पटना: बिहार के शिक्षा विभाग में बड़े पैमाने पर स्कूल बैग खरीद मामले में भ्रष्टाचार का आरोप लगा है. यह आरोप विपक्ष के साथ-साथ सत्ताधारी दल जेडीयू के एमएलसी संजीव सिंह ने भी लगाया है. संजीव सिंह ने सदन में स्कूल बैग दिखाकर आरोप लगाया कि सरकारी विद्यालयों में बच्चों को जो 1200 रुपये में स्कूल बैग दिया जा रहा है, उसकी कीमत बाजार में महज 120 रुपए है. एमएलसी संजीव सिंह ने सभापति की अनुमति से सदन में स्कूल बैग और उसमें रखी बोतल को दिखाया.
₹1200 में 120 की बैग: जेडीयू एमएलसी संजीव कुमार सिंह ने आरोप लगाया कि बाजार में जिस बैग की कीमत 120 रुपये है, वह बच्चों को दिया जा रहा है. बैग का बिल 1200 रुपये का बनाया जा रहा है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मिड डे मील की 30 रुपये की थाली की 70 रुपये में खरीद हुई है और बच्चों के बैठने के लिए बेंच और डेस्क भी मानक के अनुरूप नहीं खरीदे गए हैं.
₹1200 नहीं ₹500 का है बैग: जडेयू एमएलसी संजीव कुमार सिंह के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए सदन में शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने कहा कि पांच गुनी कीमत पर यदि बच्चों को स्कूली बैग दिया जा रहा है, तो इसकी वह जांच कराएंगे और दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी. शिक्षा मंत्री ने सदन को आश्वासन देते हुए कहा कि पहले से तीसरी कक्षा तक के बच्चों को बाग के साथ पानी बोतल और पेंसिल बॉक्स देने की योजना चल रही है. एक बैग की कीमत 1200 रुपये नहीं है बल्कि 500 रुपये है.
मामले की होगी जांच: शिक्षा मंत्री ने कहा कि चाहे मिड डे मील की थाली खरीदने का मामला हो या बेंच डेस्क मानक के अनुरूप खरीदने और बैग खरीदने का मामला हो, इसकी वह जांच कराएंगे. जो भी दोषी पाए जाएंगे उन पर कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि उनके समक्ष जो भी मामला सामने आ रहे है उसकी जांच हो रही है, जो दोषी मिल रहे हैं उन पर कार्रवाई भी हो रही है.
"एक बैग की कीमत 1200 रुपये नहीं है बल्कि 500 रुपये है. पांच गुनी कीमत पर यदि बच्चों को स्कूली बैग दिया जा रहा है, तो इसकी वह जांच कराएंगे और दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी."-सुनील कुमार, शिक्षा मंत्री