्टी के पदाधिकारी जब भी दौरे पर जाएं बूथ प्रभारी के संपर्क में रहे

संजय झा ने जताया आभारः कार्यकारी अध्यक्ष बनाये जाने पर संजय झा ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट लिखकर नीतीश कुमार व पार्टी के अन्य नेताओं के प्रति आभा जताया है. उन्होंने लिखा है- 'जनता दल (यूनाइटेड) के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष का महती दायित्व सौंपने के लिए मैं पार्टी के आदरणीय राष्ट्रीय अध्यक्ष सह बिहार के माननीय मुख्यमंत्री श्री @NitishKumar जी के प्रति हृदय से कोटिश: आभार प्रकट करता हूं. मैं @Jduonline की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सभी सम्मानित नेताओं के प्रति भी दिल की गहराइयों से आभार जताना चाहता हूं कि आपने इतने बड़े दायित्व के लिए मुझ पर विश्वास जताया है.'

इसे भी पढ़ेंः बिहार को विशेष दर्जा या स्पेशल पैकेज, JDU राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पेश हुए ये राजनीतिक प्रस्ताव - JDU National Executive Meeting

पटना: देश की राजधानी दिल्ली में जनता दल यूनाइटेड की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक शनिवार 29 जून को हुई. राष्ट्रीय कार्यकारिणी में राजनीतिक प्रस्ताव पर मुहर लगी. नीतीश कुमार ने संजय झा को कार्यकारी अध्यक्ष बनाकर भविष्य की सियासत की दिशा तय कर दी. संजय झा को कार्यकारी अध्यक्ष बनने के साथ ही है स्पष्ट हो गया कि नीतीश कुमार भविष्य के राजनीति एनडीए के साथ करेंगे.

विशेष राज्य पर चर्चाः जदयू राष्ट्रीय कार्यकारिणी के राजनीतिक प्रस्ताव में कहा गया कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की हमारी पुरानी मांग है. आज की स्थिति में बिहार को विशेष राज्य का दर्जा अथवा विशेष पैकेज की आवश्यकता है, जिससे बिहार के करोड़ों लोगों के विकास और कल्याण के लिए ज्यादा मजबूती से काम किया जा सके. विशेष दर्जा या पैकेज मिलने पर बिहार के विकास की रफ्तार और तेज हो सकेगी. बिहार की प्रगति एवं खुशहाली के लिए जरूरत है कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा या विशेष पैकेज मिले.

जदयू कार्यकारिणी की बैठक.
जदयू कार्यकारिणी की बैठक. (ETV Bharat)

"संजय झा के कार्यकारी अध्यक्ष बनने से पार्टी के कार्यकर्ता और नेता और मजबूती से कार्य करेंगे. हम सबकी इच्छा है कि हमारी पार्टी जेडीयू एक राष्ट्रीय पार्टी बने, उसमें सहायक होगा, कई राज्यों में आने वाले चुनाव है, उन चुनाव में कैसे हम मजबूत होकर चुनाव लड़ें, इसके लिए संजय झा काम कर सकेंगे. विशेष राज्य का दर्जा या विशेष पैकेज की हमारी पुरानी मांग है. हमारे नेता आने वाले दिनों में प्रधानमंत्री से मिलेंगे और अपनी बात को हम मजबूती से रखेंगे."- अशोक चौधरी, मंत्री

नीतीश के नेतृत्व में विधानसभा चुनावः 2025 विधानसभा चुनाव को लेकर भी जेडीयू ने प्रस्ताव पारित किया है. पार्टी की ओर से कहा गया है कि 2025 का विधानसभा चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ा जाएगा. भाजपा को भी संकेत दे दिया गया कि 2025 विधानसभा चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ा जाएगा.

नौवीं अनुसूची में आरक्षण प्रस्तावः राजनीतिक प्रस्ताव में आरक्षण का जिक्र भी किया गया है. बिहार में आरक्षण के दायरे को बढ़ाकर 75% किया गया था लेकिन पटना उच्च न्यायालय ने सरकार के फैसले को पलट दिया है और आरक्षण के दायरे को लेकर असमंजस की स्थिति है. पार्टी आरक्षण के मसले को नौवीं अनुसूची में शामिल करना चाहेगी.

