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जबलपुर के 3 'बंटी' और एक 'बबली', इनके कारनामे सुन पुलिस का भी सिर चकराया - JABALPUR POLICE ARREST GANG

जबलपुर एसटीएफ ने एक गिरोह के 3 लोगों को गिरफ्तार किया. ये गिरोह धोखाधड़ी से बाइक फाइनेंस कराकर बेच देते थे.

JABALPUR POLICE ARREST GANG
ठगों के कब्जे से एसटीएफ ने बरामद की बाइक (ETV BHARAT)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Dec 30, 2024, 7:19 PM IST

जबलपुर : एसटीएफ ने एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जो भोलेभाले लोगों से बैंक पासबुक, आधार कार्ड जैसे कागज लेकर उनके नाम पर गाड़ियां फाइनेंस करवा लेते थे और उन्हें दूसरे लोगों को बेच देते थे. जब गाड़ियों की किस्त के मैसेज पीड़ित को मिलते थे, तब उन्हें पता लगता था कि उनके नाम पर गाड़ी फाइनेंस हो गई है. इस मामले में एसटीएफ ने 3 लोगों को हिरासत में लिया है. पुलिस के अनुसार एक महिला ने शिकायत की थी कि उसे पता ही नहीं कि उसके नाम से दो वाहन कैसे फाइनेंस हो गए.

महिला को झांसा देकर लिए आधार कार्ड व बैंक पासबुक

मामले के अनुसार जबलपुर की गीता कुशवाहा के पति का बीते दिनों निधन हो गया. गीता कुशवाहा के पति ने जीवन बीमा निगम से एक पॉलिसी करवाई थी. गीता कुशवाहा को पति के जाने के बाद अपनी पॉलिसी का पैसा वापस निकलवाना था. प्रशांत कुशवाहा गीता के परिचित थे. उन्होंने बताया कि वह एलआईसी का पैसा निकलवा सकते हैं. इसके लिए उन्होंने गीता से आधार कार्ड, राशन कार्ड, एलआईसी के कागजात, बैंक पासबुक ले ली और भरोसा दिलाया कि जल्द ही उन्हें जीवन बीमा निगम का पैसा मिल जाएगा.

फर्जी तरीके से वाहन फाइनेंस कराए और बेच दिए (ETV BHARAT)

महिला के दस्तावेज लेकर दो बाइक कराईं फाइनेंस

कुछ दिनों बाद प्रशांत ने गीता को उसके कागजात वापस कर दिए और बताया कि उनका काम नहीं हो पाया है. गीता को लगा कि हो सकता है कोई समस्या आ रही हो. कुछ दिन बाद गीता कुशवाहा को पता लगा कि उसके नाम पर दो मोटरसाइकिल फाइनेंस हो गई हैं. उनकी किस्त उसके अकाउंट से कट रही थी. किस्त नहीं जाने की वजह से वह डिफाल्टर भी हो गई. गीता को यह बात समझ में नहीं आई और उसने जाकर जबलपुर स्पेशल टास्क फोर्स को शिकायत की.

JABALPUR POLICE ARREST GANG
जबलपुर एसटीएफ फर्जीवाड़े का खुलासा करती हुई (ETV BHARAT)

बाइक फाइनेंस करवाकर बेच देता है गिरोह

एसटीएफ की निरीक्षक निकिता दुबे ने बताया "गीता की शिकायत पर उन्होंने जांच शुरू की तो पता चला कि एक गिरोह काम कर रहा है, जो भोलेभाले लोगों से आधार कार्ड, राशन कार्ड, बैंक पासबुक जैसे डॉक्यूमेंट ले लेते हैं और उनके नाम पर मोटरसाइकिल फाइनेंस करवा देते हैं. इन गाड़ियों को या तो बेच दिया जाता है या गिरवी रख दिया जाता है और खरीदार से ये लोग पैसा ले लेते हैं." निकिता दुबे ने बताया "उन्होंने प्रशांत कुशवाहा इंद्रजीत कुशवाहा और प्रवीण सोनी को गिरफ्तार किया है. इस मामले में एक महिला की भी तलाश जारी है. गीता कुशवाहा के नाम से जब गाड़ी फाइनेंस करवाई गई होगी तो फाइनेंसर के सामने और गाड़ी के शोरूम में किसी को गीता कुशवाहा बनाकर ले जाया गया होगा."

अपने जरूरी कागजात किसी को नहीं सौंपें

एसटीएफ की निरीक्षक निकिता दुबे ने बताया कि उन्होंने अब तक 21 गाड़ियां बरामद की हैं, जो सिवनी जिले के गांव में बेची गई थी. 3 लोगों को फिलहाल हिरासत में लिया गया है. जांच जारी है. उम्मीद है कि इससे ज्यादा लोग शामिल हैं. पुलिस का कहना है कि इन दिनों फर्जीवाडा बहुत ज्यादा हो रहा है. इसलिए लोगों को अपने निजी कागजात बहुत संभाल कर इस्तेमाल करना चाहिए.

