मोतिहारीः कुख्यात अपराधी राजन मांझी को नेपाल पुलिस ने विराटनगर के कंचनबाड़ी से दबोच लिया है. ये खबर मिलते ही इंडो नेपाल बॉर्डर से सटे भारतीय सीमावर्ती परिक्षेत्र की पुलिस ने राहत की सांस ली है. यह इंडो नेपाल बॉर्डर वाले इलाकों में फिरौती, अपहरण और वसूली के लिए जाल बिछाता था. व्यवसायी राजन मांझी के सॉफ्ट टार्गेट थे. हाल के दिनों में उसने सीतामढ़ी से दो व्यवसायियों का अपहरण किया था.
कुख्यात किडनैपर गिरफ्तार : नेपाल पुलिस के अनुसार भारतीय व्यवसायी के अलावा हाईप्रोफाइल लोगों का अपहरण कर नेपाल लाए जाने की जानकारी मिली थी. जिसके बाद नेपाल की खुफिया एजेंसी सेंट्रल रिसर्च ब्यूरो की टीम ने जांच शुरु की तो फिरौती के लिए इस्तेमाल किए गए मोबाइल और उसके कॉल रिकॉर्ड्स की जांच के बाद राजन मांझी की संलिप्तता उजागर हुई. पुलिस के अनुसार कुख्यात अपराधियों की सूची में शामिल राजन मांझी को गुप्त सूचना के आधार पर मोरंग पुलिस ने कंचनबाड़ी के एक होटल से गिरफ्तार किया.
भारत में कई व्यवसाइयों को किया किडनैप : पुलिस के मुताबिक राजन मांझी विराटनगर में एक भारतीय व्यवसायी के अपहरण की योजना बना रहा था. विराटनगर में भी राजन के खिलाफ लगभग एक दर्जन अपहरण व अन्य आपराधिक मामले दर्ज हैं. नेपाल के महोत्तरी जिला पुलिस प्रवक्ता डीएसपी दिलीप कुमार गिरि ने बताया गिरफ्तार राजन मांझी ने 30 दिसंबर को सीतामढ़ी जिला के सोनबरसा बाजार से ईंट भट्ठा व्यवसायी अभिषेक कुमार का अपहरण कर लिया था, उसे नेपाल ले कर चला आया था. अभिषेक के अपहरण के बाद राजन ने तीन करोड़ रुपये की फिरौती की मांग की गयी थी. लेकिन दस दिनों के बाद 50 लाख रुपया भारतीय रुपये की फिरौती लेकर राजन ने अभिषेक को नेपाल के सर्लाही जिला स्थित संग्रामपुर में भारत-नेपाल सीमा के पास मुक्त कर दिया.
फिरौती की योजना बनाते गिरफ्तार : वहीं सीतामढ़ी के सोनबरसा के दवा व्यवसायी कामेश्वर राय का दो दिसंबर को अपहरण करके नेपाल लाया था. जिनके परिजनों से अपहरणकर्ताओं ने 30 लाख रुपया की फिरौती वसूली थी. जिसे सात दिसंबर को महोत्तरी जिले के शम्सी में मुक्त कर दिया था. राजन मांझी नेपाल का ही रहने वाला है. जिसके आतंक से भारत नेपाल सीमा से सटे भारतीय परिक्षेत्र के विभिन्न जिलों के व्यवसायी दहशत में थे. जिसकी गिरफ्तारी नेपाल की मोरांग पुलिस और महोत्तरी पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में हुई है.
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