नालंदा: बिहार सरकार के जल संसाधन एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी ने नालंदा में प्रेसवार्ता कर एक बार फिर से विशेष राज्य का दर्जा देने का मांग उठाया. उन्होंने बिहार की भौगोलिक स्थिति और संसाधनों की कमी को इस मांग का प्रमुख आधार बताया है.
'हमारे यहां कोई खदान नहीं': मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि बिहार के पास प्राकृतिक संसाधनों की कमी है, जो ऐतिहासिक या भौगोलिक कारण से है, ना कि बिहारवासियों की वजह से. हमारे यहां ना तो खदानें हैं, ना ही समुद्री तट है. उन्होंने तुलनात्मक उदाहरण देते हुए कहा कि कुछ राज्यों में सोने या हीरे की खदानें हैं, कुछ के पास लंबा समुद्री तट है. यह उनकी सरकार या जनता की उपलब्धि नहीं, बल्कि भौगोलिक वरदान है.
'बिहार अभी भी पिछड़ा हुआ': मंत्री ने बिहार की प्रगति पर गर्व व्यक्त करते हुए कहा कि सीमित संसाधनों के बावजूद नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार ने साबित कर दिया है कि विकास की गति में हम किसी से पीछे नहीं हैं. हम देश के किसी भी राज्य के मुकाबले तेज गति से प्रगति कर रहे हैं. हालांकि, उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि इतनी प्रगति के बावजूद बिहार अभी भी पिछड़ा हुआ है. यही कारण है कि हम विशेष राज्य का दर्जा या विशेष पैकेज की मांग कर रहे हैं. हमें और अधिक सहायता की आवश्यकता है ताकि हम अपने पिछड़ेपन को दूर कर सकें.
"हमलोग तो वैसे विशेष राज्य का दर्जा चाहते हैं लेकिन अगर इसमें कोई दिक्कत है तो हमलोग विशेष पैकेज की मांग करते हैं. विशेष पैकेज का मतलब होता है विशेष सहायता. ये हमारा हक है, ये इसलिए क्योंकि बिहार के पास प्राकृतिक संसाधनों की कमी है. यह कोई बिहारवासियों का दोष नहीं, इसके पीछे भौगोलिक और ऐतिहासिक कारण है. हमलोग आशावान हैं, इसलिए केंद्र से ये मांग कर रहे हैं."- विजय कुमार चौधरी, जेडीयू नेता सह मंत्री, जल संसाधन विभाग, बिहार सरकार