रांचीः जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर सुजीत सिन्हा रांची में एक बार फिर एक्टिव होने की कोशिश करने लगा है. शनिवार को रांची के ओरमांझी में हुई गोलीबारी की वारदात, जिसमे दो लोग घायल हुए थे उस घटना को सुजीत गैंग के शूटरों ने ही अंजाम दिया था.
रंगदारी के लिए गोलीबारी
बीते शनिवार रांची के ओरमांझी में सुजीत सिन्हा गैंग के द्वारा गोलीबारी की वारदात को अंजाम दिया गया था. गोलीबारी में आजाद अंसारी और जावेद अंसारी को गोलियां लगी थी. दोनों का अभी भी अस्पताल में इलाज चल रहा है. मामले की जांच में पुलिस को यह जानकारी मिली है कि जमीन कारोबारी से सुजीत सिन्हा गिरोह के द्वारा रंगदारी की मांग की गई थी. जमीन कारोबारी के द्वारा रंगदारी मांगे जाने के संबंध में न तो पुलिस को ही जानकारी दी और न ही रंगदारी की रकम सुजीत सिन्हा तक पहुचाई. रंगदारी की रकम नहीं मिलने पर शनिवार को सुजीत सिन्हा गिरोह के गुर्गे जमीन कारोबारी जायसवाल को ही निशाना बनाने आए थे. जायसवाल को अपराधी अपना निशाना बना भी लेते लेकिन उनके बीच में जायसवाल के दो कर्मचारी आजाद और जावेद अंसारी दोनों आ गए जिसकी वजह से दोनों को गोलियां लग गई.
रांची के सीनियर एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया की ओरमांझी में हुई गोलीबारी मामले में सुजीत सिन्हा और उसके गुर्गों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. गोलीबारी मामले में शामिल अपराधियों की पहचान हो गई है, उन्हें गिरफ्तार करने के लिए पुलिस की टीम लगातार छापेमारी कर रही है.
क्या है पूरा मामला
राजधानी के ओरमांझी थाना क्षेत्र स्थित बिरसा मुंडा जैविक उद्यान के पास शनिवार को अज्ञात अपराधियों के द्वारा जमीन कारोबार से जुड़े आजाद अंसारी और जावेद अंसारी को गोली मार दी गई थी. आजाद और जावेद रांची के जमीन कारोबारी जायसवाल के लिए काम करते हैं. ओरमांझी में जमीन कारोबारी का एक बड़ा प्रोजेक्ट चल रहा है. आजाद और जावेद उसी प्रोजेक्ट से लौट रहे थे, तभी बाइक सवार अपराधियों ने दोनों पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी. फायरिंग में आजाद के पैर में गोली लगी थी वहीं जावेद के पेट में.
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