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बाजारों में बिक रहा है प्रतिबंधित चीनी लहसुन, खाद्य विभाग ने 2 कुंतल लहसुन जब्त कर जांच के लिए भेजा

जबलपुर खाद्य विभाग ने कृषि उपज मंडी में बाबू सलाम एंड कंपनी की दुकान में मारा छापा. ₹220 प्रति किलो बिक रहा है चीनी लहसुन.

2 quintals of Chinese garlic seized in Jabalpur
जबलपुर में 2 कुंतल चीनी लहसुन जब्त (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Nov 8, 2024, 7:59 PM IST

जबलपुर: खाद्य सुरक्षा विभाग ने शुक्रवार को कृषि उपज मंडी में छापा मारकर दो कुंतल चीनी लहसुन जब्त किया है. खाद्य विभाग को मिली शिकायत के आधार पर विभाग ने छापामार कार्रवाई की है. दरअसल लहसुन के दाम अधिक होने की वजह से व्यापारी लालच में चीनी लहसुन बेच रहे हैं.

लखनऊ हाई कोर्ट ने चीनी लहसुन की खरीद-बिक्री पर लगाई है रोक

10 साल पहले लखनऊ हाई कोर्ट ने चीनी लहसुन की खरीद-बिक्री पर रोक लगा दी थी. मोतीलाल यादव नाम के याचिकाकर्ता ने लखनऊ बेंच के सामने एक याचिका दाखिल कर कहा था कि चीनी लहसुन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है. इसलिए इसे भारत में नहीं बेचा जाना चाहिए. इसके बावजूद हर साल भारत में चीनी लहसुन का कारोबार होता है. बाजारों में चीनी लहसुन बिक रहा है.

खाद्य अधिकारी जबलपुर पंकज श्रीवास्तव (Etv Bharat)

जबलपुर के कृषि उपज मंडी में शुक्रवार को जबलपुर की खाद्य विभाग की टीम ने बाबू सलाम एंड कंपनी की कृषि उपज मंडी की दुकान में छापा मारा. यहां उन्हें गुड फार्मर नाम की एक चीनी कंपनी का लहसुन बरामद हुआ. खाद्य विभाग ने लगभग 2 कुंटल लहसुन जब्त करके इस जांच के लिए प्रयोगशाला में भेजा है.

थोक बाजार में ₹220 किलो बिक रहा है चीनी लहसुन

चीनी लहसुन और भारतीय लहसुन के दाम में भी बहुत अधिक फर्क है. चीनी लहसुन थोक बाजार में ₹220 किलो बिक रहा है वहीं स्थानीय लहसुन ₹350 किलो बेचा जा रहा है. लहसुन के दाम में इतना अधिक फर्क होने की वजह से व्यापारी चीनी लहसुन को पसंद करते हैं. इसके साथ ही चीनी लहसुन की क्वालिटी भारतीय लहसुन से बेहतर रहती है इसलिए आम उपभोक्ता भी इसे पहले पसंद करता है.

जबलपुर: खाद्य सुरक्षा विभाग ने शुक्रवार को कृषि उपज मंडी में छापा मारकर दो कुंतल चीनी लहसुन जब्त किया है. खाद्य विभाग को मिली शिकायत के आधार पर विभाग ने छापामार कार्रवाई की है. दरअसल लहसुन के दाम अधिक होने की वजह से व्यापारी लालच में चीनी लहसुन बेच रहे हैं.

लखनऊ हाई कोर्ट ने चीनी लहसुन की खरीद-बिक्री पर लगाई है रोक

10 साल पहले लखनऊ हाई कोर्ट ने चीनी लहसुन की खरीद-बिक्री पर रोक लगा दी थी. मोतीलाल यादव नाम के याचिकाकर्ता ने लखनऊ बेंच के सामने एक याचिका दाखिल कर कहा था कि चीनी लहसुन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है. इसलिए इसे भारत में नहीं बेचा जाना चाहिए. इसके बावजूद हर साल भारत में चीनी लहसुन का कारोबार होता है. बाजारों में चीनी लहसुन बिक रहा है.

खाद्य अधिकारी जबलपुर पंकज श्रीवास्तव (Etv Bharat)

जबलपुर के कृषि उपज मंडी में शुक्रवार को जबलपुर की खाद्य विभाग की टीम ने बाबू सलाम एंड कंपनी की कृषि उपज मंडी की दुकान में छापा मारा. यहां उन्हें गुड फार्मर नाम की एक चीनी कंपनी का लहसुन बरामद हुआ. खाद्य विभाग ने लगभग 2 कुंटल लहसुन जब्त करके इस जांच के लिए प्रयोगशाला में भेजा है.

थोक बाजार में ₹220 किलो बिक रहा है चीनी लहसुन

चीनी लहसुन और भारतीय लहसुन के दाम में भी बहुत अधिक फर्क है. चीनी लहसुन थोक बाजार में ₹220 किलो बिक रहा है वहीं स्थानीय लहसुन ₹350 किलो बेचा जा रहा है. लहसुन के दाम में इतना अधिक फर्क होने की वजह से व्यापारी चीनी लहसुन को पसंद करते हैं. इसके साथ ही चीनी लहसुन की क्वालिटी भारतीय लहसुन से बेहतर रहती है इसलिए आम उपभोक्ता भी इसे पहले पसंद करता है.

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