मंडी: कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने प्रदेश भर के भोजनालयों और फास्ट फूड की रेहड़ियों पर ऑनर आईडी लगाने को लेकर बयान दिया था. विक्रमादित्य सिंह के बयान पर नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने विक्रमादित्य सिंह के इस बयान पर सहमति जताई है.
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि, 'विक्रमादित्य सिंह कह रहे हैं कि बाहर से आने वाले लोगों की वेरिफिकेशन होनी चाहिए. बात तो ठीक कही है. अब मुझे मालूम नहीं है कि विक्रमादित्य सिंह इस पर कब तक टिके रहते हैं. इनके एक साथी अनिरुद्ध सिंह ने भी विधानसभा के अंदर बड़ी-बड़ी बातें कही थी, लेकिन दो दिन बाद जब उन्हें मंत्रिमंडल से निकालने की बातें होने लगी तो उनकी टांगें लड़खड़ा गई थी.'
उनके समय बनी पॉलिसी का कांग्रेस ने बनाया था मजाक
पूर्व सीएम और नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि, 'आज हिमाचल प्रदेश की हर गलियों में बाहरी राज्यों से प्रवासी पहुंच रहे हैं. यहां पर काम करते हुए यह प्रवासी अपनी पहचान को छिपा रहे हैं, लेकिन हिमाचल में बाहर से आने वाले दूर से ही पहचाने जाते हैं. ऐसे में जरूरी हो जाता है कि इनका पंजीकरण और वेरिफिकेशन कराई जाए, जब उनकी सरकार ने स्ट्रीट वेंडर्स एक्ट में पंजीकरण और वेरिफिकेशन की शुरुआत की थी. उस समय कांग्रेस के मित्रों ने इसका विरोध किया था. इतना ही नहीं पंजीकरण-वेरिफिशन के लिए बनाई गई इस पॉलिसी पर कुछ कांग्रेसी नेताओं ने उनका मजाक बनाया था, लेकिन आज बीजेपी की सरकार के समय बनाई पॉलिसी का जिक्र विक्रमादित्य सिंह स्वयं अपनी जुबान से कर रहे हैं. उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि विक्रमादित्य सिंह कब तक इस बात टिके रहते हैं, इसका उन्हें ज्ञान नहीं है. जयराम ठाकुर ने कैबिनेट मंत्री अनिरूद्ध सिंह का जिक्र करते हुए कहा कि उनकी टांगें तो दिन बाद ही लड़खडा गई थी.'
विक्रमादित्य सिंह का बयान
शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने पारदर्शिता और सार्वजनिक सुरक्षा बढ़ाने के उद्देश्य से प्रदेश भर में सभी खाद्य प्रतिष्ठानों में मालिकों को अपनी पहचान नाम और पते के साथ प्रदर्शित करने के निर्देश जारी किए हैं. ताकि ये पता चल सके कि ओनर कौन से राज्य और किस समाज से संबंध रखता है. इस तरह की पोस्ट विक्रमादित्य सिंह ने अपने सोशल मीडिया पेज पर शेयर की है. जिस पर यूजर की विभिन्न तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं.