जबलपुर। मध्य प्रदेश सरकार के उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार मंगलवार को जबलपुर पहुंचे. उन्होंने बताया कि अब यूनिवर्सिटी में कुलपतियों का राज खत्म होगा और उनकी जगह कुलगुरु लेंगे. जबलपुर में इंदर सिंह परमार ने उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारियों की बैठक ली और बताया कि ''छिंदवाड़ा यूनिवर्सिटी के कुल सचिव ने रिश्वत लेकर विभाग की छवि खराब की है, उसकी वजह से उन्हें निलंबित किया जा रहा है.'' Higher Education Minister Inder Singh Parmar.
कुलपति नहीं कुलगुरु
मध्य प्रदेश की मोहन सरकार के उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने बताया कि ''वह विश्वविद्यालय के कुलपति शब्द को खत्म कर रहे हैं. कुलपति शब्द में पति जुड़ा हुआ है और पति शब्द का अर्थ सभी को पता है, इसलिए यह शब्द ठीक नहीं है. इसकी जगह अब विश्वविद्यालय में कुलपति के पद को कुल गुरु के रूप में जाना जाएगा. कुलगुरु भारत की सनातन परंपरा में गुरु परंपरा से जुड़ा हुआ है और यह सदियों पुराना शब्द है. इसलिए अब विश्वविद्यालय में कुलपति नहीं रहेंगे उनकी जगह पर उन्हें कुल गुरु कहा जाएगा.''
छिंदवाड़ा यूनिवर्सिटी के कुलसचिव निलंबित
छिंदवाड़ा में रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़े गए कुलसचिव को उच्च शिक्षा विभाग निलंबित कर रहा है. इसको लेकर इंदर सिंह परमार का कहना है कि उन्होंने विभाग की छवि धूमिल की है उनके खिलाफ पुलिस की जो कार्यवाही होगी वह पुलिस करेगी. लेकिन विभागीय स्तर पर उन्हें निलंबित किया जाएगा. गौरतलब है कि शंकर शाह रघुनाथ विश्वविद्यालय के कुल सचिव मेघराज निनामा को 25000 रुपए कि रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया था.
कांग्रेस कहती कुछ और करती कुछ
इस दौरान इंदर सिंह परमार ने कांग्रेस पर भी जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि ''कांग्रेसी कहते कुछ है और करते कुछ हैं.'' नकुलनाथ की लोकसभा चुनाव लड़ने की घोषणा पर प्रतिक्रिया देते हुए इंदर सिंह परमार ने कहा कि ''कांग्रेसी पहले अयोध्या ना जाने की बात कह रहे थे और बाद में अयोध्या जाने के लिए तैयार हो गए इसलिए इन लोगों की बातों पर भरोसा नहीं होता. हालांकि यह कांग्रेस का अंदरूनी मामला है वह किसे चुनाव लड़वाती है. इस पर भी टिप्पणी करना नहीं चाहते.''
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अधिकारियों के साथ बैठक ली
जबलपुर में उच्च शिक्षा मंत्री ने जबलपुर के रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय और उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक ली. वहीं भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारी के साथ भी बैठक ली. इंदर सिंह परमार उस विभाग के मंत्री हैं जिस विभाग की जिम्मेदारी पहले मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव के पास थी. इसलिए उन्होंने विभाग की गतिविधियों के बारे में कहा कि यहां जो भी होता है वह नियम से ही होता है.