जैसलमेर : धोरों के बीच बसे सरहदी जैसलमेर मूलभूत संसाधनों के साथ शिक्षा-चिकित्सा में भी पिछड़ा है. साथ ही खेल सुविधाओं में भी इसकी स्थिति जुदा नहीं है. विषम भौगोलिक परिस्थितियों, अभावग्रस्त क्षेत्र व प्रदेश के अंतिम छोर पर बसा होने से यहां सुविधाओं व संसाधनों का टोटा है, बावजूद इसके यहां के बास्केटबॉल खिलाड़ी देश-विदेश में परचम लहरा रहे हैं. सुखद स्थिति यह है कि यहां प्रशिक्षण व आवास की बेहतर सुविधा खिलाड़ियों को मुहैया करवाई जा रही है.
अन्य जिलों से खिलाड़ी भी प्रशिक्षण के लिए पहुंच रहे : जिला खेल अधिकारी राकेश विश्नोई बताते हैं कि विगत एक दशक में बास्केटबॉल खिलाड़ियों ने प्रदेश-देश और दुनिया में अपने खेल कौशल से सभी को प्रभावित किया है. सुविधाओं के साथ बेहतर माहौल बनने से यह सुखद स्थिति बनी है. जैसलमेर बास्केटबॉल अकादमी ने अंतरराष्ट्रीय स्तर, राष्ट्रीय स्तर व राज्य स्तर पर उपलब्धियां अर्जित की हैं. राजकीय सेवा में जैसलमेर बास्केटबॉल अकादमी के खिलाड़ी आ रहे हैं. बास्केटबॉल के लिहाज से जैसलमेर का भविष्य काफी उज्ज्वल है. जैसलमेर ही नहीं अन्य जिलों से खिलाड़ी यहां प्रशिक्षण के लिए पहुंच रहे हैं.
जिला खेल अधिकारी राकेश विश्नोई बताते हैं कि जैसलमेर बास्केटबॉल अकादमी से मनोज कस्वां, योगेश कुमार, महीपालसिंह भाटी, अखिलेश कुमार, मोहम्मद अली, राजवीरसिंह, विकास चौधरी अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतिस्पर्धाओं में भाग ले चुके हैं. अकादमी ने राष्ट्रीय स्तर पर 53 स्वर्ण, 35 रजत व 29 कांस्य पदक जीते हैं. वर्ष 2012 तक जैसलमेर अकादमी ने चार बार और वर्ष 2013 से अब तक 20 स्वर्णपदक प्राप्त किए हैं.
उन्होंने बताया कि वर्ष 2009 से 2024 तक जैसलमेर बास्केटबॉल अकादमी के 25 खिलाड़ी रेलवे, सीसुब, सेना, केन्द्रीय रिजर्व पुलिस, राजस्थान पुलिस जैसी सेवाओं में जा चुके हैं. अन्य जिलों से भी खिलाड़ी जैसलमेर में संचालित बास्केटबॉल अकादमी में प्रशिक्षण लेने आते हैं. वहीं, राष्ट्रीय और राज्य स्तर से 117 पदक जीत चुके हैं. बता दें कि वर्ष 2004 में खेल छात्रावास में संचालित होने के बाद वर्ष 2012-13 के घोषित बजट के बाद जैसलमेर बास्केटबॉल अकादमी के रूप में जाना जाता है. जैसलमेर बास्केटबॉल अकादमी राज्य स्तर पर 27 बार स्वर्णपदक प्राप्त कर चुकी है.