जबलपुर : एसटीएफ ने एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जो भोलेभाले लोगों से बैंक पासबुक, आधार कार्ड जैसे कागज लेकर उनके नाम पर गाड़ियां फाइनेंस करवा लेते थे और उन्हें दूसरे लोगों को बेच देते थे. जब गाड़ियों की किस्त के मैसेज पीड़ित को मिलते थे, तब उन्हें पता लगता था कि उनके नाम पर गाड़ी फाइनेंस हो गई है. इस मामले में एसटीएफ ने 3 लोगों को हिरासत में लिया है. पुलिस के अनुसार एक महिला ने शिकायत की थी कि उसे पता ही नहीं कि उसके नाम से दो वाहन कैसे फाइनेंस हो गए.

महिला को झांसा देकर लिए आधार कार्ड व बैंक पासबुक

मामले के अनुसार जबलपुर की गीता कुशवाहा के पति का बीते दिनों निधन हो गया. गीता कुशवाहा के पति ने जीवन बीमा निगम से एक पॉलिसी करवाई थी. गीता कुशवाहा को पति के जाने के बाद अपनी पॉलिसी का पैसा वापस निकलवाना था. प्रशांत कुशवाहा गीता के परिचित थे. उन्होंने बताया कि वह एलआईसी का पैसा निकलवा सकते हैं. इसके लिए उन्होंने गीता से आधार कार्ड, राशन कार्ड, एलआईसी के कागजात, बैंक पासबुक ले ली और भरोसा दिलाया कि जल्द ही उन्हें जीवन बीमा निगम का पैसा मिल जाएगा.

फर्जी तरीके से वाहन फाइनेंस कराए और बेच दिए (ETV BHARAT)

महिला के दस्तावेज लेकर दो बाइक कराईं फाइनेंस

कुछ दिनों बाद प्रशांत ने गीता को उसके कागजात वापस कर दिए और बताया कि उनका काम नहीं हो पाया है. गीता को लगा कि हो सकता है कोई समस्या आ रही हो. कुछ दिन बाद गीता कुशवाहा को पता लगा कि उसके नाम पर दो मोटरसाइकिल फाइनेंस हो गई हैं. उनकी किस्त उसके अकाउंट से कट रही थी. किस्त नहीं जाने की वजह से वह डिफाल्टर भी हो गई. गीता को यह बात समझ में नहीं आई और उसने जाकर जबलपुर स्पेशल टास्क फोर्स को शिकायत की.

JABALPUR POLICE ARREST GANG
जबलपुर एसटीएफ फर्जीवाड़े का खुलासा करती हुई (ETV BHARAT)

बाइक फाइनेंस करवाकर बेच देता है गिरोह

एसटीएफ की निरीक्षक निकिता दुबे ने बताया "गीता की शिकायत पर उन्होंने जांच शुरू की तो पता चला कि एक गिरोह काम कर रहा है, जो भोलेभाले लोगों से आधार कार्ड, राशन कार्ड, बैंक पासबुक जैसे डॉक्यूमेंट ले लेते हैं और उनके नाम पर मोटरसाइकिल फाइनेंस करवा देते हैं. इन गाड़ियों को या तो बेच दिया जाता है या गिरवी रख दिया जाता है और खरीदार से ये लोग पैसा ले लेते हैं." निकिता दुबे ने बताया "उन्होंने प्रशांत कुशवाहा इंद्रजीत कुशवाहा और प्रवीण सोनी को गिरफ्तार किया है. इस मामले में एक महिला की भी तलाश जारी है. गीता कुशवाहा के नाम से जब गाड़ी फाइनेंस करवाई गई होगी तो फाइनेंसर के सामने और गाड़ी के शोरूम में किसी को गीता कुशवाहा बनाकर ले जाया गया होगा."

अपने जरूरी कागजात किसी को नहीं सौंपें

एसटीएफ की निरीक्षक निकिता दुबे ने बताया कि उन्होंने अब तक 21 गाड़ियां बरामद की हैं, जो सिवनी जिले के गांव में बेची गई थी. 3 लोगों को फिलहाल हिरासत में लिया गया है. जांच जारी है. उम्मीद है कि इससे ज्यादा लोग शामिल हैं. पुलिस का कहना है कि इन दिनों फर्जीवाडा बहुत ज्यादा हो रहा है. इसलिए लोगों को अपने निजी कागजात बहुत संभाल कर इस्तेमाल करना चाहिए.

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