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कांग्रेस सरकार के खिलाफ केस लड़ने वाले को क्यों दिया राज्यसभा का टिकट, अंजाम भुगतेगी कांग्रेस : जयराम ठाकुर - Himachal Politics

Jairam Thakur Attacks on Congress: जयराम ठाकुर ने अभिषेक मनु सिंघवी को राज्यसभा के लिए उम्मीदवार बनाने पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कांग्रेस से पूछा है कि जिसने हिमाचल सरकार के फैसले के खिलाफ कोर्ट में केस लड़ा उसे उम्मीदवार क्यों बनाया है.

Jairam Thakur
Jairam Thakur
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Feb 16, 2024, 11:42 AM IST

कांग्रेस पर जयराम ठाकुर ने साधा निशाना

शिमला: गुरुवार 15 फरवरी को राज्यसभा चुनाव के नामांकन का आखिरी दिन था. कांग्रेस और बीजेपी दोनों दलों के उम्मीदवारों ने अपना नामांकन भरा. इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री और नेता विपक्ष जयराम ठाकुर ने अभिषेक मनु सिंघवी को राज्यसभा का उम्मीदवार बनाने को लेकर कांग्रेस पर सवाल उठाए हैं.

सरकार के फैसले के खिलाफ केस लड़ने वाले को क्यों चुना ?

नेता विपक्ष जयराम ठाकुर ने बीजेपी के राज्यसभा उम्मीदवार हर्ष महाजन के नामांकन भरने के बाद कहा कि आखिर ऐसी क्या मजबूरी थी कि कांग्रेस ने उस वकील को राज्यसभा का उम्मीदवार बनाया जो हिमाचल सरकार के फैसले के खिलाफ मुकदमा लड़ रहे हैं.

"हिमाचल में कांग्रेस सरकार ने वाटर सेस लगाने का फैसला लिया था. उस फैसले के खिलाफ जो कंपनियां कोर्ट में गई थी, उनकी पैरवी करने वाले वकील को कांग्रेस ने राज्यसभा का उम्मीदवार बनाया है. इस विरोधाभास पर मुख्यमंत्री को स्टैंड साफ करना चाहिए कि जिस वाटर सेस के मुद्दे को उन्होंने जोर-शोर से उठाया है, उस मामले में सरकार के खिलाफ राज्यसभा भेजा जा रहा है. ऐसे में वाटरसेस पर मुख्यमंत्री सही हैं या फिर राज्यसभा उम्मीदवार" - जयराम ठाकुर, नेता विपक्ष

हिमाचल के नेता को क्यों नहीं बनाया उम्मीदवार ?

पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सुप्रीम कोर्ट के वकील और कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी को उम्मीदवार बनाने पर सवाल उठाते हुए कहा कि कांग्रेस ने हिमाचल के किसी व्यक्ति या नेता को प्रत्याशी नहीं बनाया है. जबकि कांग्रेस के कई नेता राज्यसभा जाने के इच्छुक थे, जो सालों से पार्टी के लिए काम कर रहे हैं, जिनका अधिकार उनसे छीना गया है. उनकी बजाय किसी ऐसे नेता को टिकट दिया गया है जिनका हमेशा किसी न किसी विवाद से नाता रहा है. जिससे कांग्रेस नेताओं में निराशा है.

"कांग्रेस हिमाचल के किसी नेता को राज्यसभा का टिकट देती तो बेहतर होता लेकिन ये उनकी पार्टी का फैसला है, उसमें ज्यादा कुछ नहीं कहूंगा. लेकिन पार्टी के इच्छुक लोगों में निराशा है, जिनका अधिकार था उन्हें वंचित रखा गया. इसका खामियाजा कांग्रेस को भुगतना पड़ेगा." - जयराम ठाकुर, नेता विपक्ष

जयराम ठाकुर ने कहा कि विधायक दल का नेता और सरकार का मुखिया होने के नाते सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू को बताना चाहिए कि वह क्या चाहते हैं. एक तरफ आप कहते हैं कि केंद्र वाटर सैस नहीं लेने दे रही दूसरी तरफ वाटर सैस के निर्णय के खिलाफ न्यायालय में खड़े होने वाले व्यक्ति को कांग्रेस ने राज्यसभा के लिए प्रत्याशी बनाया है.

राज्यसभा की रेस में कांग्रेस बनाम बीजेपी

गौरतलब है कि राज्यसभा चुनाव के लिए 27 फरवरी को वोटिंग होनी है. इसमें हिमाचल प्रदेश की भी एक सीट है. मौजूदा आंकड़ों के हिसाब से ये सीट कांग्रेस की झोली में जाना तय है. कांग्रेस ने वरिष्ठ वकील और राष्ट्रीय प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी को उम्मीदवार बनाया था. लेकिन नामांकन के आखिरी दिन बीजेपी ने भी अपना उम्मीदवार उतारकर हिमाचल में राज्यसभा चुनाव को दिलचस्प बना दिया है. बीजेपी ने 4 दशक तक कांग्रेस में रहे हर्ष महाजन को अपना उम्मीदवार बनाया है. जो साल 2022 में विधानसभा से पहले कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए थे.

