जबलपुर: नाग पंचमी के मौके जबलपुर मध्य विधानसभा के विधायक अभिलाष पांडे सांप को गले में डाले नजर आए. नाग पंचमी के मौके पर सपेरे जंगलों से सांप पकड़ते हैं और इन सांपों के साथ अत्याचार किया जाता है. उनके मुंह को सिल दिया जाता है और इनके जहर वाले दांत तोड़ दिए जाते हैं. इन्हें कई दिनों तक भूखा प्यासा रखा जाता है, जिससे उनके सामने जैसे ही दूध आता है, यह उसे पीना शुरू कर देते हैं. इस बात को लेकर समाज में काफी जागरूकता फैल चुकी है.
जबलपुर के वेटरनरी अस्पताल में सांपों का इलाज
वन्य प्राणी विशेषज्ञ धनंजय घोष ने बताया कि, ''प्रकृति के इस जीव के साथ नाग पंचमी पर जो अत्याचार होता है इसलिए नाग पंचमी के ठीक 7 दिन पहले वन विभाग और वन्य प्राणियों से प्रेम करने वाले लोग सपेरों के चुंगल से सांपों को छुड़ाते हैं और इन सांपों का बाकायदा वेटरनरी अस्पताल में इलाज किया जाता है. जहां उनके मुंह खोले जाते हैं और इन्हें वापस जंगल में छोड़ा जाता है. जबलपुर में भी वेटरनरी अस्पताल में दो दर्जन से अधिक सांपों का इसी तरह इलाज किया गया और उन्हें जंगल में छोड़ा गया.''
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इंसानियत की सीख देता है नाग पंचमी का त्योहार
हिंदू धर्म में त्योहार बड़े सोच समझकर बनाए गए हैं. नाग पंचमी इन्हीं में से एक त्योहार है जो लोगों को प्रकृति के जीवन के प्रति दया और सम्मान सिखाता है. क्योंकि ज्यादातर लोग सांपों को अपना दुश्मन मानकर उन्हें मार देते हैं, लेकिन यह त्योहार इसकी सीख देता है कि हमें प्रकृति के विषधारी जीवन का भी सम्मान करना चाहिए और उनके जीवन से खिलवाड़ नहीं करनी चाहिए.