नई दिल्ली: बाहरी जिला पुलिस की साइबर सेल ने USA के नागरिकों से चीटिंग करने वाले एक अंतरराष्ट्रीय फर्जी कॉल सेंटर का खुलासा किया है. आरोपी खुद को एप्पल और माइक्रोसॉफ्ट का कर्मचारी बताकर समस्या का समाधान करवाने का आश्वासन देकर चीटिंग करते थे. आरोपियों की पहचान शुभम चौधरी, अखिल बरडिया और राहुल गुसाईं के रूप में हुई है.
डीसीपी आउटर जिमी चिराम ने बताया कि साइबर सेल को पश्चिम विहार इलाके में एक फर्जी कॉल सेंटर चलने की जानकारी मिली थी. पुलिस को यह भी पता चला कि कॉल सेंटर के जरिए विदेशियों से ठगी की जा रही है. पुलिस ने सूचना को पुख्ता करने के बाद पश्चिम विहार के एक इमारत में चल रहे कॉल सेंटर पर छापा मारा. जहां तीन आरोपी मौजूद थे. तीनों खुद को माइक्रोसॉफ्ट और एप्पल का अधिकारी बताकर विदेशियों की कंपनी संबंधी समस्या का समाधान करने का झांसा देकर ठगी करते थे. पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. इनके कब्जे से पुलिस ने 5 लैपटॉप, 4 स्मार्ट फोन और 2 वाईफाई राउटर बरामद किए हैं.
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जांच पड़ताल में पुलिस को पता चला कि आरोपी अवैध रूप से VOIP कॉलिंग, कानूनी अंतर्राष्ट्रीय लंबी दूरी (आईएलडी) गेटवे को दरकिनार कर सरकार को करोड़ों का नुकसान कर रहे थे. आरोपी कॉल करने के लिए एक्स-लाइट जैसे उच्च स्तरीय तकनीकी सॉफ्टवेयर और टीम व्यूअर और एनी डेस्क जैसे रिमोट एक्सेस एप्लीकेशन का इस्तेमाल कर रहे थे. वह अमेरिका में रहने वाले लोगों को समस्या का समाधान करने का आश्वासन देकर उनके साथ धोखाधड़ी कर रहे थे और उनसे मोटी रकम वसूल कर रहे थे.
डीसीपी ने बताया ने बताया कि आरोपियों के लैप टाॅप में नोट पैड और एक्सेल शीट मिली है, जिसमें पीड़ितों के मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी और ठगे गए पैसे का विवरण लिखा हुआ है. पुलिस इसकी जांच कर पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आरोपियों ने कितने की ठगी की है. रानी बाग का रहने वाला शुभम गैंग का सरगना है, वह 12वीं पास है. माता-पिता में विवाद होने के बाद वह घर छोड़कर अपनी मां के साथ रहता है. वहीं राजौरी गार्डन निवासी अखिल बी.कॉम की पढ़ाई की है. जबकि हरिनगर निवासी राहुल ओपन से बीबीए का कोर्स कर रहा है.
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