पटना : बिहार विधानसभा में विश्वासमत को लेकर जेडीयू के परबत्ता विधायक डॉक्टर संजीव के खिलाफ कोतवाली थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है. डॉक्टर संजीव पर आरोप है कि वो अपनी ही पार्टी के विधायकों को तोड़कर आरजेडी के लिए फील्डिंग कर रहे थे. इस शिकायत पर उन्हें देर रात झारखंड बॉर्डर से डिटेन करके पटना लाया गया. हालांकि पटना लाते समय उन्होंने कहा था कि ''उनकी कुछ नाराजगी थी जिसे सीएम नीतीश से बातचीत के बाद दूर हो चुकी है.'' उन्होंने ये भी कहा कि अब उनके खिलाफ उनके ही दल के लोग साजिश रच रहे हैं.
'किडनैपिंग केस का मामला फर्जी' : गौरतलब है कि डॉ संजीव जदयू विधायक हैं और परवत्ता से चुनाव लड़ते हैं. विधानसभा अध्यक्ष पर वोटिंग के दौरान डॉक्टर संजीव लेट पहुंचे थे. वह वोटिंग में शामिल नहीं हुए थे, हालांकि विश्वास मत के दौरान डॉक्टर संजीव सदन के अंदर पहुंच गये थे और उन्होंने सरकार के पक्ष में वोट किया था. डॉ संजीव की भूमिका को लेकर जदयू के बड़े नेता नाराज हैं. उनके खिलाफ कोतवाली थाने में प्राथमिक की दर्ज कराई गई थी. जदयू विधायक सुधांशु शेखर ने डॉक्टर संजीव के खिलाफ प्राथमिक दर्ज कराई थी और आरोप लगाया था कि वह विधायकों को तोड़ने में लगे थे.
''पार्टी में कुछ लोग खुद को समझते हैं नेता लेकिन मैं उन्हें कुछ नहीं समझता हूं, हमारे नेता सिर्फ नीतिश कुमार हैं. कोई भी विधायक बच्चा नहीं है, सब की अपनी नाराजगी है. हमारी पार्टी में एक दो नेता हैं जो सीएम नीतीश को बरगलाने का काम करते हैं. नीतीश मुझसे स्नेह करते हैं, इससे कईयों को जलन होती है. इसलिए कुछ लोग मेरे खिलाफ नेगेटिव न्यूज और नेगेटिव काम करवाया गया.'' - डॉक्टर संजीव, जेडीयू विधायक, परबत्ता
'मेरे खिलाफ हो रही साजिश' : डॉ. संजीव कुमार ने कहा कि कोई विधायक टूटा नहीं था, बस सभी की अपनी नाराजगी है. परबत्ता से जदयू विधायक डॉ संजीव कुमार ने कहा कि विधायक के टूटने की बात गलत है, कोई विधायक बच्चा नहीं है, जो उनका अपहरण हो जाएगा. डॉ संजीव ने कहा कि वक्त आने पर नाम का खुलासा करूंगा. हमारे ही पार्टी में एक दो नेता हैं जो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बरगलाने का काम करते हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जो मुझे स्नेह देते हैं इससे कुछ लोगों को बहुत परेशानी होती है जलन होती है, इसलिए मेरे प्रति नेगेटिव न्यूज़ और नेगेटिव काम करवाया गया है.