पंचकूला: हरियाणा के पंचकूला से होकर गुजरने वाली घग्गर नदी में लोग सालों से कूड़ा-करकट फेंकते आ रहे हैं. लोगों द्वारा अनुष्ठान व हवन सामग्री भी बहते जल में प्रवाहित की जाती है. इससे घग्गर का पानी मैला/विषैला होता है. स्थानीय प्रशासन द्वारा घग्गर में कूड़ा करकट न फेंकने की अपील के बावजूद भी लोग ऐसा करने से बाज नहीं आते. नतीजतन पंचकूला प्रशासन द्वारा अब घग्गर के पानी को कूड़े-करकट से बचाने के लिए मजबूत व्यवस्था बनाई की गई है.
स्थानीय प्रशासन द्वारा घग्गर को मेला/विषैला होने से बचाने के लिए पंचकूला में इसके ऊपर बने सभी पुलों पर लोहे की ऊंची-ऊंची जालियां लगाई जा रही हैं. इस काम को काफी क्षेत्र में लगभग पूरा कर लिया गया है. पंचकूला के सेक्टर-23 समेत सभी पुलों के दोनों और लोहे की ऊंची जालियों को लगाया गया है, ताकि कोई व्यक्ति कूड़ा-करकट, लिफाफे, प्लास्टिक व अन्य सामान घग्गर में न फेंक सके.
पंचकूला के हित में प्रशासन के सात सरोकार हैं. इनमें पंचकूला को ड्रग फ्री, प्लॉस्टिक फ्री, पॉलिथीन फ्री, अतिक्रमण फ्री, स्लम फ्री, डॉग फ्री व कैटल फ्री बनाना शामिल है. इन सभी लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए स्थानीय नेताओं व प्रशासन द्वारा समय-समय पर विभिन्न मुहिम चलाई जाती हैं. साथ ही लोगों को इन सरोकारों बारे जागरूक कर उन्हें भागीदार भी बनाया जाता है. लोगों द्वारा घग्गर में प्लास्टिक, पॉलीथिन और अन्य प्रकार का कूड़ा फेंका जाता है. लेकिन अब स्थानीय प्रशासन द्वारा घग्गर पुल पर लोहे की जालियां लगाए जाने से यह परेशानी हल हो सकेगी.
स्वामी विवेकानंद जयंती को देश भर में युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है. इस बार पंचकूला में युवा दिवस पर करीब साढ़े पांच किलोमीटर की वॉकथॉन निकाली गई. इसमें शामिल युवाओं ने अपने हाथों में पंचकूला को प्लास्टिक फ्री, पॉलिथीन फ्री, व ड्रग फ्री बनाने संबंधी स्लोगन पकड़े थे, ताकि जन-जन को सभी सरोकारों से जोड़ा जा सके. हरियाणा के विधानसभा के अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि पंचकूला में इन सभी समस्याओं पर काबू पाने में काफी हद तक सफलता मिली है.
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