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भेड़ाघाट में संगमरमर की वादियों का सैलानी अब नहीं कर पाएंगे दीदार, प्रशासन ने लगाया पहरा - Jabalpur Bhedaghat Tourism Ban

बारिश शुरू होते ही नर्मदा नदी में जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. ऐसे में पर्यटक अब भेड़ाघाट में संगमरमर की वादियों का दीदार नहीं कर पाएंगे. प्रशासन ने यहां आने वाले सैलानियों के लिए रोको-टोको अभियान शुरू किया है. प्रशासन ने 15 अक्टूबर तक रोक लगा दी है.

JABALPUR BHEDAGHAT TOURISM BAN
15 जून से 15 अक्टूबर तक पर्यटन पर रोक (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Jul 6, 2024, 10:19 PM IST

जबलपुर। अगर आप अपने परिवार के साथ इस मानसूनी सीजन में भेड़ाघाट धुंआधार घूमने का प्लान बना रहे हैं तो यह खबर आपके लिए अच्छी नहीं है. ऐसे में अब पर्यटक धुआंधार को दूर से देखकर ही इसका लुफ्त उठा सकेंगे. इसके साथ ही रोपवे, नौका-विहार का आनंद भी नही ले सकेंगे. मानसूनी सीजन आते ही विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल भेड़ाघाट को देखने के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक रोजाना भेड़ाघाट पहुंच रहे हैं लेकिन पर्यटकों को भेड़ाघाट पहुंचने के बाद निराशा ही हाथ लग रही है. प्रशासन ने 15 जून से 15 अक्टूबर तक के लिए भेड़ाघाट में मिलने वाली सभी सुविधाओं को बंद कर दिया गया है. घाट के पास जाने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है. यहां सैलानियों को रोकने के लिए रोको टोको अभियान भी चलाया जा रहा है.

भेड़ाघाट में संगमरमर की वादियों का सैलानी अब नहीं कर पाएंगे दीदार (ETV Bharat)

15 जून से 15 अक्टूबर तक पर्यटन पर रोक

सैलानी अब संगमरमर वादियों के बीच गिरता हुआ झरना कुछ दिनों तक नहीं देख पाएंगे. बारिश के चलते अब भेड़ाघाट धुंआधार की चट्टानें डूबने की कगार पर हैं. जिसके चलते भेड़ाघाट में पर्यटकों को मिलने वाली सुविधाओं में भी कटौती भी की गई है. पर्यटकों की सुरक्षा को देखते हुए पर्यटन स्थल भेड़ाघाट धुआंधार, नौका बिहार और रोपवे 15 जून से 15 अक्टूबर तक बंद कर दिए गए हैं. जिसकी वजह से महाराष्ट्र, राजस्थान, जम्मू कश्मीर, उड़ीसा, दिल्ली, मुंबई, कोलकाता सहित कई राज्यों से आने वाले पर्यटकों को निराशा हाथ लग रही है. ऐसे में पर्यटक दूर से ही चट्टानों के बीच पहुंचकर परिवार के साथ खुशियां मना रहे हैं.

Bhedaghat Tourist Destination
भेड़ाघाट की वादियों का आनंद लेते पर्यटक (ETV Bharat)

प्राकृतिक सौंदर्य देखकर मिला सुकून

पन्ना से भेड़ाघाट पहुंची पर्यटक वेदिका मिश्रा का कहना है कि "नौका विहार बंद होने से उन्हें मायूसी हाथ लगी है लेकिन फिर भी प्राकृतिक सौंदर्य को देखकर उन्हें सुकून मिला. उन्होंने मायूसी को दूर करने कल-कल करती बहती धारा के बीच गाना गाकर दिल को तसल्ली दी." उत्तर प्रदेश के बनारस से भेड़ाघाट घूमने पहुंची प्रियंका मिश्रा का कहना है कि "भेड़ाघाट अभी तक देखा नहीं था इसके बारे में सुना करते थे लेकिन यहां पहुंचने के बाद सिर्फ मायूसी ही हाथ लगी है क्योंकि बारिश के चलते रोपवे, नौका विहार को बंद कर दिया गया है." बता दें कि मानसूनी सीजन होने की वजह से नर्मदा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता है जिसकी वजह से भेड़ाघाट में नौका विहार रोपवे को बंद कर दिया गया है.

Beautiful View Of Bhedaghat
जबलपुर में भेड़ाघाट का मनमोहक नजारा (ETV Bharat)

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संगमरमर के कलाकारों को नहीं मिल रहे सही कदरदान, भेड़ाघाट के कलाकार ने बयां किया दर्द

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प्रशासन ने शुरू किया रोको-टोको अभियान

भेड़ाघाट नगर पंचायत के सीईओ विक्रम सिंह झारिया का कहना है कि "हर साल तमाम प्रयासों के बावजूद भी पर्यटक अपनी लापरवाही से हादसों का शिकार होते हैं इसलिए इस बार प्रशासन के द्वारा रोको टोको अभियान भी चलाया जा रहा है और पर्यटकों को तेज बहाव के नजदीक जाने से रोका जा रहा है. इस बार होमगार्ड सैनिकों, गोताखोरों और साइन बोर्ड के जरिए पर्यटकों को खतरनाक जगह पर जाने से रोका जाएगा ताकि किसी भी तरह का हादसा ना हो सके. इसके साथ ही नगर पंचायत की कई टीमें भी बनाई गई है जो पर्यटकों को पानी के पास जाने से रोक रही हैं."

