जयपुर. राजस्थान की जयपुर ग्रामीण लोकसभा सीट दिल्ली से सटी हुई है. 268 किलोमीटर वर्ग क्षेत्र वाली इस सीट पर पिछले दो चुनाव से भाजपा का कब्जा बना हुआ है और भाजपा तीसरी बार की हैट्रिक की तैयारी में है. भाजपा और कांग्रेस दोनों ही प्रमुख पार्टियों के बीच इस सीट पर सीधा मुकाबला है और दोनों ही पार्टियों ने नए प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं. भाजपा ने पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष राव राजेंद्र सिंह पर दांव खेला है, जबकि कांग्रेस ने युवा चेहरे अनिल चोपड़ा को मैदान में उतारा है. दोनों प्रत्याशियों के बीच सीधा मुकाबला बना हुआ है. हालांकि, बीजेपी विजय रथ पर सवार है तो कांग्रेस इसमें ब्रेक लगाने की पूरी उम्मीद रख कर चल रही है. इस सीट पर पहले चरण में 19 अप्रैल को ही मतदान हो गया, जिसका फैसला 4 जून को आएगा.
परिसीमन के बाद से अस्तित्व आई : जयपुर ग्रामीण लोकसभा सीट 2008 में हुए परिसीमन के बाद से अस्तित्व में आई. इस लोकसभा में आठ विधानसभा सीट शामिल है, जिसमें कोटपूतली, विराटनगर, शाहपुरा, फुलेरा, झोटवाड़ा, आमेर, जमवारामगढ़, बानसूर शामिल हैं. 2009 में यहां पहली बार लोकसभा चुनाव हुआ था, जिसमें भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के लाल चंद कटारिया वियजी हुए थे. हालांकि, कटारिया अब स्वयं भाजपा में शामिल हो चुके हैं. इस सीट पर अब तक हुए तीन चुनाव में से एक बार कांग्रेस और दो बार बीजेपी ने जीत दर्ज की.
पढ़ें. रुपाला के बयान पर बोले राव राजेन्द्र सिंह- ये राष्ट्र का चुनाव है, एक समाज की बात संविधान का उलंघन
2014 और 2019 में राठौड़ थे उम्मीदवार : 2014 में बीजेपी ने कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को मैदान में उतारा, जबकि कांग्रेस की तरफ से सीपी जोशी मैदान में थे. इस चुनाव में मोदी लहर के बीच जोशी को हार का सामना करना पड़ा. राठौड़ ने सीपी जोशी को 3,32,896 मतों के बड़े अंतर से हराया था. उस वक्त राठौड़ को 6,32,930 वोट मिले, जबकि सीपी जोशी को 3,00,034 वोट मिले थे. इसके बाद 2019 में भाजपा ने फिर से कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ पर भरोसा जताया, जबकि कांग्रेस ने टिकट बदलते हुए कृष्णा पूनिया को मैदान में उतारा. इस बार भी भाजपा के राज्यवर्धन सिंह ने कांग्रेस की कृष्णा पूनिया को 393171 मतों से हराया. राठौड़ को 820132 वोट और पूनिया को 426961 वोट मिले थे.
पहले चुनाव हार चुके राव राजेंद्र : 2024 में भाजपा की ओर से राव राजेंद्र सिंह मैदान में हैं. वर्ष 2009 में राव राजेंद्र सिंह को भाजपा ने जयपुर ग्रामीण क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया था, लेकिन वे कांग्रेस के तत्कालीन उम्मीदवार लालचंद कटारिया से चुनाव हार गए थे. वे 2003, 2008 और 2013 में लगातार विधायक रहे, लेकिन 2018 में शाहपुरा से चुनाव हार गए. वर्ष 2023 में उन्हें पार्टी ने टिकट नहीं दिया, लेकिन अब लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है. विधानसभा चुनाव से पहले और सरकार बनने के बाद से अब तक राव राजेंद्र सिंह को पार्टी ने रणनीति बनाने, वित्तीय मुद्दों पर उनसे सलाह लेने के लिए उपयोगी मान रखा था. उनकी पहचान विचारधारा के समर्थक, अंग्रेजी भाषा पर पकड़ और अर्थ-वित्त के मुद्दों पर गहरी समझ वाले नेता के रूप में है. साफ छवि होने से राव राजेंद्र इस सीट के लिए मजबूत उम्मीदवार के तौर पर देखे जा रहे हैं.
जयपुर ग्रामीण निर्वाचन क्षेत्र की जनसांख्यिकीय प्रोफाइल : चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान जयपुर ग्रामीण निर्वाचन क्षेत्र में 19,52,542 मतदाता थे. इसमें से 10,31,244 मतदाता पुरुष और 9,21,293 महिला मतदाता थे और 5 मतदाता थर्ड जेंडर के थे. निर्वाचन क्षेत्र में 13,397 डाक मत थे. 2019 में जयपुर ग्रामीण में सर्विस वोटरों की संख्या 9,056 थी (8,867 पुरुष और 189 महिलाएं). साल 2024 की बात करें तो जयपुर ग्रामीण लोकसभा क्षेत्र में 21 लाख 84 हजार 978 मतदाता हैं. इनमें 11 लाख 45 हजार 437 पुरुष और 10 लाख 39 हजार 533 महिला मतदाता शामिल हैं. यहां 8 थर्ड जेंडर वोटर भी हैं.
पढ़ें. राज्यवर्धन सिंह राठौड़ बोले- विपक्ष अपना अस्तित्व बचाने की कोशिश में एकजुट हुआ है - Rajasthan Loksabha Election 2024
जयपुर ग्रामीण इतिहास :
- कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ - 2019
- कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ - 2014
- लाल चंद कटारिया (कांग्रेस): 2009
2008 तक जयपुर ग्रामीण निर्वाचन क्षेत्र जयपुर निर्वाचन क्षेत्र का हिस्सा था.
- गिरधारी लाल भार्गव (भाजपा): 2004
- गिरधारी लाल भार्गव (भाजपा): 1999
- गिरधारी लाल भार्गव (भाजपा): 1998
- गिरधारी लाल भार्गव (भाजपा): 1996
- गिरधारी लाल भार्गव (भाजपा): 1991
- गिरधारी लाल भार्गव (भाजपा): 1989
- नवल किशोर शर्मा (कांग्रेस): 1984
- सतीश चंद्र अग्रवाल (जनता पार्टी): 1980
- सतीश चंद्र अग्रवाल (बीएलडी): 1977