ये भी पढ़ें: क्या हिमाचल में बीजेपी 'खेला' करने के चक्कर में है ?

ये भी पढ़ें: पूर्व मंत्री एवं मंडी जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष प्रकाश चौधरी ने छोड़ी कांग्रेस पार्टी

ये भी पढ़ें: कांग्रेस विधायकों को लेकर सीएम सुक्खू ने कही बड़ी बात, बोले- "27 फरवरी को हमारी जीत पक्की"

कांग्रेस पर जयराम ठाकुर ने साधा निशाना

शिमला: गुरुवार 15 फरवरी को राज्यसभा चुनाव के नामांकन का आखिरी दिन था. कांग्रेस और बीजेपी दोनों दलों के उम्मीदवारों ने अपना नामांकन भरा. इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री और नेता विपक्ष जयराम ठाकुर ने अभिषेक मनु सिंघवी को राज्यसभा का उम्मीदवार बनाने को लेकर कांग्रेस पर सवाल उठाए हैं.

सरकार के फैसले के खिलाफ केस लड़ने वाले को क्यों चुना ?

नेता विपक्ष जयराम ठाकुर ने बीजेपी के राज्यसभा उम्मीदवार हर्ष महाजन के नामांकन भरने के बाद कहा कि आखिर ऐसी क्या मजबूरी थी कि कांग्रेस ने उस वकील को राज्यसभा का उम्मीदवार बनाया जो हिमाचल सरकार के फैसले के खिलाफ मुकदमा लड़ रहे हैं.

"हिमाचल में कांग्रेस सरकार ने वाटर सेस लगाने का फैसला लिया था. उस फैसले के खिलाफ जो कंपनियां कोर्ट में गई थी, उनकी पैरवी करने वाले वकील को कांग्रेस ने राज्यसभा का उम्मीदवार बनाया है. इस विरोधाभास पर मुख्यमंत्री को स्टैंड साफ करना चाहिए कि जिस वाटर सेस के मुद्दे को उन्होंने जोर-शोर से उठाया है, उस मामले में सरकार के खिलाफ राज्यसभा भेजा जा रहा है. ऐसे में वाटरसेस पर मुख्यमंत्री सही हैं या फिर राज्यसभा उम्मीदवार" - जयराम ठाकुर, नेता विपक्ष

हिमाचल के नेता को क्यों नहीं बनाया उम्मीदवार ?

पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सुप्रीम कोर्ट के वकील और कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी को उम्मीदवार बनाने पर सवाल उठाते हुए कहा कि कांग्रेस ने हिमाचल के किसी व्यक्ति या नेता को प्रत्याशी नहीं बनाया है. जबकि कांग्रेस के कई नेता राज्यसभा जाने के इच्छुक थे, जो सालों से पार्टी के लिए काम कर रहे हैं, जिनका अधिकार उनसे छीना गया है. उनकी बजाय किसी ऐसे नेता को टिकट दिया गया है जिनका हमेशा किसी न किसी विवाद से नाता रहा है. जिससे कांग्रेस नेताओं में निराशा है.

"कांग्रेस हिमाचल के किसी नेता को राज्यसभा का टिकट देती तो बेहतर होता लेकिन ये उनकी पार्टी का फैसला है, उसमें ज्यादा कुछ नहीं कहूंगा. लेकिन पार्टी के इच्छुक लोगों में निराशा है, जिनका अधिकार था उन्हें वंचित रखा गया. इसका खामियाजा कांग्रेस को भुगतना पड़ेगा." - जयराम ठाकुर, नेता विपक्ष

जयराम ठाकुर ने कहा कि विधायक दल का नेता और सरकार का मुखिया होने के नाते सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू को बताना चाहिए कि वह क्या चाहते हैं. एक तरफ आप कहते हैं कि केंद्र वाटर सैस नहीं लेने दे रही दूसरी तरफ वाटर सैस के निर्णय के खिलाफ न्यायालय में खड़े होने वाले व्यक्ति को कांग्रेस ने राज्यसभा के लिए प्रत्याशी बनाया है.

राज्यसभा की रेस में कांग्रेस बनाम बीजेपी

गौरतलब है कि राज्यसभा चुनाव के लिए 27 फरवरी को वोटिंग होनी है. इसमें हिमाचल प्रदेश की भी एक सीट है. मौजूदा आंकड़ों के हिसाब से ये सीट कांग्रेस की झोली में जाना तय है. कांग्रेस ने वरिष्ठ वकील और राष्ट्रीय प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी को उम्मीदवार बनाया था. लेकिन नामांकन के आखिरी दिन बीजेपी ने भी अपना उम्मीदवार उतारकर हिमाचल में राज्यसभा चुनाव को दिलचस्प बना दिया है. बीजेपी ने 4 दशक तक कांग्रेस में रहे हर्ष महाजन को अपना उम्मीदवार बनाया है. जो साल 2022 में विधानसभा से पहले कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए थे.

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