जबलपुर। अगर आप अपने परिवार के साथ इस मानसूनी सीजन में भेड़ाघाट धुंआधार घूमने का प्लान बना रहे हैं तो यह खबर आपके लिए अच्छी नहीं है. ऐसे में अब पर्यटक धुआंधार को दूर से देखकर ही इसका लुफ्त उठा सकेंगे. इसके साथ ही रोपवे, नौका-विहार का आनंद भी नही ले सकेंगे. मानसूनी सीजन आते ही विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल भेड़ाघाट को देखने के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक रोजाना भेड़ाघाट पहुंच रहे हैं लेकिन पर्यटकों को भेड़ाघाट पहुंचने के बाद निराशा ही हाथ लग रही है. प्रशासन ने 15 जून से 15 अक्टूबर तक के लिए भेड़ाघाट में मिलने वाली सभी सुविधाओं को बंद कर दिया गया है. घाट के पास जाने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है. यहां सैलानियों को रोकने के लिए रोको टोको अभियान भी चलाया जा रहा है.

भेड़ाघाट में संगमरमर की वादियों का सैलानी अब नहीं कर पाएंगे दीदार (ETV Bharat)

15 जून से 15 अक्टूबर तक पर्यटन पर रोक

सैलानी अब संगमरमर वादियों के बीच गिरता हुआ झरना कुछ दिनों तक नहीं देख पाएंगे. बारिश के चलते अब भेड़ाघाट धुंआधार की चट्टानें डूबने की कगार पर हैं. जिसके चलते भेड़ाघाट में पर्यटकों को मिलने वाली सुविधाओं में भी कटौती भी की गई है. पर्यटकों की सुरक्षा को देखते हुए पर्यटन स्थल भेड़ाघाट धुआंधार, नौका बिहार और रोपवे 15 जून से 15 अक्टूबर तक बंद कर दिए गए हैं. जिसकी वजह से महाराष्ट्र, राजस्थान, जम्मू कश्मीर, उड़ीसा, दिल्ली, मुंबई, कोलकाता सहित कई राज्यों से आने वाले पर्यटकों को निराशा हाथ लग रही है. ऐसे में पर्यटक दूर से ही चट्टानों के बीच पहुंचकर परिवार के साथ खुशियां मना रहे हैं.

Bhedaghat Tourist Destination
भेड़ाघाट की वादियों का आनंद लेते पर्यटक (ETV Bharat)

प्राकृतिक सौंदर्य देखकर मिला सुकून

पन्ना से भेड़ाघाट पहुंची पर्यटक वेदिका मिश्रा का कहना है कि "नौका विहार बंद होने से उन्हें मायूसी हाथ लगी है लेकिन फिर भी प्राकृतिक सौंदर्य को देखकर उन्हें सुकून मिला. उन्होंने मायूसी को दूर करने कल-कल करती बहती धारा के बीच गाना गाकर दिल को तसल्ली दी." उत्तर प्रदेश के बनारस से भेड़ाघाट घूमने पहुंची प्रियंका मिश्रा का कहना है कि "भेड़ाघाट अभी तक देखा नहीं था इसके बारे में सुना करते थे लेकिन यहां पहुंचने के बाद सिर्फ मायूसी ही हाथ लगी है क्योंकि बारिश के चलते रोपवे, नौका विहार को बंद कर दिया गया है." बता दें कि मानसूनी सीजन होने की वजह से नर्मदा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता है जिसकी वजह से भेड़ाघाट में नौका विहार रोपवे को बंद कर दिया गया है.

Beautiful View Of Bhedaghat
जबलपुर में भेड़ाघाट का मनमोहक नजारा (ETV Bharat)

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प्रशासन ने शुरू किया रोको-टोको अभियान

भेड़ाघाट नगर पंचायत के सीईओ विक्रम सिंह झारिया का कहना है कि "हर साल तमाम प्रयासों के बावजूद भी पर्यटक अपनी लापरवाही से हादसों का शिकार होते हैं इसलिए इस बार प्रशासन के द्वारा रोको टोको अभियान भी चलाया जा रहा है और पर्यटकों को तेज बहाव के नजदीक जाने से रोका जा रहा है. इस बार होमगार्ड सैनिकों, गोताखोरों और साइन बोर्ड के जरिए पर्यटकों को खतरनाक जगह पर जाने से रोका जाएगा ताकि किसी भी तरह का हादसा ना हो सके. इसके साथ ही नगर पंचायत की कई टीमें भी बनाई गई है जो पर्यटकों को पानी के पास जाने से रोक रही हैं."

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