गौरेला पेंड्रा मरवाही: पुलिस ने अंतर्राज्यीय तस्कर गिरोह के दो लोगों को गिरफ्तार किया है. पकड़े गए लोगों के पास से पुलिस ने 2 क्विंटल गांजा बरामद किया है. पकड़े गए गांजे की कीमत 41 लाख है. सायबर सेल की मदद से नशे की इस बड़ी खेप को पकड़ा गया. पकड़ा गया गांजा ओडिशा से लाया जा रहा था. पूछताछ में तस्करोंं ने बताया कि गांजा छत्तीसगढ़ के रास्ते मध्य प्रदेश ले जाना था. पुलिस को मुखबिरों से पता चला कि बोरों में भरकर गांजे की तस्करी की जा रही है. पुलिस ने पतगंवा के पास नाका लगाकर गाड़ी को घेराबंदी कर रोका. जांच में गाड़ी से गांजा बरामद हुआ.
अबतक 1 करोड़ का गांजा बरामद: पुलिस ने बताया कि गांजे की खेप ओडिशा के बलांगीर से चली थी. तस्करों को बताया गया था कि गांजे की खेप को गौरेला पेंड्रा मरवाही के रास्ते मध्य प्रदेश के अनूपपुर पहुंचाना है. पुलिस ने बताया कि एक महीने के भीतर ये तीसरी सबसे बड़ी कार्रवाई है. पुलिस ने एक महीने के भीतर अबतक 485 किलो गांजा पकड़ा है. पकड़े गए गांजे की कीमत 1 करोड़ है. पुलिस के मुताबिक पकड़े गए लोगों से पूछताछ के बाद कई खातों को होल्ड भी कराया गया है. आज जिन दो लोगों को पकड़ा गया है उसमें रामप्रसाद यादव और सोनू पांडे हैं दोनों अनूपपुर के रहने वाले हैं.
नशे की ये खेप ओडिशा से आ रही थी, इसे छत्तीसगढ़ के रास्ते इसे मध्य प्रदेश पहुंचााय जाना था. कुल दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पूछताछ जारी है.: भावना गुप्ता, पुलिस अधीक्षक, जीपीएम
गृहमंत्री अमित शाह ने दिए थे निर्देश: बीते दिनों केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह छत्तीसगढ़ दौरे पर आए थे. रायपुर में सभी जिलों के एसपी और कलेक्टरों की बैठक ली. बैठक में गृहमंत्री ने कहा था कि नशे पर नकेल तभी लगेगी जब हम फारवर्ड और बैकवर्ड लिंक को ट्रेस करेंगे. गृहमंत्री के निर्देश के बाद पुलिस ने मादक पदार्थों की तस्करी को ब्रेक करने लिए इस रणनीति पर काम करना शुरु कर दिया है. फारवर्ड और बैकवर्ड लिंक को ट्रेस करने की रणनीति का फायदा भी पुलिस को मिलने लगा है.