कैमूर: राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के छोटे बेटे अजीत सिंह ने जेडीयू छोड़ राजद का दामन थाम लिया है. सियासी गलियारों में चर्चा है कि वह रामगढ़ से विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं.दरअसल अजीत सिंह के बड़े भाई बिहार के पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह विधायक हैं, लेकिन लोकसभा चुनाव में वह बक्सर संसदीय क्षेत्र से निवर्तमान सांसद चुने गए हैं.
अजीत सिंह ने थामा लालटेन: ऐसे में वह रामगढ़ विधानसभा से विधायक पद का बहुत जल्द इस्तीफा सौंप सकते हैं. ऐसे में कुछ ही दिनों बाद रामगढ़ विधानसभा में उपचुनाव होगा जिसमें राजद के प्रत्याशी अजीत सिंह हो सकते हैं.बता दें कि अप्रैल महीने में अजीत सिंह ने जेडीयू की नीतियों का विरोध करते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया था. आधिकारिक तौर पर अजीत सिंह ने लालू यादव के जन्मदिन पर पटना में राजद ज्वाइन कर लिया.
रामगढ़ से चुनाव लड़ने की जतायी इच्छा: वहीं पार्टी ज्वाइन करने के बाद अजीत सिंह ने जदयू पर हमला बोलते हुए कहा कि राजनीतिक फायदे के लिए जेडीयू ने महागठबंधन का साथ छोड़ा था. वहीं उन्होंने आगे बताया कि मैं लगातार 15 साल से राजनीति में हूं और निरंतर लोगों की सेवा करता आ रहा हूं. ऐसे में अगर पार्टी मुझे टिकट देती है तो मेरी चुनाव लड़ने की पूरी तैयारी है,लेकिन यह पार्टी पर निर्भर करता है कि वह रामगढ़ विधानसभा से किसको उम्मीदवार बनाती है.
"मैं पिछले 15 सालों से पार्टी की उम्मीदवारों के लिए प्रचार करते आया हूं और मैं दावा करता हूं कि रामगढ़ से चुनाव जीत कर दिखाऊंगा. मैं लोगों के सुख दुख में उनके साथ खड़ा रहता हूं और काम करवाता हूं. पार्टी ने जिसको भी टिकट दिया है उसका मैंने जमकर प्रचार किया है. इस बार पार्टी जो भी फैसला लेगी वो मान्य होगा."- अजीत सिंह, राजद नेता
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