अयोध्या: प्राण प्रतिष्ठा के बाद राम मंदिर में पहली बार भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव का भव्य आयोजन किया गया. गर्भगृह में फूलों से झांकी सजाई गई. और सुबह से ही रामलला के दरबार में भजनों की किलकारियां भी गूंज रही, शाम तक मंदिर परिसर दर्शन करने वाले भक्तों का तांता लगा रहा, और रात्रि 12:00 बजे भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव के लिए 1 घण्टे के लिए खोला गया. प्रतीकात्मक रूप में भगवान का जन्मोत्सव का आयोजन सम्पन्न हुआ.
कान्हा जन्मोत्सव पर शोभायात्रा: राम नगरी में दो दिन भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव बड़े ही उत्साह के मनाया जा रहा है. लगभग 1000 से अधिक मंदिरों में जन्मोत्सव का आयोजन किया गया. तो, वही कई स्थानों पर झांकी भी सजाई गई. स्थान पर सांस्कृतिक प्रोग्राम का आयोजन किया गया. कान्हा के जन्मोत्सव राम पथ पर भव्य शोभायात्रा भी निकल गई और बड़ी संख्या में भक्त शामिल होकर डीजे की धुन पर जमकर नाचते हुए अमीर और गुलाल भी उड़ाये.
अयोध्या का प्राचीन स्थल छोटी देवकाली मंदिर चौराहा से निकलकर शोभायात्रा श्रृंगारघाट हनुमानगढ़ संस्थान कुंड होते हुए राम मंदिर के मुख्य द्वार पहुंची. वहीं, पुनः यह यात्रा हनुमान गढ़ी श्रृंगारघाट होते हुए नया घाट पहुंचा. जहां इस यात्रा के समापन किया गया. बताया गया, कि यात्रा में लगभग 1000 से अधिक युवा शामिल हुए ट्रैक्टर ट्राली पर सभी भगवान की भव्य जाति को देखने के लिए भी लोगों की भीड़ सड़कों के किनारे पहुंची.