लोहरदगाः जिले के सेन्हा थाना क्षेत्र के चितरी अंबाटोली गांव में गुरुवार को मनरेगा सिंचाई कूप निर्माण के दौरान निर्माणाधीन कुआं धंसने से चार मजदूरों की मौत हो गई थी. मामले में शुक्रवार को मनरेगा लोकपाल सहित डीडीसी और अन्य पदाधिकारी जांच के लिए घटनास्थल पहुंचे. जांच के दौरान कई चीजें निकलकर सामने आई हैं. महत्वपूर्ण बात यह है कि पूरे घटनाक्रम को लेकर लाभुक ने भी गंभीर आरोप लगाए हैं. इस मामले में अधिकारियों ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है.
मनरेगा लोकपाल ने माना हुई है लापरवाही, कार्रवाई की कही बात
जांच के लिए पहुंचीं मनरेगा लोकपाल इंदु तिवारी ने पंचायत सचिव, रोजगार सेवक, योजना के कनीय अभियंता आदि से पूछताछ की. इस मामले को लेकर मनरेगा लोकपाल ने कहा कि यह पूरी तरह से लापरवाही है. इसे मानवीय भूल नहीं कहा जा सकता है. उन्होंने मामले में कार्रवाई की बात भी कही है. साथ ही यह भी कहा है कि सामग्री उपलब्ध कराने में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी. इधर, घटना को लेकर डीडीसी दिलीप प्रताप सिंह शेखावत और अन्य अधिकारियों ने भी गांव पहुंचकर मामले की जांच की. जांच के बाद पदाधिकारियों को कई निर्देश दिए गए हैं.
लाभुक ने लगाए हैं कई गंभीर आरोप
इस घटना को लेकर योजना के लाभुक असलम अंसारी ने कहा है कि उन्हें समय पर सामग्री उपलब्ध नहीं करायी गई थी. साथ ही जो सामग्री उपलब्ध कराई गई वह भी काफी कम थी. इसके अलावा उन्होंने आरोप लगाया है कि कूप निर्माण योजना का लाभ देने के एवज में बीपीओ ने उनसे 16000 रुपये रिश्वत ली थी.
बीपीओ ने आरोपों को बताया निराधार
वहीं इस मामले में बीपीओ नीलेन्द्र कुमार ने कहा कि यह आरोप पूरी तरह से निराधार है. योजना वित्तीय वर्ष 2019-20 की है, जबकि उन्होंने वर्ष 2020 में इस योजना पर कार्य प्रारंभ होने के बाद पदभार ग्रहण किया था.
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