झारखंड में चुनाव लड़ने की तैयारी: बिहार के पड़ोसी राज्य झारखंड में दिसंबर महीने में विधानसभा चुनाव होने हैं और विधानसभा चुनाव में जदयू भी दो-दो हाथ के लिए तैयार है. पार्टी की ओर से कहा गया है कि झारखंड विधानसभा चुनाव में भी जदयू की ओर से उम्मीदवार खड़े किए जाएंगे. संभव है कि जदयू झारखंड में सहयोगी दलों पर गठबंधन के लिए दबाव बनाएगी.

अनुशासित सिपाही है जदयू कार्यकर्ताः जनता दल यूनाइटेड के कार्यकर्ता अनुशासित सिपाही की तरह काम करते हैं. लोकसभा चुनाव में बिहार में संगठन के सभी स्तरों पर पार्टी पदाधिकारी के साथ तालमेल और कार्यकर्ताओं के साथ निरंतर संवाद ने सफलता का मार्ग प्रशस्त किया. इस रणनीति का प्रयोग हमें 2025 के विधानसभा चुनाव में भी करना है.

संपूर्ण क्रांति की सीखः राजनीतिक प्रस्ताव में कहा गया कि हमारे लिए राजनीतिक सत्ता सेवा के लिए है, भोग के लिए नहीं. हमारे नेतृत्व की यही सोच है. इस राजनीतिक सत्ता का उपयोग सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक और सांस्कृतिक बदलाव एवं विकास के लिए होना चाहिए. ताकि बेहतर समाज बन सके. बिहार में पिछले 19 वर्षों में नीतीश कुमार ने सत्ता व्यवस्था परिवर्तन की कोशिश की है. जेपी की संपूर्ण क्रांति की यही सीख है.

करीब 100 सदस्य हुए शामिल: राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में राजनीतिक प्रस्ताव से जदयू ने अपनी मंशा साफ कर दी है. विशेष राज और विशेष पैकेज की मांग प्रमुखता से केंद्र के समक्ष उठाया जाएग.2025 का चुनाव बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा. राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक नीतीश कुमार की अध्यक्षता में आयोजित की गई. केंद्रीय मंत्री ललन सिंह पार्टी के मुख्य सलाहकार और राष्ट्रीय प्रवक्ता केसी त्यागी, वरिष्ठ मंत्री बिजेंद्र यादव, वरिष्ठ मंत्री विजय कुमार चौधरी सहित 100 के करीब सदस्य इस बैठक में शामिल हुए.

जानें JDU की बैठक में किन प्रस्तावों पर लगी मुहर

  1. संजय झा को कार्यवाहक अध्यक्ष बनाया गया
  2. नीतीश के नेतृत्व में 2025 का चुनाव लड़ने का ऐलान
  3. झारखंड चुनाव में भी अपने उम्मीदवार उतारेगी जेडीयू
  4. बिहार के लिए विशेष दर्जा या स्पेशल पैकेज की मांग
  5. आरक्षण से जुड़े फैसले का भी जिक्र, पार्टी SC जाएगी
  6. जेडीयू सदैव NDA गठबंधन का हिस्सा रहेगी
  7. राज्य पदाधिकारी और जिला पार्टी के पदाधिकारी जब भी दौरे पर जाएं बूथ प्रभारी के संपर्क में रहे

संजय झा ने जताया आभारः कार्यकारी अध्यक्ष बनाये जाने पर संजय झा ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट लिखकर नीतीश कुमार व पार्टी के अन्य नेताओं के प्रति आभा जताया है. उन्होंने लिखा है- 'जनता दल (यूनाइटेड) के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष का महती दायित्व सौंपने के लिए मैं पार्टी के आदरणीय राष्ट्रीय अध्यक्ष सह बिहार के माननीय मुख्यमंत्री श्री @NitishKumar जी के प्रति हृदय से कोटिश: आभार प्रकट करता हूं. मैं @Jduonline की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सभी सम्मानित नेताओं के प्रति भी दिल की गहराइयों से आभार जताना चाहता हूं कि आपने इतने बड़े दायित्व के लिए मुझ पर विश्वास जताया है.'

इसे भी पढ़ेंः बिहार को विशेष दर्जा या स्पेशल पैकेज, JDU राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पेश हुए ये राजनीतिक प्रस्ताव - JDU National Executive Meeting

Last Updated : Jun 29, 2024, 8:51 PM IST
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