दौसा: जिले के विश्व प्रसिद्ध आस्थाधाम मेहंदीपुर बालाजी में शनिवार को जलझूलनी एकादशी के अवसर पर शाम को ठाकुर जी की डोल यात्रा निकालने के दौरान श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ पड़ा. इस दौरान 'हाथी घोड़ा पालकी, जय कन्हैया लाल की' की स्वर लहरी के साथ ही संपूर्ण आस्था धाम गुंजायमान हो गया. बता दें कि जिले के प्रसिद्ध आस्थाधाम मेहंदीपुर बालाजी में ठाकुर जी की डोल यात्रा का आयोजन प्राचीन काल से ही चला आ रहा है. जिसमें कृष्ण जन्माष्टमी के दिन ठाकुर जी का आगमन होता है. वहीं एकादशी के दिन ढोल-नगाड़ों के साथ कुआं पूजन कर ठाकुर जी को जल विहार कराया जाता है.
कलकत्ता धर्मशाला में किया कुआं पूजन: इससे पहले ठाकुर जी के बाल स्वरूप झांकी को महंत नरेशपुरी महाराज के सानिध्य में आकर्षक रूप देकर पालकी की विशेष सजावट की गई. वहीं ठाकुर जी की प्रतिमा का स्वर्ण आभूषण से श्रृंगार किया गया. इसके बाद मंदिर ट्रस्ट के पुजारी ठाकुर जी को पालकी में शाही तरीके से कस्बे की कलकत्ता धर्मशाला में लेकर पहुंचे. जहां विद्वान पंडितों ने विधि-विधान से महाआरती कर ठाकुर जी को जल विहार कराया. साथ ही कुआं पूजन किया गया. इस अवसर पर हजारों श्रद्धालु मंदिर के आगे खड़े होकर भजन कीर्तन करते रहे.
महाआरती के बाद प्रसादी का हुआ वितरण: साथ ही ठाकुर जी की महाआरती के बाद ठाकुर जी को 251 किलो कलाकंद और 251 किलो राजगीरी आटे के हलवे का भोग लगाया गया. इस दौरान मंदिर ट्रस्ट की ओर से श्रद्धालुओं को फल, कलाकंद और राजगीरी के हलवे का प्रसाद वितरित किया गया. वहीं डोल यात्रा के दौरान मेहंदीपुर बालाजी थाना और बालाजी चौकी के पुलिसकर्मी और मंदिर ट्रस्ट के गार्ड सुरक्षा व्यवस्था के लिए मौजूद रहे.