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वाटर पाइप लीकेज से घर पहुंच रहा है गंदा पानी! डायरिया से बचने के लिए जानें ये खास बात - Jabalpur Water Pipeline Leakage - JABALPUR WATER PIPELINE LEAKAGE

गंदा पानी पीने से आप भी डायरिया के शिकार हो सकते हैं. आपके घर तक पहुंचने वाले वाटर पाइप में गंदगी हो सकती है. ईटीवी की टीम ने पाया कि जबलपुर के रानीताल से लेकर गढा रेलवे क्रॉसिंग के बीच कई जगहों पर पाइप लाइन में लीकेज है. इसलिए डॉक्टर ने पानी को उबाल कर पीने की सलाह दी है.

JABALPUR WATER PIPELINE LEAKAGE
वाटर पाइप लाइन में कई जगर लीकेज की है समस्या (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Aug 24, 2024, 8:44 PM IST

जबलपुर: बरसात के मौसम में सबसे सामान्य बीमारी डायरिया होती है. यह डायरिया गंदा पानी पीने की वजह से फैलता है. लेकिन ये गंदा पानी आपके घर तक कैसे पहुंचता है. इसकी ईटीवी की टीम ने पड़ताल की तो कई खुलासे सामने आए. इसको लेकर नगर निगम से बात की गई. वहीं, डायरिया से बचने के लिए डॉक्टरों ने भी सलाह दी है कि पानी को उबाल कर पीने से डायरिया से बचा जा सकता है.

लीकेज वाटर पाइप लाइन से पहुंचात है घरों तक गंदा पानी (ETV Bharat)

कैसे आपके घर तक पहुंचता है पानी

जबलपुर नगर निगम शहर के हर घर तक पानी पहुंचा रहा है. पानी पहुंचाने की प्रक्रिया नर्मदा नदी, खंदारी जलाशय और परियट जलाशय से शुरू होती है. सबसे पहले पानी के इन स्रोतों से पानी को फिल्टर प्लांट तक लाया जाता है. फिल्टर प्लांट में पानी को साफ किया जाता है. इसमें कुछ केमिकल मिलाए जाते हैं. इसके बाद इसे पाइपलाइन के जरिए आपके घर तक पहुंचाया जाता है.

फिल्टर पानी में कहां से आती है गंदगी

पानी को फिल्टर प्लांट से फिल्टर कर आपके घर तक पहुंचाया जाता है, लेकिन आपके घर पर गंदा पानी कैसे पहुंचता है. इसकी पड़ताल में पता चला कि जिन पाइपलाइन से पानी की सप्लाई आपके घर तक की जा रही है, उन पाइपलाइन में कई जगहों पर लीकेज हैं. ये पाइपलाइन नाले और नालियों के अंदर से होते हुए आपके घर तक पहुंचाते हैं. ऐसे में नाली के अंदर की पाइप में यदि लीकेज है, तो पानी सप्लाई के दौरान पानी लीकेज से बाहर आता है. लेकिन जब पानी की सप्लाई बंद होती है, तो इसी लीकेज से नाली का गंदा पानी पाइप के भीतर चला जाता है. इसके बाद अगली बार की सप्लाई के दौरान ये आपके नल तक पहुंचता है.

बारिश में बढ़ जाती है ये समस्या

सामान्य दिनों में ज्यादातर पाइप पानी के ऊपर रहते हैं, लेकिन बरसात के मौसम में पानी अधिक होने के कारण पाइप पानी में डूब जाते हैं. ऐसे में पाइप के अंदर गंदा पानी आसानी से प्रवेश कर जाता है. ईटीवी की टीम ने जबलपुर के रानीताल से लेकर गढा रेलवे क्रॉसिंग तक की सड़क पर पाइप लाइन के लीकेज चेक किये. इसमें पाया गया कि 5 जगहों पर पाइप लाइन में लीकेज है. ये लीकेज इतने बड़े हैं कि आसानी से गंदगी भीतर जा सकती है.

'पूरी तरह से नहीं हो सकता इस समस्या का समाधान'

नगर निगम जल विभाग के इंजीनियर कमलेश श्रीवास्तव ने इस बारे में बताया कि "पाइपलाइन में लीकेज सामान्य समस्या है और उन तक यह बात स्थानीय पार्षद के माध्यम से पहुंचती है. पार्षद यदि हमें बताते हैं कि उनके मोहल्ले में कहीं पानी लीक हो रहा है या पाइपलाइन नाली से होकर गई है, तो हम उसे सुधार कर सड़क पर करने की कोशिश करते हैं. लेकिन इस समस्या से पूरी तरह निजात नहीं पाया जा सकता."

