शिमला: हिमाचल सरकार यूनिवर्सल कार्टन में सेब बेचने को लेकर सख्त हो गई है. बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा मंडियों में इस बार सेब यूनिवर्सल कार्टन में ही बिकेगा. सेब सीजन में दो तरह के नियम लागू नहीं होंगे. अगर मंडियों में यूनिवर्सल कार्टन को लेकर जारी आदेशों को अवहेलना होती है तो सरकार की तरफ से कड़ी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि बागवानों के साथ कई दौर की बैठक करने के बाद ही यूनिवर्सल कार्टन को लागू करने का फैसला लिया गया हैं. बागवान खुद लंबे समय से यूनिवर्सल कार्टन की मांग कर रहे थे. ऐसे अब यूनिवर्सल कार्टन को लेकर कोई कोई कंफ्यूजन नहीं है. मंडियों में कुछ शरारती तत्त्व है, जो बागवानों को भ्रमित कर रहे हैं.
टेलिस्कोपिक कार्टन की अनुमति नहीं: बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा टेलिस्कोपिक कार्टन में सेब बेचने की सरकार अनुमति नहीं देगी. कुछ लोग पुराने बचे स्टॉक का हवाला दे रहे हैं, ऐसे बागवानों को बचे हुए टेलिस्कोपिक कार्टन के स्टॉक को नाशपाती भरने के उपयोग में लाए जाने की अनुमति दी गई हैं. पूरे सीजन में सेब की पेकिंग के लिए दो किस्म की पेटियां उपयोग में नहीं लाई जा सकती है. पुराना स्टॉक बचना एक कभी न खत्म होने वाला प्रोसेस है. मंडियों में नाशपाती भी वजन के हिसाब से ही बेची जाएंगी.
यूनिवर्सल कार्टन की कोई कमी नहीं: जगत सिंह नेगी ने कहा कि यूनिवर्सल कार्टन की कोई कमी नहीं है. बागवानों को अच्छी गुणवत्ता का कार्टन उपलब्ध कराया जा रहा है. कम ऊंचाई वाले जिन क्षेत्रों में सीजन शुरू हो गया है. ऐसे सेब बहुल क्षेत्रों में पर्याप्त मात्रा में यूनिवर्सल कार्टन उपलब्ध कराया गया है. इसके बाद प्रदेश के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भी एक सप्ताह में एचपीएमसी के सभी सेल सेंटरों में यूनिवर्सल कार्टन उपलब्ध होगा.
सेब सीजन के लिए सड़कों की हालत सुधारा गया: जगत सिंह नेगी ने कहा कि सेब सीजन के लिए पहले ही सड़कों की हालत को सुधारा गया है. इसके बावजूद अगर अधिक बारिश होने से सड़कें बाधित होती हैं तो इन्हें खोलने के लिए पहले ही जगहों-जगहों पर मशीनरी तैनात की जा चुकी है. मंडियों में बागवानों के साथ होने वाली ठगी को लेकर उन्होंने कहा कि इसको लेकर आढ़तियों और लदानियों पर सरकार चेक कर रही है, लेकिन पेमेंट को लेकर बागवानों को भी जागरूक होने की जरूरत है.
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