नई दिल्लीः देशभर में धूमधाम से श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाई गई. मंदिर परिसर और आसपास में जय श्री कृष्णा और जय श्री राधे की गूंज ने माहौल को भक्ति में कर दिया. पश्चिमी दिल्ली के तमाम मंदिरों में जन्माष्टमी की पर्व की रौनक देखने को मिली. सात मंजिला सनातन मंदिर में भक्तों की लंबी कतार देखने को मिली. हर भक्त के मन में यही ख्वाहिश थी कि वह जल्द से जल्द मंदिर के अंदर जाए और श्री कृष्ण के बाल रूप को झूला झुलाए.
मंदिर में कई ऐसे नन्हे बच्चे देखने को मिले जो श्री कृष्णा और राधे रानी की पोशाक में आए थे. मंदिर में भक्तों के लिए विशेष सुरक्षा इंतजाम और भंडारों का आयोजन किया गया. मंदिर में लगातार जारी भजन कीर्तन ने भक्ति के माहौल में चार चांद लगा दिए.
बाल गोपाल के रूप में सजे बच्चे
अपने नन्हे बाल गोपाल प्रथम के साथ मंदिर में पहुंची सपना शुक्ला ने बताया कि वह काफी दिनों से तैयारी कर रही थी कि कब जन्माष्टमी का पर्व आए वह और अपने बेटे को श्री कृष्ण के बाल रूप में तैयार करें. मंदिर पहुंची अमित अमनप्रीत ने बताया कि वह अपनी बेटी को राधा रानी के रूप में तैयार करके लाएंगे इससे पहले भी वह कई बार अपनी बेटी को राधा रानी के रूप में तैयार करती रही है लेकिन जन्माष्टमी पर राधा रानी का रूप देना एक अलग ही आनंद का अनुभव देता है.
श्री सनातन सात मंजिला मंदिर के अध्यक्ष सुरेश मलिक ने बताया कि मंदिरों में भक्तों की भीड़ लगातार बढ़ती जा रही है. इसको देखते हुए कई विशेष इंतजाम किए गए. मंदिर के बाहर करीब 2 से 3 किलोमीटर लंबी कतार लगी रही.
तिलक नगर के 12 ब्लॉक में स्थित साइन समिति के मंदिर में मटकी फोड़ कार्यक्रम का विशेष आयोजन किया गया, जिसमें समिति के सभी सदस्यों ने बढ़-चढ़ के हिस्सा लिया और जन्माष्टमी का पर्व मनाया. मंदिर में पूरे दिन भजन कीर्तन का आयोजन किया गया. रात करीब 12 बजे मटकी फोड़ कार्यक्रम के बाद भक्तों को प्रसाद बांटा गया. श्री कृष्ण के जन्मोत्सव की बधाई दी गई.
इस्कॉन और बिरला मंदिर में उमड़े भक्त
दिल्ली के बिरला मंदिर में दर्शन करने पहुंचे श्रद्धालुओं ने बताया कि मंदिर में काफी अच्छी व्यवस्था की गई थी. सुरक्षा को लेकर मोबाइल फोन भी अंदर नहीं ले जाने दिया गया. दिल्ली के कालकाजी इस्कॉन मंदिर और बिरला मंदिर में श्री कृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर श्रद्धालुओं की काफी भीड़ नजर आई. पंकज कुमार ने बताया कि दर्शन आसानी से हो गए. संजय ने बताया कि वह चांदनी चौक से आए हैं. मंदिर प्रशासन की तरफ से काफी अच्छी व्यवस्था की गई है. सिल्की ने बताया को पिछले 16 सालों से लगातार बिरला मंदिर आ रहे हैं. उनकी शादी को 16 साल हो चुके हैं. प्रभु कृष्ण की उन पर कृपा है और हर साल वह जन्माष्टमी के मौके आती हैं.
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