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पानी को उबाल कर पीना कारगर उपाय

डॉ. सुनील मिश्रा का कहना है कि "गंदे पानी की समस्या से लड़ने का एक ही विकल्प है कि हम पीने के पानी को गर्म करके पिएं, क्योंकि वाटर फिल्टर भी एक हद तक ही पानी को साफ कर सकता है. लेकिन गर्म करके ठंडा किया हुआ पानी पूरी तरह से जैविक अशुद्धियों से साफ हो जाता है. पानी में आए बैक्टीरिया वायरस ही शरीर के लिए ज्यादा खतरनाक होते हैं, इसलिए पानी को गर्म करके ही पीना चाहिए.

जबलपुर: बरसात के मौसम में सबसे सामान्य बीमारी डायरिया होती है. यह डायरिया गंदा पानी पीने की वजह से फैलता है. लेकिन ये गंदा पानी आपके घर तक कैसे पहुंचता है. इसकी ईटीवी की टीम ने पड़ताल की तो कई खुलासे सामने आए. इसको लेकर नगर निगम से बात की गई. वहीं, डायरिया से बचने के लिए डॉक्टरों ने भी सलाह दी है कि पानी को उबाल कर पीने से डायरिया से बचा जा सकता है.

लीकेज वाटर पाइप लाइन से पहुंचात है घरों तक गंदा पानी (ETV Bharat)

कैसे आपके घर तक पहुंचता है पानी

जबलपुर नगर निगम शहर के हर घर तक पानी पहुंचा रहा है. पानी पहुंचाने की प्रक्रिया नर्मदा नदी, खंदारी जलाशय और परियट जलाशय से शुरू होती है. सबसे पहले पानी के इन स्रोतों से पानी को फिल्टर प्लांट तक लाया जाता है. फिल्टर प्लांट में पानी को साफ किया जाता है. इसमें कुछ केमिकल मिलाए जाते हैं. इसके बाद इसे पाइपलाइन के जरिए आपके घर तक पहुंचाया जाता है.

फिल्टर पानी में कहां से आती है गंदगी

पानी को फिल्टर प्लांट से फिल्टर कर आपके घर तक पहुंचाया जाता है, लेकिन आपके घर पर गंदा पानी कैसे पहुंचता है. इसकी पड़ताल में पता चला कि जिन पाइपलाइन से पानी की सप्लाई आपके घर तक की जा रही है, उन पाइपलाइन में कई जगहों पर लीकेज हैं. ये पाइपलाइन नाले और नालियों के अंदर से होते हुए आपके घर तक पहुंचाते हैं. ऐसे में नाली के अंदर की पाइप में यदि लीकेज है, तो पानी सप्लाई के दौरान पानी लीकेज से बाहर आता है. लेकिन जब पानी की सप्लाई बंद होती है, तो इसी लीकेज से नाली का गंदा पानी पाइप के भीतर चला जाता है. इसके बाद अगली बार की सप्लाई के दौरान ये आपके नल तक पहुंचता है.

बारिश में बढ़ जाती है ये समस्या

सामान्य दिनों में ज्यादातर पाइप पानी के ऊपर रहते हैं, लेकिन बरसात के मौसम में पानी अधिक होने के कारण पाइप पानी में डूब जाते हैं. ऐसे में पाइप के अंदर गंदा पानी आसानी से प्रवेश कर जाता है. ईटीवी की टीम ने जबलपुर के रानीताल से लेकर गढा रेलवे क्रॉसिंग तक की सड़क पर पाइप लाइन के लीकेज चेक किये. इसमें पाया गया कि 5 जगहों पर पाइप लाइन में लीकेज है. ये लीकेज इतने बड़े हैं कि आसानी से गंदगी भीतर जा सकती है.

'पूरी तरह से नहीं हो सकता इस समस्या का समाधान'

नगर निगम जल विभाग के इंजीनियर कमलेश श्रीवास्तव ने इस बारे में बताया कि "पाइपलाइन में लीकेज सामान्य समस्या है और उन तक यह बात स्थानीय पार्षद के माध्यम से पहुंचती है. पार्षद यदि हमें बताते हैं कि उनके मोहल्ले में कहीं पानी लीक हो रहा है या पाइपलाइन नाली से होकर गई है, तो हम उसे सुधार कर सड़क पर करने की कोशिश करते हैं. लेकिन इस समस्या से पूरी तरह निजात नहीं पाया जा सकता."

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पानी को उबाल कर पीना कारगर उपाय

डॉ. सुनील मिश्रा का कहना है कि "गंदे पानी की समस्या से लड़ने का एक ही विकल्प है कि हम पीने के पानी को गर्म करके पिएं, क्योंकि वाटर फिल्टर भी एक हद तक ही पानी को साफ कर सकता है. लेकिन गर्म करके ठंडा किया हुआ पानी पूरी तरह से जैविक अशुद्धियों से साफ हो जाता है. पानी में आए बैक्टीरिया वायरस ही शरीर के लिए ज्यादा खतरनाक होते हैं, इसलिए पानी को गर्म करके ही पीना चाहिए.

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