अजमेर: देश के प्रमुख मेलों में से एक अंतरराष्ट्रीय पुष्कर मेला 2024 का आयोजन 2 नवम्बर से 17 नवम्बर को होगा. मेले की तैयारियां जोर-शोर से की जा रही है. मेले की भव्यता को बरकरार रखने के उद्देश्य से मंगलवार को जिला प्रशासन, जनप्रतिनिधियों और स्थानीय लोगों के बीच समन्वय बैठक हुई. बैठक में मेले को लेकर सुझाव मांगे गए.
विश्व पटल पर पुष्कर मेले की पहचान है. इसमें बड़ी संख्या में विदेशी पर्यटक आते हैं. इस दौरान पशु मेले भी आयोजित होगा. इसमें होने वाली प्रतियोगिताएं भी पर्यटकों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र रहेंगी.पुष्कर में जगत पिता ब्रह्मा ने सृष्टि यज्ञ किया था.कार्तिक माह की एकादशी से पूर्णिमा तक यज्ञ हुआ था.लिहाजा, इन पांच दिनों में पंच तीर्थ स्नान का विशेष महत्व है. इन पांच दिनों में बड़ी संख्या में तीर्थ यात्री देश के कोने-कोने से पुष्कर आते हैं और धार्मिक प्रयोजन के साथ-साथ मेले में मनोरंजन का भी आनंद लेते हैं. मेले की भव्यता को बरकरार रखते हुए तैयारी की जा रही है. मंगलवार को पुष्कर में अंतरराष्ट्रीय पुष्कर मेला समिति की बैठक हुई.
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मेले के लिए पर्याप्त बजट: बैठक में मौजूद जल संसाधन मंत्री और पुष्कर से विधायक सुरेश सिंह रावत ने बताया कि इस बार पशुओं की शोभायात्रा भी निकालने का प्रस्ताव आया है. मेले में ख्यातनाम कलाकारों को बुलाने पर जोर दिया गया. पुष्कर सरोवर के सभी घाटों, ब्रह्मा मंदिर और प्रमुख धार्मिक स्थानों पर अच्छी विद्युत सज्जा करवाने का प्रस्ताव है. ब्रह्मा मंदिर के पीछे एंट्री प्लाजा में भी नवाचार करते हुए अच्छे कार्यक्रमों की शुरुआत की जाएगी. तीर्थ यात्रियों को किसी तरह की असुविधा ना हो, इसके लिए रैन बसेरे,पेयजल, शौचालय, सड़क, बिजली और पार्किंग आदि की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी. उन्होंने कहा कि इस बार पुष्कर मेला अलग ही अंदाज में नजर आएगा.मेले के बजट के सवाल पर मंत्री रावत ने कहा कि प्रदेश में भजनलाल सरकार है, बजट की कोई कमी नहीं है, जितना काम होगा, उतना सरकार से बजट लेंगे.
मेगा इवेंट में ये कलाकार आ सकते हैं: पर्यटन विभाग के उपनिदेशक अजय शर्मा ने बताया कि विभाग की ओर से नॉर्थ जोन और वेस्ट जोन कल्चर सेंटर से जुड़े कलाकारों को आमंत्रित किया है.ये कलाकार विभिन्न सांस्कृतिक केंद्रों के माध्यम से भारत की अलग-अलग राज्यों की संस्कृति की झलक मंच पर प्रस्तुत करेंगे. राजस्थान लोक कला के कार्यक्रम भी होंगे. इनमें नगाड़ा, शहनाई वादन, तेरहताली, कच्छी घोड़ी नृत्य प्रस्तुत किए जाएंगे. सुप्रसिद्ध कालबेलिया नृत्यांगना गुलाबो, प्रसिद्ध कलाकार पदमश्री अनवर खान की भी प्रस्तुति होगी.
मेले में ये आयोजन भी होंगे: उपनिदेशक शर्मा ने बताया कि मेले में साफा बांधने, ऊंट, घोड़ा नृत्य, ऊंट सजावट आदि के आयोजन भी होंगे. मेगा इवेंट में पर्यटन विभाग की ओर से जिला प्रशासन को प्रस्ताव दिए गए हैं. इन पर अंतिम निर्णय प्रशासन को करना है.
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ऐसे होगा पशु मेला: पशुपालन विभाग में सहायक निदेशक सुनील कुमार घीया ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय पुष्कर मेले के दौरान पशु मेला भी लगेगा. इस दौरान पुष्कर के सभी एंट्री पॉइंट पर 4 नवंबर को चौकियां स्थापित होगी. नौ नवंबर को पुष्कर पशु मेले का विधिवत आगाज होगा. बारह तारीख को एकादशी के दिन विकास प्रदर्शनी और गीर गाय की प्रदर्शनी होगी. उन्होंने बताया कि 12 से 15 नवंबर तक पशु प्रतियोगिताएं आयोजित होंगी. 15 नवंबर को पुरस्कार वितरण समारोह में प्रतियोगिताओं में विजेता रहे पशुपालकों को पुरस्कृत किया जाएगा.